Chaitra Navratri 2025: रामचरितमानस में है हर समस्या का समाधान, चैत्र नवरात्रि में राम नवमी तक रोज करें जाप

Navratri Me Ramcharitmanas Mantra Jaap: नवरात्रि स्पेशल: राम चरित मानस के मंत्रों से मिलती है अद्भुत शक्ति , होता है उर्जा का संचार, जानते हैं कैसे और कब करें जाप;

Update:2025-04-01 06:40 IST

Navratri Special  नवरात्रि स्पेशल: नवरात्रि में माता भगवती की आराधना विशेष रूप से की जाती है। नौ दिनों का समय शक्ति, साधना और सिद्धि प्राप्त करने का उत्तम अवसर होता है। इन पावन दिनों में जो साधक श्रद्धा और निष्ठा से देवी की उपासना करते हैं, वे  विशेष आशीर्वाद मिलता है। समयाभाव एवं कालगत दोषों को ध्यान में रखते हुए, दुर्लभ और प्रभावशाली मंत्र  हैं, जो श्रीरामचरितमानस से लिए गए हैं। इन मंत्रों का विधिपूर्वक जप करने से माता प्रसन्न होती हैं और सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। यह मंत्र देवी की कृपा प्राप्त करने के लिए अत्यंत प्रभावशाली हैं और जीवन में सुख, समृद्धि एवं सफलता दिलाते हैं।

रामचरित मानस के दुर्लभ मंत्र से मां दुर्गा को प्रसन्न करें 

 देवी पूजन का मंगल स्तवन

देविपूजि पद कमल तुम्हारे,

सुरनर मुनि सब होहि सुखारे।

मोर मनोरथ मानहुं नीके,

बसहु सदा उरपुर सबही के॥

 इस मंत्र के जप से देवी भगवती प्रसन्न होती हैं और भक्तों के सभी मनोरथ सिद्ध होते हैं। यह मंत्र हर प्रकार के कष्टों को दूर करता है और जीवन में सुख-समृद्धि लेकर आता है।

 मां जगदम्बा का वंदन

जय गजबदन षडानन माता,

जगत जननि दामिनी ढुति गाता॥

इस मंत्र के माध्यम से भगवान गणेश, भगवान कार्तिकेय और माता दुर्गा का संयुक्त रूप से वंदन किया जाता है। यह मंत्र व्यक्ति को बुद्धि, पराक्रम और आध्यात्मिक बल प्रदान करता है।

 मां आदिशक्ति का स्तवन

अजा, अनादि शक्ति अविनाशिनी,

सदा शंभु अरघंग निवासिनी।

जगसंभव पालन कारिनी,

निज इच्छा लीला वपु धारिणी॥

उद्भव स्थित‍ि संहार कारिणिं,

क्लेश हारिणिं सर्वश्रेयस्करीं सीतां,

नतोऽहं रामवल्लभाम॥

 इस मंत्र के जप से माता आदिशक्ति की कृपा प्राप्त होती है, जिससे समस्त क्लेशों का नाश होता है। यह साधक को आध्यात्मिक बल प्रदान करता है और जीवन में सौभाग्य लेकर आता है।

मंत्र जप का महत्व और लाभ

नवरात्रि के दौरान इन दुर्लभ मंत्रों के जप से माता भगवती शीघ्र प्रसन्न होती हैं और भक्तों की समस्त इच्छाएं पूर्ण करती हैं।

 इन मंत्रों का नियमित रूप से जाप करने से जीवन में आने वाली समस्त बाधाएं और कष्ट समाप्त हो जाते हैं।

माता भगवती की कृपा से व्यक्ति को अपार धन-वैभव, सुख-शांति और सफलता प्राप्त होती है।

यह मंत्र साधक को आध्यात्मिक बल प्रदान करते हैं और उसकी साधना को सिद्धि की ओर अग्रसर करते हैं।

इन मंत्रों के प्रभाव से व्यक्ति के चारों ओर सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, जिससे उसका मन शांत और एकाग्रचित्त बना रहता है।

मंत्र जप की विधि

प्रातः स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।पूजा स्थल को गंगाजल से शुद्ध करें और देवी का स्थापित करें।माता को पुष्प, चंदन, धूप, दीप और नैवेद्य अर्पित करें।शुद्ध मन और पूर्ण श्रद्धा के साथ इन दुर्लभ मंत्रों का जाप करें।नवरात्रि के नौ दिनों तक इन मंत्रों का नियमित रूप से जप करें और माता की कृपा प्राप्त करें। इस नवरात्रि, श्रीरामचरितमानस के इन दुर्लभ मंत्रों का श्रद्धा और विश्वास के साथ जप करें और माता भगवती की असीम कृपा प्राप्त करें।

रामचरित मानस की चौपाई पढ़ें नौ दिन

करियर और व्यापार बढ़ाने की चौपाई

"बिस्व भरन पोषन कर जोई। ताकर नाम भरत अस होई।।"

इस चौपाई का जप करने से करियर और व्यापार में तरक्की होती है।

धन-संपत्ति पाने की चौपाई

"जे सकाम नर सुनहिं जे गावहिं। सुख सम्पत्ति नानाविधि पावहिं।।"

इसका नियमित जप करने से धन और सुख-समृद्धि बढ़ती है।

कलह मिटाने की चौपाई

"हरन कठिन कलि कलुष कलेसू। महामोह निसि दलन दिनेसू।।"

इस चौपाई से घर-परिवार के झगड़े और कलह खत्म होते हैं।

बीमारी से बचाने की चौपाई

"दैहिक दैविक भौतिक तापा। राम काज नहिं काहुहिं व्यापा।।"

इसका जप करने से शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक कष्ट दूर होते हैं।

संकटों से बचाने की चौपाई

"दीनदयाल बिरिदु संभारी। हरहुनाथ मम संकट भारी।।"

यह चौपाई सभी तरह के संकटों से रक्षा करती है।

इनका पूजा और जाप कैसे करें?

इन चौपाइयों का जप करने के लिए नवरात्रि के पहले दिन से लेकर नवमी तक, या फिर रामनवमी के दिन विशेष रूप से भगवान राम की स्तुति करें।

 सुबह सूरज निकलने से पहले उठकर स्नान करें और सूर्यदेव को जल अर्पित करें। भगवान राम सूर्यवंशी थे, इसलिए उनकी पूजा से पहले सूर्यदेव की पूजा जरूरी है।

राम नाम जप घर के ईशान कोण में एक चौकी पर पीले रंग का कपड़ा बिछाएं और उस पर भगवान राम की तस्वीर रखें।

गंगाजल से तस्वीर का अभिषेक करें और पीले फूल, पीला चंदन, पीले फल और मिठाई अर्पित करें।

पीले रंग के आसन पर बैठकर तुलसी या चंदन की माला से भगवान राम के मंत्रों का जप करें।

इस विधि से चौपाइयों का जाप करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।

नोट : ये जानकारियां धार्मिक आस्था और मान्यताओं पर आधारित हैं। Newstrack.com इसकी पुष्टि नहीं करता है।इसे सामान्य रुचि को ध्यान में रखकर लिखा गया है

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