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Sonbhadra: रफ्तार की मार: सवारियों से भरा ऑटो पलटा, महिला की मौत
Sonbhadra News: पन्नूगंज थाना क्षेत्र के रामगढ़ कस्बे में शुक्रवार की शाम आर्यावर्त बैंक शाखा के पास सवारियों से भरा ऑटो अचानक पलट गया। उसमें सवार दो मासूमों सहित सात घायल हो गए।
Sonbhadra News: रफ्तार एक बार फिर जिंदगी पर भारी पड़ी। पन्नूगंज थाना क्षेत्र के रामगढ़ कस्बे में शुक्रवार की शाम आर्यावर्त बैंक शाखा के पास सवारियों से भरा ऑटो अचानक पलट गया। उसमें सवार दो मासूमों सहित सात घायल हो गए। उपचार के लिए चतरा सीएचसी ले जाया गया, जहां एक महिला को मृत घोषित कर दिया गया। वहीं, एक अधेड़ महिला की हालत अत्यधिक नाजुक पाते हुए जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। शेष पांच घायलों को सीएचसी पर ही उपचार जारी है। उधर, सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। हाइवे पर हुए हादसे से देर तक अफरातफरी की स्थिति बनी रही।
दो मासूम सहित छह घायल
बताते हैं कि पन्नूगंज थाना क्षेत्र के रामगढ़ बाजार से शुक्रवार की शाम साढ़े चार बजे के करीब एक आटो सवारियों को भरकर रामपुर बरकोनिया के सिलथम के लिए जा रहा था। जैसे ही बाजार की भीड से निकलकर आर्यावर्त बैंक के नजदीक पहुंचा, गति तेज होने के कारण, अचानक से सामने आए वाहन से बचने के चक्कर में अनियंत्रित होकर पलट गया। इससे उस पर सवार फूलमती 55 वर्ष पत्नी महेंद्र निवासी नेवारी, आरती 20 वर्ष पुत्री रामधीन निवासी डोमरिया, पुष्पावती 50 वर्ष पत्नी सत्य नारायण निवासी नेवारी, सुनीता 40 वर्ष पत्नी सुनील निवासी नेवारी, थाना पन्नूगंज प्रियांशु एक वर्ष पुत्र सुनील, चमेली 45 वर्ष पत्नी रामजी निवासी डोमरिया, जगरानी 72 वर्ष पत्नी पारस निवासी डोमरिया थाना रामपुर बरकोनिया गंभीर रूप से घायल हो गए।
महिला की मौत
सूचना पर पहुंची एंबुलेंस के जरिए घायलों को लेअकर चतरा सीएचसी पहुंची, जहां जगरानी पत्नी पारस को मृत घोषित कर दिया गया। वहीं, फूलमती पत्नी महेंद्र की हालत ज्यादा गंभीर पाते हुए, तत्काल जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। प्रभारी निरीक्षक पन्नूगंज केदारनाथ मौर्य के मुताबिक मृतक महिला का शव कब्जे में लेकर पीएम के लिए जिला अस्पताल भेजा जा रहा है।
दुर्घटना करने वाले आटो को कब्जे में लेकर आवश्यक विधिक कार्रवाई की जा रही है। बताते चलें कि महज छह माह के भीतर सवारियों से भरे आटो के पलटने की यह तीसरी घटना है। क्षमता से ज्यादा भरी जाती सवारियां और तेज रफ्तार आए दिन हादसे का कारण बन रहे हैं। बीच-बीच में इसको लेकर आवाज भी उठती रहती है लेकिन क्षमता से अधिक भरी जाती सवारियों और भीड़-भाड आबादी वाले इलाकों में इनके रफ्तार पर अंकुश लगने के कारण आए दिन हादसे की स्थिति बनती जा रही है।