Chhath Puja 2023: छठ पूजा के दौरान भूलकर भी न करें ये काम, हो सकता है बड़ा अपशगुन

Chhath Puja 2023: किसी भी तरह का व्रत और अनुष्ठान आपके लिए कई बार चुनौतियों से भरा भी हो सकता है ऐसे में ज़रूरी है कि आप इसके दौरान भूलकर भी ये काम न करें।

Update: 2023-11-18 02:30 GMT

Chhath Puja 2023 (Image Credit-Social Media)

Chhath Puja 2023: छठ पूजा इस साल 17 नवंबर को है वहीँ इसे काफी कठिन व्रत भी समझा जाता है यही वजह है कि आपको इसके दौरान कोई भी गलत काम करने की ज़रूरत है आइये जानते हैं छठ पूजा के दौरान भूलकर भी न करें।

छठ पूजा में क्या करें और क्या न करें

छठ पूजा, डाला छठ या सूर्य षष्ठी, दीपावली के बाद कार्तिक शुक्ल पक्ष षष्ठी को मनाई जाती है जो अक्टूबर और नवंबर के महीनों के साथ मेल खाती है। छठ पूजा साल में दो बार मनाई जाती है, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण कार्तिक छठ है। लेकिन जब आप छठ पूजा करते हैं उस समय आपको कई चीज़ों का ध्यान देने की ज़रूरत है नहीं तो ये आपके लिए काफी दिक्कत भी ला सकता है आइये जानते हैं ऐसा क्या है जिसकी वजह से आपको किसी तरह की कोई गलती भूलकर भी नहीं करनी चाहिए।

छठ पूजा में क्या करें और क्या न करें ये जानना बेहद ज़रूरी है। लोग प्रसाद बनाते और अर्घ्य देते समय इस त्योहार की पवित्रता बनाए रखने के लिए हर संभव कदम उठाते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि इस त्योहार को मानते समय और पूजा अनुष्ठानों के दौरान क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए।

क्या करें

दीपावली का त्योहार खत्म होते ही छठ पूजा की तैयारी शुरू हो जाती है. बाद में प्रसाद बनाने के लिए गेहूं धोने और सुखाने में व्रती की मदद करें।

स्वच्छ रहें और छठ पूजा की किसी भी प्रक्रिया में शामिल होने से पहले रोजाना स्नान ज़रूर करें।

अपने हाथ धोएं और फिर पूजा में इस्तेमाल किए गए सामान को छूएं।

प्रसाद बनाने से पहले अपने हाथ-पैर अच्छे से साफ कर लें।

छठ पूजा के दिन संध्या घाट और भोरवा घाट पर स्नान करें, नए कपड़े पहनें और फिर अपने परिवार और दोस्तों के साथ नदी के तट पर जाएं।

सूर्य देव की पूजा करें और बड़ों का आशीर्वाद लें।

क्या न करें

बिना हाथ धोए या नहाए पूजा के लिए रखी किसी भी चीज को न छुएं।

प्रसाद बनाते समय नमकीन चीजें न खाएं और न ही छुएं क्योंकि इस व्रत में नमक बिलकुल वर्जित है।

अगर आपके परिवार में कोई छठ पूजा करने वाला है तो घर में मांसाहारी चीजें न खाएं।

त्योहार समाप्त होने तक बच्चों को पूजा के फल और प्रसाद खाने या काटने न दें।

पूजा के लिए रखे सामान और चीजों को इधर-उधर न फैलाएं।

पूजा के दौरान गंदे कपड़े न पहनें; साफ और नए कपड़े ही पहनें।

शराब या धूम्रपान न करें क्योंकि पूजा के दौरान ये सख्त वर्जित है।

अंत में, आम धारणा ये है कि छठ पूजा पूरी पवित्रता और श्रद्धा के साथ आयोजित की जाती है जो परिवार और दोस्तों के लिए समृद्धि और अच्छा स्वास्थ्य लाती है।

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