Ashadha Gupt Navaratri 2024 Kab Hai:गुप्त नवरात्रि है इस बार बहुत खास, जानिए 9 दिनों में तंत्र-मंत्र और सिद्धि-साधना का महत्व

Ashadha Gupt Navaratri 2024 Kab Hai: हर साल चार नवरात्रि आती है। चैत्र और आश्विन में आने वाली नवरात्रि को प्रवत नवरात्रि और माघ और आषाढ़ में आती है उसे गुप्त नवरात्रि कहा जाता है।आषाढ़ में आने वाली गुप्त नवरात्रि...

Update: 2024-06-28 08:03 GMT

Ashadha Gupt Navaratri 2024 Kab Hai: साल में दो बार गुप्त नवरात्रि आती हैं। गुप्त नवरात्रि में मां दुर्गा गुप्त साधना की जाती है। आषाढ़ की गुप्त नवरात्रि का तंत्र-मंत्र और सिद्धि-साधना के लिए विशेष महत्व होता है।ऐसी मान्यता है कि तंत्र मंत्र की सिद्धि के लिए इस समय की गई साधना शीघ्र फलदायी होती है. इस नवरात्रि में माँ काली, तारा देवी, त्रिपुर सुंदरी, भुवनेश्वरी, माता छिन्नमस्ता, त्रिपुर भैरवी, माँ ध्रूमावती, माँ बगलामुखी, मातंगी और कमला देवी की पूजा की जाती है।

वहीं गुप्त नवरात्रि में 10 महाविद्याओं (मां काली, तारा देवी, त्रिपुर सुंदरी, भुवनेश्वरी, माता छिन्नमस्ता, त्रिपुर भैरवी, मां ध्रुमावती, मां बंगलामुखी, मातंगी और कमला देवी) की साधना की जाती है। मान्यता है इन 9 दिन में तप, साधना करने वालों को दुर्लभ सिद्धियां प्राप्त होती है। आपको बता दें कि इस साल आषाढ़ गुप्त नवरात्रि की शुरुआत 6 जुलाई से हो रही है। जानते हैं घट स्थापना का शुभ मुहूर्त और धार्मिक महत्व…

आषाढ़ गुप्त नवरात्रि तिथि 2024 

वैदिक पंचांग के अनुसार आषाढ़ माह के प्रतिपदा तिथि की शुरुआत 6 जुलाई सुबह 04 .25 मिनट पर आरंभ होगी और इसका अंत 7 जुलाई 2024 सुबह 04. 25 मिनट पर होगा। इसलिए आषाढ़ गुप्त नवरात्रि 6 जुलाई से होगी। वहीं इस दिन ही घटस्थापना की जाती है।

गुप्त नवरात्रि घटस्थापना का शुभ मुहूर्त

वैदिक पंचांग अनुसार घटस्थापना का शुभ मुहूर्त 06 जुलाई सुबह 05 बजकर 12 मिनट से शुरू होकर 07 बजकर 25 मिनट के बीच का है। वहीं अभिजीत मुहूर्त पर भी कलश स्थापना की जा सकती है, जो सुबह 11 बजे से लेकर 12 बजे तक रहेगा। अभिजीत मुहूर्त में घटस्थापित करना बेहद शुभ माना जाता है।

गुप्त नवरात्रि का महत्व

गुप्त नवरात्रि के 9 दिन साधना करने से मां दुर्गा का आशीर्वाद व्यक्ति को प्राप्त होता है। साथ ही जीवन में सुख- समृद्धि का वास रहता है। सभी प्रकार के दुख दूर हो जाते हैं। वहीं इन दिनों में दस महाविद्याओं की साधना की जाती हैं। साथ ही यह साधना गुप्त रूप से की जाती है। मान्यता है कि अगर कोई साधक अपनी साधना को किसी दूसरे व्यक्ति को बता देता है, तो पूजा का फल नष्ट हो जाता है।गुप्त नवरात्रि के दौरान नव दिनों तक मनोकामना की पूर्ति के लिए अपनी राशि के अनुसार इन मंत्रों का जप करें और प्रसाद चढ़ाएं। इससे जिन लोगों को धन की परेशानी होती है, गरीबी, विवाह में विलंब और पढ़ाई में नहीं लगता मन तो सब का निदान हो जाता है।

आषाढ़ गुप्त नवरात्रि के नौ दिन

आषाढ़ गुप्त नवरात्रि प्रतिपदा तिथि – 6 जुलाई 2024

आषाढ़ गुप्त नवरात्रि द्वितीया तिथि – 7 जुलाई 2024

आषाढ़ गुप्त नवरात्रि तृतीया तिथि – 8 और 9 जुलाई 2024

आषाढ़ गुप्त नवरात्रि चतुर्थी तिथि – 10 जुलाई 2024

आषाढ़ गुप्त नवरात्रि पंचमी तिथि – 11 जुलाई 2024

आषाढ़ गुप्त नवरात्रि षष्ठी तिथि – 12 जुलाई 2024

आषाढ़ गुप्त नवरात्रि सप्तमी तिथि – 13 जुलाई 2024

आषाढ़ गुप्त नवरात्रि अष्टमी तिथि – 14 जुलाई 2024

आषाढ़ गुप्त नवरात्रि नवमी तिथि – 15 जुलाई 2024

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