बसंत पंचमी विशेष: छात्र करेंगे यह उपाय तो मिलेगी परीक्षा में सफलता
आगामी कुछ दिनों बाद यूपी बोर्ड, सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड की वार्षिक परीक्षाएं शुरू हो जाएगी। इन परीक्षाओं को लेकर बोर्ड परीक्षार्थी काफी हद तक टेंशन में हैं,
सहारनपुर: आगामी कुछ दिनों बाद यूपी बोर्ड, सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड की वार्षिक परीक्षाएं शुरू हो जाएगी। इन परीक्षाओं को लेकर बोर्ड परीक्षार्थी काफी हद तक टेंशन में हैं, लेकिन परीक्षार्थियों की इस टेंशन को दूर करने का सुनहरा अवसर है बसंत पंचमी।
ज्योतिषाचार्य मदन गुप्ता सपाटू बताते हैं कि परीक्षार्थियों की टेंशन दूर करने का सबसे सुनहरा अवसर बसंत पंचमी पर्व है। इस पर्व पर छात्र निम्न उपाय कर न केवल मां सरस्वती की कृपा प्राप्त कर सकते हैं, बल्कि परीक्षा में शतप्रतिशत सफलता भी हासिल कर सकते हैं।
कमजोर छात्र क्या करें उपाय
- जो विद्यार्थी शिक्षा में कमजोर हैं, आज के दिन 6 मुखी रुद्राक्ष धारण करें। इससे उनकी एकाग्रता बढ़ेगी।
- प्राण प्रतिष्ठायुक्त सरस्वती माता का चित्र अपने अध्ययन कक्ष या टेबल पर रखें
-यदि किसी नवजात बच्चे के जन्म पर सोने की सलाई को शहद में डुबो कर उसकी जीभ पर ओम् लिख दिया जाए तो वह विद्या में प्रवीण होता है और उसकी एवं स्मरण शक्ति प्रखर रहती है।
- अपनी टेबल पर क्रिस्टल या स्फटिक का ग्लोब रखें और उसे दिन में कम से कम 3 बार घुमाएं ।
- परीक्षा से एक सप्ताह पूर्व छात्र को दही और मीठा खिलाना आरंभ कर दें।
- पढ़ाई सदा टेबल कुर्सी पर बैठ कर ही करें और मुख पूर्व या उत्तर या उत्त्र -पूर्व की ओर रखें।पीठ के पीछे ठोस दीवार हो खिड़की नहीं।
- कंप्यूटर आग्नेय कोण अर्थात दक्षिण- पूर्व दिशा और पुस्तकों की आल्मारी, दक्षिण - पश्चिम में रखें।
- जहां बैठते हैं वहां क्रिस्टल बॉल लटका लें या टेबल पर अभिमंत्रित एजूकेशन टॉवर रखें। इससे एकाग्रता बढ़ती है।
- पढ़ने वाले स्थान के पर्दे, कुर्सी के कवर आदि हल्के हरे रखें, काले या गहरे नीले न हों।
- पढ़ने बैठने से पहले - ओम् ऐं हृीं सरस्वत्यैै नम: का 5,11 या 21 बार मंत्र जाप करें।
- तुलसी के 11 पत्ते, मिश्री के साथ गटक जाएं, उसे चबाएं नहीं।
-विद्यार्थी मां सरस्वती की पूजा कर गरीब बच्चों में कलम व पुस्तकों का दान करें।
-संगीत से जुड़े व्यक्ति अपने साज पर तिलक लगा कर मां की आराधना कर सकते हैं व मां को बांसुरी भेंट करसकते हैं।
यदि इन दिनों परीक्षा आरंभ हो रही हो या हो तो ये उपाय करें
-सोमवार- परीक्षा में जाने से पूर्व दर्पण देखें और कमरे से पहले दाहिना पैर पहले निकालें।
- म्ंगलवार- हनुमान जी के मंदिर में गुड़ या बूंदी का प्रसाद चढ़ाएं और प्रतिमा पर सिंधूर लगा कर जाएं
- बुधवार- घर से मीठा धनिया खाकर जाएं और गणेश जी का मंत्र - ओम् गं गणपत्यै नमः पढ़ कर जाएं।
- गुरूवार- माथे पर केसर का तिलक लगाएं। पाकेट में पीला रुमाल या हल्दी का एक छोटा टुकड़ा रख कर जाएं।
-शुक्रवार- सफेद चंदन का तिलक लगाएं, दही मीठा खाकर और दही दान करके जाएं।
- शनिवार- शनिदेव की प्रतिमा पर सरसों का तेल चढ़ाएं और जेब में थोड़ी सी काली सरसों या राई रख लें ।
- रविवार- सूर्य को जल अर्पित करें और हलुवा खाकर व बांट कर जाएं।
- बसंत पंचमी के दिन को माता पिता अपने बच्चों की शिक्षा-दीक्षा की शुरुआत के लिए शुभ मानते हैं।
- बच्चों को उच्चारण सिखाने के लिहाज से भी यह दिन बहुत शुभ माना जाता है।
- 6 माह पूरे कर चुके बच्चों को अन्न का पहला निवाला भी इसी दिन खिलाया जाता है।
- चूंकि बसंत प्रेम की ऋतु मानी जाती है और कामदेव अपने बाण इस ऋतु में चलाते हैं इस लिहाज से अपने परिवार के विस्तार के लिए भी यह ऋतु बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है। इसलिए बसंत पंचमी को परिणय सूत्र में बंधने के लिए भी बहुत सौभाग्यशाली माना जाता है।