Chaitra Navratri Maha Upay: चैत्र नवरात्रि में ये महाउपाय बनाएंगे आपके हर बिगड़े काम, इन बातों को न करें नजरअंदाज
Chaitra Navratri Maha Upay: चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri ) 2 अप्रैल से शुरू हो रही है। अब नौ दिन तक मां की भक्ति से माहौल बढ़िया रहेगा। नवरात्रि में ज्यादातर घरों में मां दुर्गा का आहवान किया जाता है। व्रत उपावास से मां आदिशक्ति को प्रसन्न किया जाता है। ऐसी मान्यता है कि चाहे कोई भी नवरात्रि हो कुछ सरल उपाय से जीवन सुखमय होता है। ये उपाय जल्दी ही शुभ फल प्रदान करते हैं।
Chaitra Navratri Maha Upay
चैत्र नवरात्रि में महाउपाय
चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri ) 2 अप्रैल से शुरू हो रही है। अब नौ दिन तक मां की भक्ति से माहौल बढ़िया रहेगा। नवरात्रि में ज्यादातर घरों में मां दुर्गा का आहवान किया जाता है। व्रत उपावास से मां आदिशक्ति को प्रसन्न किया जाता है। ऐसी मान्यता है कि चाहे कोई भी नवरात्रि हो कुछ सरल उपाय से जीवन सुखमय होता है। ये उपाय जल्दी ही शुभ फल प्रदान करते हैं। अगर आपकी चाहत भी है तो चैत्र नवरात्रि के 9 दिन धन, संतान, प्रमोशन, विवाह, रुके हुए कामों को जल्द पूरा कराने के लिए ये उपायों करें। अगर आपके मन में भी कोई मनोकामना है, तो वह अवश्य पूरी होगी।
चैत्र नवरात्रि में 9 दिनों के लिए 9 अलग अलग उपाय
चैत्र नवरात्रि में पहले दिन से 9 दिन तक मुख्य द्वार पर स्वास्तिक बनायें और घर के मेन दरवाजे पर तोरण लगाने से मां दुर्गा की कृपा बरसती है।
नवरात्रि के प्रथम दिन से नौ दिन तक लगातार हनुमान मंदिर में जाकर पान चढ़ाएं। नौ दिन किए गए ये कार्य जिस भी मनोकामान के लिए करेंगे वह जरूर पूरी होगी।
किसी भी तरह की बीमारी ठीक करने के लिए देवी मां के सामने नौ दिन अखंड ज्योत जलाना चाहिए और यदि ऐसा न कर सकें तो नौ दिन सुबह-शाम देवी के समक्ष घी का दीया जलाएं और उस दीपक में 4 लौंग डाल दें।
अर्गला स्तोत्र व कीलकम् का पाठ रोज़ाना माता के सामने करें व हलवा का भोग चढ़ाकर एक कमल का पुष्प अर्पण करें ऐसा करने से आपकी विवाह की चाहत पूरी हो जाएगी ।
किसी से रिश्ता जोड़ना हो या संतान की चाहत नवरात्रि में पूरे नौ दिन पांच तरह के सूखे मेवे लाल चुनरी में रखकर देवी को भोग लगाएं और बाद में उसे प्रसाद स्वरुप खा लें।
धन प्राप्ति के लिए नवरात्रि में पूरे नौ दिन रोज एक समय पर देवी को ताजे पान के पत्ते पर सुपारी और सिक्के रखकर समर्पित करें।
देवी मां से सुख और ऐश्वर्य का आशीर्वाद चाहिए तो देवी को नौ दिन लगातार 7 इलायची और मिश्री का भोग लगाएं। नवरात्रि में लाल आसन पर बैठकर संध्याकाल में जो जातक विष्णु सहस्रनाम तथा ललिता सहस्रनाम का पाठ करता है।
नवरात्रि में पहले एक, दूसरे दिन दो ऐस करते हुए क्रमश नौ कन्याओं को हर दिन भोजन कराएं और उनकी पूजा कर उन्हें दक्षिणा भेंट करें। ये उपाय आपके घर-परिवार पर आने वाले हर सकंट को हर लेगा और आपके घर में सुख-शांति का वास होगा।
नवरात्र में घर में सोने (Gold) या चांदी (Silver) की कोई भी शुभ सामग्री जैसे, स्वास्तिक, ॐ, श्री, हाथी, कलश,दीपक, गरूड़ घंटी, पात्र, कमल, श्रीयंत्र,आचमनी, मुकुट, त्रिशूल आदि खरीद लें और इसे देवी के चरणों मे समर्पित कर दें और नवरात्रि के अंतिम दिन उस सामग्री को गुलाबी कपड़े में बांधकर तिजोरी में रख दें। यह उपाय आपके घर में धन वर्षा करा देगा।
यदि लाख कोशिशों के बाद भी आपका कर्ज से पीछा नहीं छूट रहा, तो नवरात्र में सूर्य डूबने के पश्चात 21 गुलाब के फूल, सवा किलो साबूत लाल मसूर लाल कपड़े में बांधकर माता के सामने रखकर घी का दीपक जलाकर रोज़ाना 108 बार यह मंत्र पढ़ें- 'ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे'।
इसके उपरांत पूजा समाप्त होने के बाद अपने ऊपर सात बार उतारें व किसी को भी दान कर दें। साथ ही माता से कर्ज मुक्ति की प्रार्थना करें। ऐसा करने से आपको अवश्य कर्ज से मुक्ति मिलेगी।
अपने जीवन के दुर्भाग्य को दूर करने के लिए दुर्गा अष्टमी की रात में अपने घर के मुख्य दरवाजे पर रात 12 बजे गाय के घी का एक दीपक जलाएं।
चैत्र नवरात्रि में पूजा व व्रत में रखें इन चीजों का ख्याल
- नवरात्रि के दौरान अगर आप व्रत रख रहे हैं तो आपको लहसुन, प्याज और मांस- मच्छली का सेवन करने से परहेज करना होगा।
- यदि कोई व्यक्ति व्रत नहीं भी रख रहा है तब भी उसके लिए बनने वाला भोजन सात्विक हो। 9 दिनों तक घर में छौंक का प्रयोग न करें।
- चैत्र नवरात्रि में व्रत रखने वाले व्यक्तियों को नवरात्रि के दौरान दाढ़ी-मूंछ नहीं बनाना चाहिए। न ही बालों और नाखूनों को काटना चाहिए।
- अगर घर में अखंड ज्योति जला रखी है या कलश स्थापना कर रखा रहा या फिर माता की चौकी का आयोजन किया है तो घर को खाली न छोड़ें।
- मां दुर्गा की पूजा करने के दौरान काले रंग के कपड़े न पहले।
- व्रत रखने वाले व्यक्ति को चप्पल, जूते और बेल्ट का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
- नवरात्रि में व्रत रखने वालों को दिन में नहीं सोना चाहिए और अनाज व नमक का सेवन नहीं करना चाहिए।
- इन नौ दिन उपवास करने वालों को फलहारी करना चाहिए। व्रत खोलने के लिए मूंगफली, आलू, सिंघाडे का आटा, मेवा, सेंधा नमक का सेवन कर सकते हैं।
- पूजा के दौरान दुर्गा चालीसा या दुर्गा सप्तशती का पाठ करते वक्त किसी से भी बात नहीं करना चाहिए। ऐसे करने से आपकी पूजा को अधूरा ही माना जाएगा।
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