TRENDING TAGS :
Sonbhadra News: सपा-कांग्रेस गठबंधन का भाजपा पर नहीं पड़ेगा फर्क, आयुष मंत्री का दावा
Sonbhadra News: स्वामी प्रसाद मौर्य के सपा छोड़कर नई पार्टी के गठन के साथ ही भाजपा में वापसी की संभावनाओं पर उन्होंने कहा कि पार्टी छोड़कर जो लोग भी जिनके साथ गए, वह उनकी विचारधारा से न जुड़ने के कारण वापस हो रहे हैं।
Sonbhadra News: चुनावी कार्यालय के उद्घाटन के सिलसिले में सोनभद्र पहुंचे आयुष राज्यमंत्री दयाशंकर मिश्र दयालु ने कहा कि लोकसभा चुनाव को लेकर सपा-कांग्रेस के बीच हुए गठबंधन का भाजपा पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। यूपी से प्रियंका गांधी के चुनाव लड़ने की संभावनाओं पर कहा कि पहले भी कांग्रेस के शीर्ष नेता (राहुल गांधी और सोनिया गांधी) यूपी से चुनाव लड़ चुके हैं और भाजपा से मिलती हार के कारण उन्हे प्रदेश छोड़ना पड़ा है। इसलिए, भाजपा का यूपी की सभी 80 सीटों का जीतने का दावा अपनी जगह बरकरार है।
पार्टी से गए लोगों की वापसी का निर्णय पार्टी का: मंत्री
स्वामी प्रसाद मौर्य के सपा छोड़कर नई पार्टी के गठन के साथ ही भाजपा में वापसी की संभावनाओं पर उन्होंने कहा कि पार्टी छोड़कर जो लोग भी जिनके साथ गए, वह उनकी विचारधारा से न जुड़ने के कारण वापस हो रहे हैं। वापस हो रहे लोगों में किनको पार्टी से जोड़ना -किनको पार्टी में शामिल करना है, इसका निर्णय लेना संगठन का काम है। संगठन जो निर्णय लेगा, वह और सभी कार्यकर्ता उस निर्णय के साथ हैं।
भाजपा में स्वामी प्रसाद के वापसी की अभी कोई चर्चा नहीं: मंत्री
रामचरितमानस पर लगातार सवाल उठाने के बावजूद भाजपा स्वामी प्रसाद मौर्य को वापस ले सकती है, इस सवाल पर दयालु ने कहा कि अभी बीजेपी में आने की उनकी कोई चर्चा नहीं है। जहां तक उन्हें जानकारी है, वह सपा से नाराज होकर अलग पार्टी बनाए हैं। आगे उनका क्या निर्णय होगा, यह उनका व्यक्तिगत मसला है। जहां तक रामचरितमानस पर उठाए जाने वाले सवालों का मसला है, भाजपा ने सदैव इसका सख्ती से जवाब दिया है। जब-जब उन्होंने कमेंट किए हैं, भाजपा के साथ ही जनमानस ने भी उन्हें जवाब दिया है। फिलहाल पार्टी पदाधिकारी-कार्यकर्ता लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटे हुए हैं।
सीट बंटवारे में दिखेगी महिलाओं की मजबूत भागीदारी
मंत्री दयाशंकर मिश्र दयालु ने लोकसभा चुनाव की उम्मीदवारी में 33 प्रतिशत महिलाओं को टिकट देने की संभावनाओं पर कहा कि उनकी पार्टी इसके लिए कटिबद्ध और लोकसभा चुनाव की उम्मीदवारी में आधी आबादी की मजबूत भागीदारी देखने को भी मिलेगी।