आज नहीं अब 14 मई को मनायी जाएगी ईद, मुस्लिम धर्मगुरुओं ने की सबसे अपील
चांद दिखने की खबर नहीं मिलने पर आज 30 वां रोज रखने के बाद धर्मगुरूओं ने कल 14 मई शुक्रवार को ईद मनाने का एलान किया है।
लखनऊ: भाईचारे का त्योहार अब ईद उल फितर (Eid UlFitr) आने को है और पाक रमजान माह अब खत्म होने वाला है। दुनियाभर के मुसलमानों ( Muslims) के लिए सबसे बड़ा त्योहार होता है ईद। एक माह के रोज के बाद खुदा से मिली बख्शी के रुप में इस दिन को लोग मनाते हैं।
इस बार 30 रोज रखने के बाद 14 मई को भारत में ईद मनाई जाएगी, जबकि साउदी अरब में आज ही ईद मनाई जा रही है। वैसे भी हर साल एक दिन पहले साउदी में ईद मनने के बाद ही भारत में ईद मनाई जाती है। ईद कब और किस दिन मनेगी ये चांद के दीदार पर तय होता है। ईस्लामिक कैलेंडर के अनुसार शव्वाल माह के पहली तरीख को ही अधिकतर ईद की खुशियां बांटी जाती है।
इस दिन मनाई जाएगी ईद
इस बार देश के किसी भी कोने से धर्मगुरूओं को चांद दिखने की खबर नहीं मिली तो आज 30 वां रोज रखने के बाद धर्मगुरूओं ने कल 14 मई शुक्रवार को ईद मनाने का एलान किया है। ईद मनाने को लेकर लखनऊ के मुस्लिम धर्मगुरु खालिद रशीद फिरंगी महतारी ने कहा है कि हमे 13 मई को 30 वां रोज़ा रखना होगा, क्योंकि हमें चंद्रमा नहीं दिखाई दिया और देश के अन्य हिस्से से भी कोई जानकारी नहीं मिली थी। हम सब ने 14 मई को ईद उल फितर (Eid UlFitr) मनाने का निर्णय लिया है। साथ ही कोरोना की दूसरी लहर में हो रही तबाही से बचने के लिए घर पर ही ईद की खुशी मनाने की सलाह दी है।
ईद पर रखें अपने साथ अपनों का ख्याल
कोरोना के बढ़ते प्रकोप के देखते हुए मुस्लिम धर्मगुरुओं ने लोगों से कहा है कि सभी लोग घरों में ही ईद की नमाज पढ़ें और परिनार के साथ मीठी सेवईयों के साथ खुशियां मनाएं ।
इधर मुस्लिम समाज से अपील करते हुए जामा मस्जिद के शाही ईमाम सईद अहमद बुखारी ने कहा ईद पर लोग अपने घरों में ही नमाज पढ़ें, क्योंकि इस जानलेवा बीमारी सेको बहुत खतरा है। ऐसा खतरनाक मंजर हम सबने जिंदगी में कभी नहीं देखा। कितने ही परिवारों ने अपने लोगों को खो दिया। कोई लोगों को तो कंधा भी नसीब नहीं हो सका।अभी तीसरी लहर आनी बाकी है तो ऐसे में हम सब को अच्छे दिन के लिए घर पर रहकर ही त्योहार मनानें की जरूरत है।
मौलाना राशिद फिरंगी महली ने कहा कि जिस तरह कोरोना बीमारी ने विकराल रूप ले रखा है, ऐसे में बेहतर होगा कि सभी लोग अपने घरों में ही रहें। अपनों की जान बचाना हर किसी की जिम्मेदारी है।
इमाम हाउस के इमाम उमेर अहमद इल्यासी ने कहा कि हालात बेकाबू हो गए है, अपने घरों में ही रहिए और ध्यान रखें कि आपको खुद अपनों की भी जान बचानी है।
ईद के दिन हम सब मिलकर नए कपड़े पहनकर नमाज अदा करते हुए दुनियाभर में अमन और चैन की दुआ मांगें। ईद सेवईयों की मिठास के साथ भाईचारे का संदेश देने वाला त्याहोरा है।
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