Is Din Na Karein Ye Kaam: सप्ताह के इन दिनों भूलकर भी न करें ये काम, हो सकता है बड़ा नुकसान

Is Din Na Karein Ye Kaam: आज हम आपको उन कामों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें लोगों को सप्ताह के सातों दिनों में से प्रत्येक दिन करने से बचना चाहिए।

Update:2023-06-07 17:18 IST
Is Din Na Karein Ye Kaam(Image Credit-Social Media)

Is Din Na Karein Ye Kaam: हिंदू पंचांग के अनुसार, सप्ताह के सभी सात दिन किसी विशेष देवता या ग्रह को समर्पित होते हैं। यही वजह है कि सप्ताह के प्रत्येक दिन का अपना विशेष महत्व होता है। इस प्रकार, कई कार्यों को सप्ताह के विशेष दिनों में करने की मनाही मानी जाती है। आज हम आपको उन कामों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें लोगों को सप्ताह के सातों दिनों में से प्रत्येक दिन करने से बचना चाहिए।

सप्ताह के सभी सात दिन न करें ये काम

रविवार के दिन इन कार्यों को करने से बचें

रविवार का दिन भगवान सूर्य को समर्पित है। वैदिक ज्योतिष में भगवान सूर्य को सभी ग्रहों के राजा का दर्जा प्राप्त है। पुरुष की कुंडली में इसे पिता का तथा स्त्री की कुंडली में इसे पति का कारक माना जाता है। ऐसे में रविवार के दिन पुरुष जातकों को अपने पिता से झगड़ा नहीं करना चाहिए और महिलाओं को अपने पति से लड़ना या अपमान नहीं करना चाहिए। रविवार के दिन काले रंग के कपड़े पहनना भी वर्जित माना गया है। इस दिन तुलसी के पत्ते भूलकर भी न तोड़ें और तुलसी के पौधे में जल भी न दें, नहीं तो पापी माने जाएंगे। रविवार के दिन देर तक सोना भी गलत माना जाता है।

सोमवार को ये गतिविधियां हैं प्रतिबंधित

सोमवार का दिन भगवान शिव और चंद्रमा को समर्पित है। इस दिन नौकरी की शुरुआत नहीं करनी चाहिए, नहीं तो जातक की नौकरी जल्दी ही छूट जाती है या कार्यक्षेत्र में चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। सोमवार को पूर्व और उत्तर दिशाओं में यात्रा करना भी वर्जित बताया गया है। इस दिन दोपहर में सोने से चंद्र देव नाराज होते हैं। आपको बता दें कि किसी भी जातक की कुंडली में चंद्रमा को माता का कारक माना जाता है इसलिए इस दिन अपनी मां से लड़ाई-झगड़ा या उनका अपमान नहीं करना चाहिए।

नुकसान से बचने के लिए मंगलवार के दिन इन कार्यों से करें परहेज

मंगलवार का दिन भगवान हनुमान और मंगल देवता को समर्पित है। कुंडली में मंगल को साहस, पराक्रम और भाई-बहन का कारक माना जाता है। इसके चलते मंगलवार के दिन बड़े भाई से संबंध बेहतर बनाकर रखें और उनका अपमान या झगड़ा न करें। मंगलवार के दिन किसी को उधार न दें, अन्यथा आर्थिक नुकसान होता है। इस दिन दाढ़ी, बाल और नाखून काटना भी वर्जित माना जाता है। मंगलवार के दिन कानूनी लड़ाई और कोर्ट कचहरी में केस लड़ने से भी बचना चाहिए।

बुधवार के दिन निम्न कार्य करने से बचें

बुधवार का दिन भगवान गणेश और बुद्ध देवता को समर्पित है। ये दोनों ही देवता बुद्धि के दाता माने गए हैं। किसी भी जातक की कुंडली में बुध को संचार और व्यापार आदि का कारक माना जाता है। ऐसे में बुधवार को कर्ज देने और लेने से भी बचना चाहिए। बुधवार को नौकरी शुरू करने से आर्थिक जीवन और करियर में अस्थिरता आती है। अगर आप पान के शौकीन हैं तो आपके लिए बेहतर होगा कि बुधवार के दिन आप अपना शौक छोड़ दें। बुधवार के दिन पान खाना वर्जित होता है। इसके अलावा बुधवार के दिन किसी कन्या या किन्नर का अपमान करने से कुंडली में बुध की स्थिति कमजोर होती है।

ये कार्य गुरुवार को नकारात्मक परिणाम देते हैं

गुरुवार का दिन भगवान बृहस्पति और भगवान श्री हरि विष्णु को समर्पित है। बृहस्पति किसी भी जातक की कुंडली में शिक्षा, गुरु, अध्यात्म आदि का कारक माना जाता है। गुरुवार के दिन नाखून काटना और दाढ़ी मुंडवाना वर्जित माना गया है। इसके अलावा इस दिन गुरु और घर के बड़े बुजुर्गों का अपमान नहीं करना चाहिए। इस दिन दक्षिण दिशा में यात्रा करना भी वर्जित होता है। इस दिन विवाहित पुत्री को घर से दूर भेजने पर भी प्रतिबंध होता है। गुरुवार के दिन महिलाओं को बाल नहीं धोने चाहिए। गुरुवार के दिन मांस, शराब का सेवन और मकड़ी के जाले साफ करना भी जातकों को नकारात्मक परिणाम देता है।

शुक्रवार के दिन इन कार्यों से बचना चाहिए

शुक्रवार का दिन देवी लक्ष्मी और शुक्र को समर्पित है। शुक्र ग्रह किसी भी जातक की कुंडली में भौतिक सुख और वैवाहिक जीवन का कारक ग्रह माना जाता है। यही कारण है कि शुक्रवार के दिन पति-पत्नी को आपस में झगड़ा नहीं करना चाहिए। इसके अलावा इस दिन किसी भी अंधे व्यक्ति का अपमान नहीं करना चाहिए। इस दिन चीनी और चांदी का दान करने से बचें। साथ ही इस दिन किसी कन्या का अपमान भी नहीं करना चाहिए नहीं तो कुंडली में शुक्र की स्थिति कमजोर हो जाती है।

इन कार्यों को करने से शनिवार के दिन परेशानी बढ़ेगी

शनिवार का दिन शनिदेव को समर्पित है। किसी भी जातक की कुंडली में शनि को कष्ट, शोक आदि का कारक माना जाता है। शनिवार के दिन कैंची, उड़द की दाल, लोहा आदि खरीदना वर्जित होता है। इस दिन पूर्व और उत्तर दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। शनि देवता को न्याय का देवता भी माना जाता है। वो मूल निवासियों को उनकी गलतियों के लिए तुरंत दंडित करता है। ऐसे में शनिवार के दिन किसी भी असहाय, गरीब या कमजोर का अपमान या मजाक नहीं करना चाहिए।

Tags:    

Similar News