राजधानी से लेकर पूर्वांचल तक छठ पूजन की तैयारी जोरों पर, साफ़ हो रहे घाट

राजधानी से लेकर यूपी के पूर्वांचल में डाला छठ की तैयारियां तेजी से चल रही हैं। घाटों को साफ करने से लेकर बेदियां बनाने का कार्य माओं के बेटे कर रहे हैं।

Update:2017-10-22 12:20 IST

लखनऊ: राजधानी से लेकर यूपी के पूर्वांचल में डाला छठ की तैयारियां तेजी से चल रही हैं। घाटों को साफ करने से लेकर बेदियां बनाने का कार्य माओं के बेटे कर रहे हैं। छठ व्रत विशेषकर मां अपने बेटों की लंबी उम्र के लिए रखती हैं। करीब 36 घंटे निर्जला व्रत रखने के बाद सुबह के अर्घ्य के बाद व्रत की विधि संपन्न होती है। एक ओर घरों में छठ पूजा पर प्रसाद चढ़ाने के लिए तैयार किए जा रहे हैं, तो वहीं दूसरी ओर घाटों पर तैयारियां चल रही हैं।

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हिंदू धर्म में किसी भी पर्व की शुरुआत स्नान के साथ प्रारंभ होती है। डाला छठ पूजन भी नहाय-खाय वाले दिन सुबह स्नान के बाद ही चालू होती है। जिस महिला को व्रत रखना होता है, इसी दिन से पूजन का कार्य आरंभ कर देती हैं। इसके अलावा शहर के बाजारों में छठ पूजन सामग्रियों की बिक्री चल रही है। विभिन्न फलों का छठ पूजन पर महत्व है।

लखनऊ में यहां होगा छठ पूजन

लक्ष्मण मेला स्थल से लेकर, इंद्रलोक कॉलोनी के मंदिर परिसर, महानगर, छोटी तथा बड़ी नहर आलमबाग, गोमती नदी के झूलेलाल घाट, कृष्णा नगर के मानस नगर के मोचन हनुमान मंदिर, कुड़िया घाट तथा अग्रसेन घाट सहित शहर के घाटों पर विशेष छठ पूजन का आयोजन होगा।

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परिवार से लेकर एनजीओ के सदस्य कर रहे हैं घाटों की सफाई

26 अक्टूबर की शाम तथा 27 अक्टूबर की सुबह में घाटों पर पूजन के लिए काफी संख्या में श्रद्धालु आने वाले हैं। इसको लेकर घाटों की साफ-सफाई का कार्य राजधानी के घाटों पर चल रहा है। एक और परिवार के सदस्य सफाई में लगे हैं तो दूसरी ओर कई एनजीओ के पदाधिकारी भी सफाई व्यवस्था का जायजा ले रहे हैं। नगर निगम के कर्मचारियों को भी घाटों की सफाई का जिम्मा सौंपा गया है।

यूपी के पूर्वांचल में डाला छठ की दिखती है धूम

छठ पूजा विशेष कर बिहार से चला आया है। इस कारण से पूर्वांचल में डाला छठ पूजन को लोग काफी धूमधाम से मनाते हैं। वाराणसी, गाजीपुर, बलिया, आजमगढ़, मऊ, गोरखपुर, जौनपुर जनपदों में छठ पूजा को बहुत जोरों-शोरों से मनाया जाता है। यहां पर काफी संख्या में श्रद्धालु घाटों पर पूजन के लिए आते हैं।

यूपी में विशेषकर छठ पूजन यहीं पर

उत्तर प्रदेश में अगर धूमधाम से छठ पूजन की बात की जाए तो हर लोगों की जुबान पर पूर्वांचल का नाम ही आता है। घाटों पर पूजन के साथ गाने बाजी भी होते हैं।

24 अक्टूबर से शुरू हो रहा है छठ पूजन

नहाय- खाय के साथ छठ पूजा की शुरुआत हो रही है। इसके बाद 27 अक्टूबर को सुबह का अर्घ्य लेने के बाद व्रती मां अपना व्रत खोलती हैं।

सूर्य पूजन का विशेष महत्व है इस दिन

36 घंटे के निर्जल व्रत रहने के बाद व्रती सूर्य की पहली किरण निकलने पर व्रत खोलती हैं। इस दिन भगवान सूर्य की उपासना का विशेष महत्व होता है।

इस बार ऐसे चलेगा छठ पूजन का कार्य

24 अक्टूबर को नहाय-खाय है। 25 अक्टूबर को खरना करने के बाद 26 अक्टूबर को शाम की पूजा तथा 27 अक्टूबर को सुबह के अर्घ्य के साथ छठ पूजन का समापन होगा।

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