Hast Rekha Aur Career: कैसा होगा आपका करियर, किस क्षेत्र में कमायेंगे नाम, जानिए हस्तरेखा से बनेंगे डॉक्टर या इंजीनियर
Hast Rekha Aur Career: स्त शास्त्र में करियर संबंधी बहुत सी बातें बताई गई है। इसमें हाथ की रेखाओं से ये पता लगाया जा सकता है कि किसी भी व्यक्ति का भविष्य में करियर कैसा रहेगा। इतना ही नहीं बल्कि हाथ की रेखा से ये भी जाना जा सकता है कि व्यक्ति भविष्य में कौन सा काम करेगाा।
Hast Rekha Aur Career
हस्तरेखा और करियर : जीवन (Life) में हर कोई प्रगति करना चाहता है। इसके लिए अथक मेहनत भी करते हैं। हर कोई चाहता है कि उसका करियर अच्छा हो, इसके लिए मेहनत भी प्रत्येक व्यक्ति करता है। पर ये जानने की इच्छा लगभग हर किसी को होती है कि उसके द्वारा किया गया परिश्रम आखिर कब फल देगा। ज्योतिष में ऐसी अनेक विधा हैं जिनके माध्यम से मनुष्य की कई सारी समस्याओं ( Problem) का समाधान (Solution) हो सकता है। इन्हीं में से एक है हस्तरेखा विज्ञान( Hast Rekha Vigyan)।
हाथ की रेखाएँ आपके करियर का निर्धारण करती हैं। हाथ में सूर्य के पर्वत और सूर्य रेखा का बेहतर होना व्यक्ति को प्रशासनिक सेवा में ले जाता है। इसके अलावा मस्तिष्क की रेखाएं जितनी लंबी और सीधी हो उतनी ही ज्यादा प्रशासनिक नौकरी की संभावना बनती है। कनिष्ठा उंगली जितनी लंबी हो और अनामिका उंगली तक पहुंचे उतना ही प्रशासनिक सेवा में जाना निश्चित हो जाता है।
ज्योतिष व हस्त शास्त्र में करियर संबंधी बहुत सी बातें बताई गई है। इसमें हाथ की रेखाओं से ये पता लगाया जा सकता है कि किसी भी व्यक्ति का भविष्य में करियर कैसा रहेगा। इतना ही नहीं बल्कि हाथ की रेखा से ये भी जाना जा सकता है कि व्यक्ति भविष्य में कौन सा काम करेगाा। तो जानते हैं हस्त रेखा में बताई करियर संबंधी खास बातें-
हस्तरेखा से रोजगार में उच्च पद
- भाग्य रेखा चंद्र पर्वत से निकले, शनि पर्वत व रेखा तक जाए तो ऐसे जातक को रोजगार के क्षेत्र में स्त्री जातक की सहायता प्राप्ति के योग होते हैं।
- सूर्य रेखा के बीचों-बीच द्वीप चिन्ह हो, अनामिका और मध्यमा बराबर हों तो ऐसे जातक को सट्टे के क्षेत्र में रोजगार प्राप्ति के योग होते हैं।
- यदि जीवन और मस्तिष्क रेखा के आरंभ में अधिक अंतर हो तो ऐसे जातक को सट्टे, लाटरी आदि के क्षेत्र में हानि के योग होते हैं।
- सूर्य रेखा से शाखा निकल कर गुरु पर्वत पर जाए और रेखा के अंत में गुरु क्षेत्र पर तारे का चिन्ह हो, तो जातक किसी संस्था में उच्चाधिकारी के रूप में रोजगार प्राप्त करता है।
हस्तरेखा से तकनीकी-चिकित्सा में नाम
- अगर हाथ में मंगल और चंद्रमा अच्छा हो तो व्यक्ति चिकित्सक बन सकता है। मंगल की मजबूत रेखा और चंद्रमा पर ऊपर की ओर रेखाओं का जाना व्यक्ति को सर्जन बनाता है। अगर हाथ में बुध के पर्वत पर सीधी और छोटी लाइनें हों तो वह जातक फिजिशियन बनता है।
- मंगल और चंद्रमा के साथ बुध जितना ज्यादा अच्छा होगा, व्यक्ति उतना ही अच्छा डॉक्टर बनता है।
- हाथ में बुध और शनि का पर्वत अच्छा हो तो व्यक्ति तकनीकी करियर में ले जाता है।
- बुध का पर्वत अच्छा हो और शनि के पर्वत पर सीधी लकीर हो या भाग्य रेखा जाकर मिल रही हो तो वह व्यक्ति इंजीनियर बनता है।
- शनि के ठीक नीचे केतु के पर्वत पर वर्ग हो तो वह जातक कंप्यूटर या इंडस्ट्रियल इंजीनियर होता है।
- हथेली में बुध और बृहस्पति की शुभ स्थिति मैनेजमेंट के क्षेत्र की ओर ले जाती है।
- भाग्य रेखा से बुध के पर्वत की ओर रेखा का जाना इंसान को कॉरपोरेट क्षेत्र में ले जाता है।
- अगर बृहस्पति पर्वत अच्छा हो तो उस पर खड़ी लकीर या तारे का चिह्न हो तो वह व्यक्ति मैनेजमेंट या मार्केटिंग में बेहतरीन सफलता पाता है।
हस्तरेखा जो अभिनय की दुनिया में देता है नाम
- जो लोग कला या फिल्म के क्षेत्र में करियर बनाते हैं।उनकी हथेली पर शुक्र पर्वत विकसित होता है। हाथों में शुक्र का घेरा जितना बड़ा होगा, उतना ही व्यक्ति को ग्लैमर मिलता है और व्यक्ति के कला, मीडिया या फिल्म में जाने की संभावना बढ़ जाती है।
- बुध के पर्वत पर सीधी लकीर हो और हाथ के बीचोंबीच त्रिभुज हो तो वह जातक अभिनेता बनता है।
- अगर हाथों की अंगुलियां लंबी हों और अंगूठा समकोण बनता हो तो वह व्यक्ति फिल्म एक्टर बन सकता है।
हस्तरेखा और व्यवसाय
अगर हाथ का रंग बहुत साफ ना हो और हाथ क़ड़ा हो तो इंसान साधारण नौकरी करता है। हाथ की रेखाएं बहुत गाढ़ी हों तो उस व्यक्ति को तमाम मुश्किलों के बाद भी धन और रोज़गार को लेकर कोई समस्या नहीं रहती है। सूर्य पर्वत खराब हो या इस पर क्रॉस लग रहा हो या वलय हो तो वह जातक रोज़गार में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ता है।
कनिष्ठा का दूसरा पर्व लम्बा हो, बुध क्षेत्र पर कई खड़ी रेखाएं हों तो जातक चिकित्सा के क्षेत्र में रोजगार प्राप्त करता है।अनामिका कनिष्ठिका की अपेक्षा अधिक लम्बी हो तो ऐसे जातक कला, साहित्य एवं संगीत के क्षेत्र में रोजगार प्राप्त करते हैं।कनिष्ठिका तर्जनी के बराबर होने पर ऐसे जातक को राजनीति के क्षेत्र में रोजगार प्राप्ति के योग होते हैं।
गुरु पर्वत उन्नत और तर्जनी उंगली का द्वितीय पर्वत लम्बा हो तो ऐसे जातक के व्यापार अथवा व्यवसाय के क्षेत्र में रोजगार प्राप्ति के योग होते हैं।शनि पर्वत उन्नत हो तथा मध्यमा का प्रथम पर्व लम्बा हो तो ऐसे जातक को गुप्त विद्याओं, राजनीति एवं लेखन कार्य से रोजगार मिलता है।
मस्तिष्क रेखा लम्बी एवं दोषरहित हो और मस्तिष्क रेखा तथा हृदय रेखा के मध्य का भाग चौड़ा हो, तर्जनी उंगली का अग्रभाग चतुष्कोणाकार हो तो ऐसे जातक को न्याय के क्षेत्र में रोजगार प्राप्ति के योग होते हैं।
हस्तरेखा के अनुसार जिन जातकों की रुचि वकालत में होती है उनकी हथेलियां काफी चौड़ी होती हैं और उंगलियों का आकार छोटा होता है। इनके बुध और मंगल पर्वत काफी उभरे हुए होते हैं और मस्तिष्क रेखा व जीवन रेखा एकदम अलग-अलग रहती हैं।
ऐसे जातक जिनकी कविता लेखन में रुचि होती है उनकी उंगलियां लंबी-लंबी होती है। उंगलियों के पोर लंबे और सुस्पष्ट होते हैं। ऐसे जातकों के हाथ पतले-पतले लेकिन देखने में सुंदर होते हैं। इनकी हथेली मुलायम होने के साथ ही सूर्य, चंद्र और शुक्र पर्वत काफी उठे हुए होते हैं। ऐसे लोगों को लेखक बनने से कोई रोक नहीं सकता है।
ऐसी हस्तरेखा राजनीति में देता है नाम
जिन जातकों की राजनीति में रुचि होती है उनके हाथों की एक खास पहचान होती है। ऐसे जातकों की हथेली सफेद और हाथ लंबे-लंबे होते हैं। इन जातकों की हथेली में बृहस्पति, सूर्य और बुध पर्वत का सुविकसित होना उसकी खास पहचान माना जाता है। बृहस्पति पर्व की ऊंचाई से मस्तिष्क रेखा का आरंभ होना और नीचे आकर दो भागों में बंट जाना, यह भी राजनीति में रुचि को दर्शाता है।
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