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NTPC विस्तारीकरण: आवासों के अधूरे ध्वस्तीकरण की भेंट चढ़ी महिला, ईंट निकालने के दौरान ढही दीवार, एक की मौत
Sonbhadra News: शक्तिनगर स्थित राष्ट्रीय तापविद्युत निगम लिमिटेड (NTPC) की मदर यूनिट सिंगरौली के विस्तारीकरण के लिए आवासों के ढहाए जाने की प्रक्रिया में बरती जा रही लापरवाही ने एक महिला मजदूर की जान ले ली।
Sonbhadra News: शक्तिनगर स्थित राष्ट्रीय तापविद्युत निगम लिमिटेड (NTPC) की मदर यूनिट सिंगरौली के विस्तारीकरण के लिए आवासों के ढहाए जाने की प्रक्रिया में बरती जा रही लापरवाही ने मंगलवार (06 फ़रवरी) को एक महिला मजदूर की बलि ले ली। एक आवास की ईंट निकालने के दौरान पास वाले आवास की दीवार ढह गई। मलबे में दबकर जहां एक महिला मजदूर की मौत हो गई, वहीं एक मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गया।
इलाज के लिए उसे नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दुद्धी भेजा गया है। घटना को लेकर जहां देर तक अफरातफरी मची रही। वहीं लोगों में, आधे-अधूरे आवास आए जाने को लेकर नाराजगी की स्थिति बनी रही।
पूरी तरह आवास न ढहाना, बन गया काल
आपको बता दें कि, एनटीपीसी की ओर से शक्तिनगर में 800-800 मेगावाट की दो नई यूनिट स्थापित करने की प्रक्रिया पर काम चल रहा है। इसे मूर्त रूप देने के लिए इस एरिया में आने वाले परियोजना आवासों को खाली कराकर ध्वस्त कराया जा रहा है, लेकिन जिन आवासों को पूरी तरह ध्वस्त किया जाना है उन आवासों को आधा-अधूरा ही धराशायी कर छोड़ दिया जा रहा है। लोगों का कहना है कि यही, आधा-अधूरा आवास अचानक ढह गया। जिसके मलबे में दबकर महिला मजदूर की मौत हो गई।
इनकी हुई मौत, ये हुए घायल
हादसा एनटीपीसी की ज्वालामुखी कॉलोनी में हुआ। इस दौरान मलबे में दबकर, पास में ईंट निकालने का काम कर रही 55 वर्षीय हीरामती पत्नी रामनाथ सिंह गौड़ निवासी चितरंगी जिला सिंगरौली की मौत हो गई। वहीं, शंभू प्रसाद (65 वर्ष) निवासी राजकिशन थाना शक्तिनगर घायल हो गए। उपचार के लिए दोनों को एनटीपीसी के संजीवनी अस्पताल ले जाया गया। जहां पर डॉक्टरों ने हीरामती को मृत घोषित कर दिया। वहीं, शंभू प्रसाद की हालत नाजुक देखते हुए ट्रामा सेंटर के लिए रेफर कर दिया गया।
पुलिस का दावा, चोरी-छिपे निकाली जा रही थी ईंट
मामले में पुलिस के तरफ से जारी विज्ञप्ति में दावा किया गया है कि, ज्वालामुखी कॉलोनी में एनटीपीसी शक्तिनगर द्वारा ध्वस्तीकरण की कार्यवाही पूर्व में की गई थी, जिसमें कुछ आवास अभी गिराने शेष हैं। ध्वस्तीकरण किए गए मकान में ईंट निकलवाने के लिए ज्वालामुखी मन्दिर के पुजारी सरोज दुबे तीन मजदूर, मजदूरी पर रखकर सोमवार से ही, ईंट निकलवाने का काम चोरी-छिपे किया जा रहा था। तीनों मजदूरों को लेकर पुजारी सरोज दुबे द्वारा ज्वालामुखी कालोनी में एक टूटे हुए मकान के बगल नींव की खुदाई कर ईट निकलवायी जा रही थी। अचानक बगल की दीवार बजे गिर गई जिसमें हीरामती देवी और शंभू प्रसाद दब गए।