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सरयू नदी में नहाने गए पांच किशोरों की डूबने से मौत, मुख्यमंत्री ने जताया शोक

उत्तराखंड के अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ की सीमा पर बहने वाली सरयू नदी में नहाने गए पांच किशोरों की डूबने से मौत हो गई है।

Raghvendra Prasad Mishra
Published on: 9 Jun 2021 2:51 PM GMT
Saryu river
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पिथौरागढ़ में सरयू नदी में डूबे युवकों को निकालते लोग (फोटो साभार-सोशल मीडिया)

पिथौरागढ़: उत्तराखंड के अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ की सीमा पर बहने वाली सरयू नदी में नहाने गए पांच किशोरों की डूबने से मौत हो गई है। बता दें कि ये सभी युवक रस्म अदायगी के लिए नदी में नाहने गए थे। मृतकों में सभी दुल्हन के मयके के पक्ष के लोग हैं, जिसमें दुल्हन का सगा और चचेरा भाई भी शामिल है। जानकारी के मुताबिक एक दिन पहले सेराघाट के रामपुर से एक बारात गणाईगंगोली के धौलियाइजर कूना गांव गई थी। यहां से बारात लौटने पर परंपरा के तहत दुल्हन के भाई, चचेरा भाई सहित तीन अन्य युवक दुल्हन को छोड़ने के लिए उसके ससुराल रामपुर आए थे।

बुधवार सुबह रवींद्र कुमार 15 वर्ष पुत्र गोकुल राम, मोहित कुमार 17 वर्ष पुत्र अशोक कुमार, साहिल कुमार 15 वर्ष पुत्र पूरन राम, पीयूष कुमार 15 वर्ष पुत्र कृष्ण कुमार, राजेश कुमार 16 वर्ष पुत्र खीम राम निवासी धौलियाइजर गांव कूना गणाई गंगोली रामपुर से थोड़ी दूरी पर बहने वाली सरयू नदी में नहाने चले गए थे। इन किशोरों को पहले से नदी के बहाव और गहराई का कोई अनुभव नहीं था।

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने बुधवार को जनपद पिथौरागढ़ के ग्राम कूना निवासी 5 युवाओं के सेराघाट के समीप सरयू नदी में बहने से हुई मृत्यु पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगत युवाओं की आत्मा की शान्ति तथा शोक संतप्त परिजनों को इस दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से कामना की है।

पांचों किशोर नदी में नहाने उतर गए और गहराई में जाने की वजह से डूबने लगे। जहां ये किशोर नहा रहे थे वह से काफी दूर तक कुछ नजर नहीं आता। हालांकि कुछ लोगों ने किशोरों को डूबते हुए देखा लेकिन जब तक वो लोग बचाने के लिए नदी तक पहुंचे किशोर नदी में डूब गए। इसके बाद ग्रामीणों ने इसकी सूचना सेराघाट पुलिस चौकी को दी। सूचना मिलते ही पुलिस और राजस्व टीम मौके नदी पर पहुंच गई। ग्रामीणों की मदद से रेस्क्यू अभियान चलाया गया और सभी शवों को नदी से बरामद कर लिया गया है।

मृतकों में सभी दुल्हन के भाई लगते हैं जिसमें एक किशोर दुल्हन का सगा भाई और एक चचेरा भाई बताया जा रहा है। यहां परंपरा है कि शादी के बाद जब दुल्हन की विदाई होती है तो साथ में उसे विदा करने उसके भाई भी ससुराल तक जाते हैं। सभी किशोर इसी परंपरा के तहत दुल्हन को ससुराल तक छोड़ने गए थे। वहीं इस घटना के बाद घर में खुशी की जगह मातम पसर गया है। दुल्हन के घर और मायके में कोहराम मचा हुआ है।

Raghvendra Prasad Mishra

Raghvendra Prasad Mishra

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