Aaj Ka Panchang 18 August 2024: आज का पंचांग

Aaj Ka Panchang 18 August 2024: दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।

Report :  Kanchan Singh
Update:2024-08-18 16:12 IST

 Aaj Ka Panchang ( Pic - Newstrack)

सूर्योदय: ०५:35

सूर्यास्त: ०६:25

चन्द्रोदय:  १८:१३

चन्द्रास्त:  २८:५४

अयन  दक्षिणायणे (उत्तरगोलीय)

ऋतु:  वर्षा

शक सम्वत:  १९४६ (क्रोधी)

विक्रम सम्वत:  २०८१ (पिंगल )

मास  श्रावण

पक्ष  शुक्ल

तिथि  त्रयोदशी (०५:५१ से चतुर्दशी, २७:०४ से पूर्णिमा)

नक्षत्र  उत्तराषाढ (१०:१५ से श्रवण)

योग आयुष्मान् (०७:५१ से सौभाग्य)

प्रथम करण तैतिल (०५:५१ तक)

द्वितीय करण  गर (१६:३१ तक)

॥ गोचर ग्रहा: ॥

सूर्य  सिंह

चंद्र   मकर

मंगल   वृष (उदित, पूर्व, मार्गी)

बुध   सिंह (अस्त, पश्चिम, वक्री)

गुरु   वृष (अस्त, पश्चिम, मार्गी)

शुक्र   सिंह (अस्त, पूर्व, मार्गी)

शनि   कुम्भ (उदित, पूर्व, वक्री)

राहु    मीन

केतु   कन्या

शुभाशुभ मुहूर्त विचार

अभिजित मुहूर्त   ११:५४ से १२:४७

अमृत काल  २२:४० से २४:०८

सर्वार्थसिद्धि योग   ०५:४६ से १०:१५

रवि योग   १०:१५ से २९:४६

विजय मुहूर्त   १४:३२ से १५:२४

गोधूलि मुहूर्त   १८:५५ से १९:१७

सायाह्न सन्ध्या   १८:५५ से २०:००

निशिता मुहूर्त   २३:५९ से २४:४२

राहुकाल   १७:१६ से १८:५५

राहुवास   उत्तर

यमगण्ड   १२:२० से १३:५९

होमाहुति   शनि - १०:१५ से चन्द्र

दिशा शूल   पश्चिम

अग्निवास   पृथ्वी (२७:०४ तक)

भद्रावास   पाताल (२७:०४ से)

चन्द्र वास   दक्षिण

शिववास  नन्दी पर (०५:५१ से भोजन में, २७:०४ से श्मशान में)

☄चौघड़िया विचार☄

॥ दिन का चौघड़िया ॥

१ - उद्वेग २ - चर

३ - लाभ ४ - अमृत

५ - काल ६ - शुभ

७ - रोग ८ - उद्वेग

॥रात्रि का चौघड़िया॥

१ - शुभ २ - अमृत

३ - चर ४ - रोग

५ - काल ६ - लाभ

७ - उद्वेग ८ - शुभ

नोट दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।

शुभ यात्रा दिशा

दक्षिण-पूर्व (पान का सेवन कर यात्रा करें)

तिथि विशेष

त्रयोदशी तिथि क्षय, (सूंण मांढ़ना) पूरा दिन शुद्ध, देवप्रतिष्ठा मुहूर्त प्रातः ०७:३८ से दोपहर १२:३० तक आदि।

आज जन्मे शिशुओं का नामकरण

आज १०:२४ तक जन्मे शिशुओ का नाम

उत्तराषाढ नक्षत्र के चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (जी) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम श्रवण नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (खी, खू, खे, खो) नामाक्षर से रखना शास्त्र सम्मत है।

उदय-लग्न मुहूर्त

सिंह - २९:४३ से ०८:०२

कन्या - ०८:०२ से १०:१९

तुला - १०:१९ से १२:४०

वृश्चिक - १२:४० से १५:००

धनु - १५:०० से १७:०३

मकर - १७:०३ से १८:४४

कुम्भ - १८:४४ से २०:१०

मीन - २०:१० से २१:३४

मेष - २१:३४ से २३:०७

वृषभ - २३:०७ से २५:०२+

मिथुन - २५:०२+ से २७:१७+

कर्क - २७:१७+ से २९:३९+

पञ्चक रहित मुहूर्त

रज पञ्चक - ०५:४६ से ०५:५१

शुभ मुहूर्त - ०५:५१ से ०८:०२

चोर पञ्चक - ०८:०२ से १०:१५

शुभ मुहूर्त - १०:१५ से १०:१९

रोग पञ्चक - १०:१९ से १२:४०

शुभ मुहूर्त - १२:४० से १५:००

मृत्यु पञ्चक - १५:०० से १७:०३

अग्नि पञ्चक - १७:०३ से १८:४४

शुभ मुहूर्त - १८:४४ से २०:१०

रज पञ्चक - २०:१० से २१:३४

अग्नि पञ्चक - २१:३४ से २३:०७

शुभ मुहूर्त - २३:०७ से २५:०२+

शुभ मुहूर्त - २५:०२+ से २७:०४+

रज पञ्चक - २७:०४+ से २७:१७+

शुभ मुहूर्त - २७:१७+ से २९:३९+

चोर पञ्चक - २९:३९+ से २९:४६+

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