Akshaya Tritiya Par Upay: आज अक्षय तृतीया पर हो जाएंगे मालामाल, जरूर करें ये छोटे-बड़े सरल उपाय
Akshaya Tritiya Par Saral Upay: अक्षय तृतीया का दिन अक्षय पुण्य देने वाला दिन होता है। इस दिन को अबूझ मुहूर्त कहते हैँ। इस दिन किया गया हर काम अक्षय गुणा फल देता है, जानते हैं कौन से सरल उपाय करने से लोग धनवान और समृद्धवान बनते है...
Akshaya Tritiya Par Saral Upay
अक्षय तृतीया पर करें सरल उपाय
इस बार अक्षय तृतीया की तिथि 22 अप्रैल को पड़ रही है।अक्षय का अर्थ होता है जिसका क्षय न हो। इसलिए इस दिन किए गए शुभ कार्य का कभी भी क्षय नहीं होता है।जिसमें सारे काम किये जाते है। इस दिन का सीधा कन्केशन भगवान से होता है। ऐसे में यह जरूरी है की आप क्षमता के अनुसार इस दिन उपाय करें जिससे आपको मालिकाना हक मिले।बैशाख मास शुक्ल पक्ष की तृतीया यानी अक्षय तृतीया है। इस दिन को युगादि तिथि कहा गया है। इस दिन से कई युगों का आरंभ हुआ है और भगवान विष्णु के कई अवतार भी हुए हैं। इस दिन ही भगवान परशुराम का जन्म हुआ था, इसलिए इस दिन परशुराम जयंती भी मनाई जाती है। इस बार अक्षय तृतीया पर खास संयोग बन रहा है।
ऐसे में ज्योतिष के उपाय बेहद फलीभूत होते हैं। जो संपत्ति संबंधी कार्य करते हैं या फिर वह लोग जो संपत्ति का लंबे समय से मालिक बनना चाहते हैं दोनों के लिए ही यह योग बेहद खास दिन बनकर अक्षय तृतीया ( Akshaya Tritiya ) का दिन आता है। यह एक अबूझ मुहूर्त है।
अक्षय तृतीया पर पूजा
अक्षय तृतीया पर लक्ष्मी जी की पूजा का विशेष महत्व है। आर्थिक सुख समृद्धि एवं धन की आवश्यकता आज मजदूर से लेकर मंत्री तक सब को है। यदि आप इस दिन लक्ष्मी जी का पूजन करना चाहें तो इस अवधि में बहुत ही साधारण विधि से कर सकते हैं। इस दिन लक्ष्मी जी की आराधना का सर्वाधिक महत्व है। इस दिन इन मंत्रों में से किसी एक या सभी की एक एक माला कर सकते हैं। कमल गटटे या स्फटिक की ही माला का प्रयोग करें।
ओम् श्रीं श्रियै नमः !!
हृीं ऐश्वर्य श्रीं धन धान्याधिपत्यै ऐं पूर्णत्व लक्ष्मी सिद्धयै नमः!!
ओम् नमो ह्ीं श्रीं क्रीं श्रीं क्लीं श्रीं लक्ष्मी मम गृहे धनं चिन्ता दूरं करोति स्वाहा !!
अक्षय तृतीया की तिथि और शुभ मुहूर्त
अक्षय तृतीया- 22 अप्रैल
अक्षय तृतीया पर जो भी शुभ कार्य किया जाता है उसका क्षय नहीं होता है। इस दिन सोना खरीदने का बेहद महत्व होता है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन जो भी कोई शख्स शुभ मुहूर्त में अपने घर सोना लेकर आता है उसके घर में मां लक्ष्मी का वास होता है। इस बार अक्षय तृतीया को सोना खरीदने का शुभ समय सुबह 6:26 बजे से रात्रि 11:47 बजे तक है। 22 अप्रैल को सुबह 7 . 50 मिनट से आरंभ होगी और 23 तारीख को सुबह 7 . 48 मिनट तक रहेगी।
उच्च के चंद्रमा होंगे वृष राशि में होंगे। साथ ही इस दिन आयुष्मान योग होगा, शुभ कृतिका नक्षत्र रहेगा (नक्षत्र स्वामी सूर्य है), सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग, अमृत सिद्धि योग और त्रिपुष्कर योग रहेगा। अक्षय तृतीया तिथि का आरंभ 22 अप्रैल को सुबह 7 . 50 मिनट से आरंभ होगी और 23 तारीख को सुबह 7 . 48 मिनट तक रहेगी।
अक्षय तृतीया पर करें यह काम
ऐसी मान्यता है कि अक्षय तृतीया के दिन किया जाने वाला उपाय विशेष लाभ लेकर आता है। इस उपाय को करते समय और जब तक फल न मिले गुप्त रखें। मान्यता है कि यदि उपाय करने वाला व्यक्ति किसी वजह से दूसरे व्यक्ति को यह उपाय बताता है तो उसे मिलने वाला फल अत्यंत देरी से मिलता है।
अक्षय तृतीया पर करें लॉन्ग का उपाय
इस दिन सोते समय एक धातु के पात्र में जल और उसमें 5 लॉंग डाल दें। लॉंग और पानी वाले जल को 2 से 3 घंटे बाद घर के बाहर सफेद फूल मिलाकर किसी क्यारी में या फिर पेड़ों की जड़ों में डालने से जमीन जायजाद और संपत्ति की खरीदारी करते हैं और इसमें आने वाली बाधा दूर होती है।
अक्षय तृतीया पर करें कपूर का उपाय
आप सोने से पहले अपने सिरहाने पर एक कपूर रखें। ऐसा और भी रातों में कर सकते हैं। यह कपूर हर रविवार की रात में घर की छत पर जला दें। कपूर को जलाते समय इस बात का खास ख्याल रखें की दूसरे दिन से नया कपूर सिरहाने तकिए के नीचे रखा जाएगा। यह उपाय अक्षय तृतीया से दीपावली तक करेंगे।
अक्षय तृतीया पर करें काले कपड़े का उपाय
अपने घर के प्रवेश द्वार पर एक काले कपड़े की पट्टी में दमक कपूर जो मिलाकर बांध कर रख दे। इस पोटली को अमावस्या के दिन दोपहर के समय किसी खाली मैदान के गड्ढे में दबा दें।इस काम कोघर के पुरुषों द्वारा करने से लाभ मिलता है।
अक्षय तृतीया पर करें लोबान का उपाय
घर में मंगलवार के दिन पूजन से पहले लोबान की धूनी अनिवार्य रूप से देना चाहिए। इस धोनी के दिए जाने के बाद देसी घी का दिया जलाते हुए पूजन करें।
अक्षय तृतीया पर करें पूर्वजों को प्रसन्न
इन चीजों गौ, भूमि, सोना, घी, वस्त्र, धान, गुड़, चन्दन ,चांदी, नमक, शहद, मटकी, खरबूजा और कन्या दान शामिल हैं। इसलिए इस दिन विवाह भी शुभ मुहूर्त होता है। इस दिन साधक हत्थाजोड़ी सिद्धि, लक्ष्मी प्राप्ति साधना, अरिष्ट निवारण साधना सम्पन्न कर लाभ प्राप्त कर सकते हैं। पितृ-दोष से मुक्ति के लिए अक्षय-तृतीया बहुत अच्छा अवसर है, इस दिन पितृगणों के निमित्त दिया गया दान अक्षय होकर पितृगणों को तुष्ट करता है।
अक्षय तृतीया पर खास उपाय
अक्षय तृतीया की रात घर के मुख्यद्वार, बैठककक्ष, रसोई घर में, पूजन कक्ष या फिर शयन कक्ष में हल्दी से स्वस्तिक बना सकते हैं। इन सभी जगहों पर स्वस्तिक बनाने से आपकी जीवन की सारी समस्याएं दूर हो जाएंगी।
अगर आपके घर में अलग अलग कमरे नहीं हैं तो आप खासकर जहां सभी लोग बैठकर चर्चा करते हैं और पूजन कक्ष में और धन स्थान पर जरूर स्वास्तिक का निर्माण करें। सूर्यास्त के बाद इस चिन्ह को बनाएं तभी आपको इसका लाभ प्राप्त होगा।