चैत्र नवरात्रि के समय ना करें ये गलती, नहीं तो मां दुर्गा होंगी नाराज
चैत्र नवरात्रि का पर्व चैत्र शुक्ल प्रतिपदा तिथि से प्रारंभ होकर नवमी तिथि तक चलता है। इस दौरान आदिशक्ति की पूजा के लिए उपर्युक्त है।
लखनऊ: हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक नवरात्रि है जो देवी के आह्वान का समय होता है। इस बार चैत्र 13 अप्रैल से शुरू हो रही हैं। भक्त नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की अराधना करने के साथ व्रत रखते हैं। मान्यता है कि ऐसा करने से मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं। हिन्दू पंचांग के अनुसार, चैत्र नवरात्रि का पर्व चैत्र शुक्ल प्रतिपदा तिथि से प्रारंभ होकर नवमी तिथि तक चलता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए नवरात्रि में कुछ व्रत नियमों का पालन करना जरूरी होता है।
न करें ये काम
कोई त्योहार हो या नवरात्रि उसमें साफ सफाई पर विशेष ध्यान रखना चाहिए। इन दिनों कालें रंग के कपड़े और चमड़े से बनी वस्तुओं का उपयोग ना करें। इन दिनों बाल, दाढ़ी और नाखून भी नहीं कटवाने चाहिए।
घर को खाली न छोड़े
घर में कलश स्थापना करने के बाद घर को खाली ना छोड़ें। किसी ना किसी व्यक्ति को घर में हमेशा रहना चाहिए। इन दिनों दिन के समय में सोना भी नहीं चाहिए।
लहसून प्याज रहित भोजन
नवरात्रि के पावन दिनों में अगर आपने व्रत नहीं लिए हुए हैं तो आप इन दिनों प्याज लहसुन और मांस मदिरा का सेवन ना करें। नवरात्रि के नौ दिनों तक पूर्ण सात्विक आहार लेना चाहिए।
ना बनाए इस दौरान संबंध
चैत्र नवरात्रि के दिनों में मन और काम भावना पर नियंत्रण रखना जरूरी है। इन दिनों महिला और पुरुषों को शारीरिक संबंध नहीं बनाने चाहिए। मां की पूजा अर्चना साफ मन से करने से ही मां प्रसन्न होती हैं।
स्त्री को समझे देवी
जो महिलाओं का सम्मान करते हैं। मां दुर्गा उन्हीं पर प्रसन्न होती हैं। जिस घर परिवार में सदैव ही महिलाओं का सम्मान होता है, वहां मां की कृपा हमेशा बनी रहती है। उस पर मां लक्ष्मी की कृपा हमेशा बनी रहती हैं।