ये सब हो रहा आपके साथ तो समझ लें राहु कर रहा परेशान, इस मंत्र से करें बचाव

ग्रहण एक खगोलीय घटना हैं जिसका प्राचीन महत्व भी बहुत हैं। माना जाता हैं कि राहु, सूर्य या चंद्रमा को ग्रसता है तब ग्रहण लगता है। ऐसे में जरा सोचिए की जो राहू सूर्य और चंद्रमा पर अपना असर दिखा सकता हैं वह इंसानों पर कितना प्रभावशाली होगी

Update: 2020-07-02 02:15 GMT

जयपुर : ग्रहण एक खगोलीय घटना हैं जिसका प्राचीन महत्व भी बहुत हैं। माना जाता हैं कि राहु, सूर्य या चंद्रमा को ग्रसता है तब ग्रहण लगता है। ऐसे में जरा सोचिए की जो राहू सूर्य और चंद्रमा पर अपना असर दिखा सकता हैं वह इंसानों पर कितना प्रभावशाली होगी। कुंडली में राहु की स्थिति का असर व्यक्ति के जीवन पर पड़ता हैं। कुछ संकेतों के बारे में बताने जा रहे हैं जो बताते हैं कि राहु व्यक्ति पर भारी पड़ रहा हैं और उसको शांत करने के लिए क्या किया जाए।

 

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*पिता के साथ संबंधों में तनाव, किसी व्‍यक्ति के जीवन में मानसिक परेशानियां बढ़ने लगें। या फिर पिता के साथ संबंधों में तनाव और वाद-विवाद होने लगे तो समझ लें कि राहु की दशा चल रही है। या फिर वैवाहिक जीवन में कटुता हो। परीक्षा और इंटरव्‍यू में बार-बार असफल हो रहे हों तो भी यह राहु के भारी होने के लक्षण हैं।

*पेट का रोग,ज्‍योतिषशास्‍त्र के अनुसार अगर किसी को पेट का रोग हो जाए और वह सही न हो रहा हो तो यह भी राहु का लक्षण हैं। बार-बार मन में जीवन को खत्‍म करने के विचार आना और द‍िमाग संबंधी परेशानियों का बढ़ना भी राहु की दशा का ही लक्षण है।

*अगर किसी राजकीय या प्राइवेट सेवा में कार्यरत व्‍यक्ति को अचानक ही उच्‍चाधिकारियों के कोप का भाजन बनना पड़े। या फिर अचानक ही कुछ ऐसा हो जाए कि किसी वाद-विवाद के चलते मुकदमेबाजी का शिकार बनना पड़े तो समझ लें कि आपकी कुंडली में राहु की दशा चल रही है।

* राहु के अशुभ प्रभाव से जातक की वाणी में कठोरता उत्पन्न होती है। राहु के अशुभ-प्रभाव से व्यक्ति नशे में ज्यादा रूचि लेता है।

* व्यक्ति निष्ठाहीन हो जाता है तथा अपने नैतिक जिम्मेदारी से भटक जाता है | विश्वास का पात्र नहीं रह जाता है।

 

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राहू को शांत करने के उपाय

ज्‍योतषिशास्‍त्र के अनुसार अगर राहु की दशा चल रही हो तो राहत पाने के लिए नियमित रूप से ‘ऊं ग्‍लौ हुं क्‍लीं जूं स: ज्‍वालय ज्‍वालय ज्‍वल ज्‍वल प्रज्‍वल प्रज्‍वल, ऐं हीं क्‍लीं चामुण्‍डायै विच्‍चे ज्‍वल हं सं लं क्षं फट् स्‍वाहाका भी जप कर सकते हैं। इससे भी राहत मिलती है। धूप देते हुए हनुमान चालीसा और बजरंग बाण का पाठ करना चाहिए। शिवलिंग पर जलाभिषेक करने से भी राहु का प्रभाव जल्‍दी खत्‍म होता है।

*जातक काले कपड़े, खट्टे फल, सरसों का तेल, तिल का तेल, गुड़ इत्यादि इन सब चीजों का दान करें। गाय को हरा चारा खिलाने से राहु का प्रभाव कम होता है।

*राहु के जितने दुर्गुण हैं जैसे झूठ बोलना, छल-कपट, लाचार व्यक्ति के प्रति हीन भावना इत्यादि बुरे कर्मों से दूर रहें।

*सेहत के दृष्टिकोण से राहु वायु तत्व का कारक है। जिसके कारण बदहजमी, कब्ज, इत्यादि की समस्या उत्पन्न होती है।

*इससे बचने के लिए गोभी, मटर, पनीर, राजमा, इत्यादि इन सब चीजों का खाने में कम से कम प्रयोग करें तथा रात के समय इन सबका बिल्कुल ही प्रयोग ना करें। हरी चीजों का अधिक से अधिक सेवन करें।

* यदि राहु का प्रकोप बहुत ज्यादा है तो इसके लिए राहु शांति का अनुष्ठान कराएं।

* रविवार के दिन दोपहर के समय भगवान भैरव जी के दर्शन करने से आपको लाभ मिलेगा। राहु के प्रभाव से जो विकट बाधा उत्पन्न होने वाली है, वह दूर हो जाएगी।

* बिजनेस और नौकरीपेशा में राहु का प्रकोप हो, तो उसके लिए जातक भगवान गणेशजी की पूजा करें, तथा उन्हें दुर्वा चढ़ाएं। भगवान गणेशजी का अनुष्ठान करवाएं।

*राहु राजनीति में ले जाता है लेकिन बदनामी का कारण भी यही ग्रह होता है अगर कर्म अशुभ हो।

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