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QED का सपा में विलय रद्द, बलराम यादव फिर बनेंगे अखिलेश के मंत्री

suman
Published on: 25 Jun 2016 11:03 AM GMT
QED का सपा में विलय रद्द, बलराम यादव फिर बनेंगे अखिलेश के मंत्री
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लखनऊ: सपा की सेंट्रल पार्लियामेंट्री बोर्ड की बैठक में फैसला हुआ है कि कौमी एकता दल का सपा में विलय नहीं होगा। बैठक के बाद सपा महासचिव प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने, 'मुख्तार अंसारी की पार्टी का सपा में विलय नहीं होगा। बर्खास्त किए गए माध्यमिक शिक्षा मंत्री बलराम यादव भी कैबिनेट में फिर से लौटेंगे।' साथ ही उन्होंने नेशनल एग्जीक्यूटिव में बदलाव के भी संकेत दिए।

पार्लियामेंट्री बोर्ड की बैठक मुलायम सिंह यादव की अध्यक्षता में हुई। सूत्रों के अनुसार बैठक में मुख्तार की पार्टी के विलय पर महाभारत चली। नेताजी के सामने सीएम अखिलेश ने कौमी एकता दल के सपा में विलय का विरोध किया। अखिलेश ने साफ कर दिया था कि वह मुख्तार अंसारी को सपा में कतई स्वीकार करने के मूड में नहीं हैं। वहीं, सपा महासचिव प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने भी उनका साथ दिया।

बैठक से पहले भी दिखाए तीखे तेवर

सीएम अखिलेश ने सेंट्रल पालियामेंट्री बोर्ड की बैठक से पहले एक टीवी चैनल के कार्यक्रम में कहा, 'मैं चाचा के फैसले से सहमत नहीं हूं। मुख्तार अंसारी जैसों का सपा में स्वागत नहीं। मैं मुख्तार के सपा में शामिल होने के खिलाफ हूं।'

क्या कुछ कहा गया था पहले ?

कुछ दिन पहले अखिलेश ने कहा था कि नेता जी का जो फैसला होगा, उसे पार्टी के सभी लोग मानेंगे, लेकिन बैठक में उन्होंने अपनी नाराजगी जाहिर कर दी। वहीं, कैबिनेट मंत्री और अखिलेश के चाचा शिवपाल यादव ने कहा था की नेताजी की मंजूरी मिलने के बाद ही कोएद का सपा में विलय हुआ है।

सीएम ने किया था बलराम को बर्खास्त

यूपी के पूर्वांचल के माफिया मुख्तार अंसारी की पार्टी कौमी एकता दल के सपा में विलय के बाद से पार्टी में घमासान तेज हो गया था। इससे सीएम अखिलेश यादव काफी नाराज थे। इसकी गाज माध्यमिक शिक्षा मंत्री बलराम यादव पर गिरी थी। सीएम ने उन्हें तुरंत मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया था। समाजवादी पार्टी में कौमी एकता दल के विलय में बलराम यादव ने बड़ी भूमिका निभाई थी।

बीजेपी अध्यक्ष केशव मौर्य बोले- सपा डर गई है

-अंसारी बंधुओ की पार्टी के सपा में विलय और फिर ये फैसला रद्द होने पर यूपी बीजेपी अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने तंज कसा।

-केशव मौर्य ने कहा कि यह 2017 विधानसभा चुनावों को लेकर समाजवादी पार्टी के भय को उजागर करता है।

-केशव ने कहा कि समाजवादी पार्टी ने 2012 मे मिले जनविश्वास की अवहेलना की है।

-उन्होंने कहा कि सपा सरकार मात्र कौमी एकता दल के विलय के निर्णय को वापस लेने से जनविश्वास नहीं अर्जित कर सकती।

-सपा सरकार ने पूरे प्रदेश को अराजकता और भ्रष्टाचार में झोंकने का काम करके प्रदेश की जनता को धोखा दिया है।

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