Basant Panchami 2024: बसंत पंचमी पर क्यों की जाती है माँ सरस्वती की पूजा, जानिए इसका महत्त्व

Basant Panchami 2024: बसंत पंचमी इस साल 14 फरवरी को मनाई जाएगी। इस दिन माँ सरस्वती की पूजा की जाती है आइये जानते हैं इसका महत्त्व क्या है।

Update:2024-02-09 11:00 IST

Basant Panchami 2024 (Image Credit-Social Media)

Basant Panchami 2024: बसंत पंचमी इस साल 14 फरवरी को मनाई जाएगी। हिन्दू परम्पराओं में इस दिन का विशेष महत्व है क्योंकि ये वो समय है जब भक्त कला, बुद्धि और ज्ञान की प्रतीक देवी सरस्वती को श्रद्धांजलि देते हैं। कई लोगों का मानना ​​है कि उनके आशीर्वाद से विशेष रूप से व्यावसायिक गतिविधियों में उल्लेखनीय उपलब्धियाँ मिल सकती हैं। कई लोगों के लिए, शिक्षा और कला में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए देवी सरस्वती का आशीर्वाद बेहद महत्वपूर्ण होता है।

बसंत पंचमी पर क्यों की जाती है माँ सरस्वती की पूजा

इस शुभ अवसर पर, छात्र देवी सरस्वती का सम्मान करने के लिए सदियों पुराने रीति-रिवाजों में भाग लेते हैं, उनका पूजन करते हैं भक्तों का मानना ​​है कि उनकी गहरी श्रद्धा उनके प्रयासों में सफलता का मार्ग प्रशस्त करती है। माना जाता है कि इस दौरान व्यक्त की गई इच्छाएं अधिक मूल्यवान होती हैं और अक्सर पूरी होती हैं।

हिन्दू शास्त्रों में वर्णित है कि इस दिन देवी सरस्वती का प्रभाव प्रबल होता है। वो भी सुबह के समय, इस अवधि को ब्रह्म मुहूर्त के नाम से जाना जाता है। सुबह 3 बजे के बाद और सूर्योदय से पहले होने वाली यह अवधि विशेष रूप से शक्तिशाली मानी जाती है और 48 मिनट तक रहती है। ब्रह्म मुहूर्त के दौरान, कठोर शब्दों से बचते हुए, सोच-समझकर बोलने की सलाह दी जाती है, क्योंकि माना जाता है कि इस दौरान देवी सरस्वती से मांगी गई मनोकामना पूरी होती है। इसके अतिरिक्त, जो छात्र पढ़ाई के दौरान ब्रह्म मुहूर्त के दौरान देवी सरस्वती की पूजा करते हैं, उनकी बुद्धि और मानसिक विकास में वृद्धि होती है।

कहते हैं बसंत ऋतू की पंचमी तिथि को माँ सरस्वती ने अवतार लिया था और वो इस संसार में आईं थीं। साथ ही इसी दिन उन्होंने पहली बार वीणा बजाई थी। इस साल 14 फरवरी को बसंत पंचमी है इस दिन लोग बच्चों की पट्टी पूजा करवाते हैं साथ ही इस दिन से शिक्षा या कला से सम्बंधित किसी भी नए काम की शुरुआत को अच्छा माना जाता है।

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