सपने देखना कोई बुरी बात नहीं है। हमारे सपने ही तो हमें कुछ करने को प्रेरित करते हैं। कुछ कर गुजरने का सपना देखेंगे तभी तो सफलता के रास्ते पर हम आगे बढ़ सकेंगे। ध्यान रखें कि बिना सपने देखे तो कोई काम अपने परिणाम तक पहुंचेगा ही नहीं। हम सभी का जीवन चुनौतियों से भरा होता है। ज्यादातर लोग अपने जीवन में कुछ अच्छा करना चाहते हैं, कुछ बड़ा करना चाहते हैं। यही कुछ बड़ा करना या अच्छा करना लोगों का सपना होता है।
दिक्कत तभी होती है जब हम सपने तो बड़े देखते हैं लेकिन उन्हें पूरा करने के लिए प्रयास बहुत छोटे करते हैं। इससे भी बड़ी खराबी ये होती है कि हम सपने देखते तो हैं लेकिन उसे हकीकत में बदलने के लिए हम कोई प्रयास करते ही नहीं हैं।
अधिकतर लोग अपने सपनों को हकीकत में बदलने के लिए प्रयास तो करते हैं लेकिन कुछ ऐसा होता है जिसके कारण वह अपने सपने को हकीकत में बदलने से पहले ही छोड़ देते हैं और असफल हो जाते हैं। इसके कई कारण हो सकते हैं :
- जीवन में कुछ परेशानियों का आ जाना।
- अपनी शक्ति या क्षमता से बड़े सपने को पूरा करने की कोशिश करना।
- अपने सपने पर काम करते के क्रम में मन उचाट हो जाना।
- सही योजना न बनाना या गलतियां करना।
ये बातें हमारे सपनों को तोड़ सकती हैं और हमें विफल बना सकती हैं। अधिकतर लोग इन्हीं कारणों से सपने देखने और उन पर काम करने के बाद भी असफल हो जाते हैं। एक समय ऐसा भी आता है जब हमसे कुछ गलतियां हो जाती हैं और हम अपने आप को बहुत बेकार समझने लगते हैं। ऐसी स्थिति में हमारा फोकस कहीं खो जाता है और हम मायूसी की ओर बढऩे लगते हैं। ये जान लीजिए कि सफलता की राह में गलतियां होना कोई बुरी बात नहीं है। और जो इंसान जितना ज्यादा सफल होता है वह उतनी ज्यादा गलतियां भी करता है।
गलतियां न हों या कम हों, इसके लिए क्या करें
- सफलता की राह में यदि कोई गलती हो भी जाए तो सबसे पहले देखें कि वह किस प्रकार की गलती है? क्या वह गलती किसी व्यक्ति की वजह से हुई है या उसकी वजह पूर्ण रूप से आप ही है? उस गलती का कारण क्या है? वह गलती कितनी बड़ी है?
- अपनी गलतियों को नोट कीजिये। अमूमन गलती बहुत जल्दी भुला दी जाती है अत: उसे भूलना नहीं है बल्कि उसे लिख लेना है ताकि वह याद रहे और उसे दोहराया न जा सके।
- अगर गलती हो गयी है तो उसकी जिम्मेदारी खुद लें। अपनी गलती का दोष किसी और को न दें। खुद की कमी और खुद की गलती का एहसास करें ताकि आप आगे उस गलती को न दोहराएं।
- अपनी गलती स्वीकार करें। क्योंकि यदि आप उस गलती से सीखते हैं तो उसका फायदा बहुत मिलता है।
- गलतियां होना गलत नहीं है लेकिन गलतियों को दोहराना बिलकुल गलत है।