Hath Me Vivah Rekha: विवाह रेखा से खुलेगा आपके वैवाहिक जीवन का राज, कैसा होगा जीवनसाथी, कब होगा विवाह, जानें यहां....
Hath Me Vivah Rekha: हथेली पर बनने वाली रेखाएं और आकृतियों से आने वाले समय और उसके भाग्य के बारे में जाना जा सकता हैं। इसी के साथ ही देखा जाता हैं कि कई लोगों की हथेली में ऐसे निशान पाए जाते हैं जो दर्शाते हैं कि व्यक्ति की किस्मत उनकी शादी के बाद उज्जवल होगी। जानते हैं इसके बारे में।
Hath Me Vivah Rekha
हाथ में विवाह रेखा,प्रेम व धोखा: हमारी जैसी सोच रहती है। उसी के अनुरूप हाथों की रेखाओं बदलाव होते रहते हैं। सामान्यत: हमारे हाथों की कई छोटी-छोटी रेखाएं बदलती रहती हैं, परंतु कुछ खास रेखाओं में बड़े परिवर्तन नहीं होते हैं। इन महत्वपूर्ण रेखाओं में जीवन रेखा, भाग्य रेखा, हृदय रेखा, मणिबंध, सूर्य रेखा और विवाह रेखा शामिल है। ज्योतिष के अनुसार विवाह रेखा से किसी व्यक्ति के विवाह और प्रेम प्रसंग पर विचार किया जाता है। ज्योतिष में हस्तरेखा ज्योतिष का बड़ा महत्व माना गया हैं जो कि व्यक्ति के भविष्य के बारे में कई तरह की जानकारियां देता हैं। हथेली पर बनने वाली रेखाएं और आकृतियों से आने वाले समय और उसके भाग्य के बारे में जाना जा सकता हैं। इसी के साथ ही देखा जाता हैं कि कई लोगों की हथेली में ऐसे निशान पाए जाते हैं जो दर्शाते हैं कि व्यक्ति की किस्मत उनकी शादी के बाद उज्जवल होगी। जानते हैं इसके बारे में।
विवाह रेखा कैसे देखे?
विवाह रेखा बताती है कि व्यक्ति की मैरिड लाइफ (Married Life) कैसी रहेगी, उसे सुख मिलेंगे या समस्याएं होंगी। साथ ही उसे कैसा जीवनसाथी (Life Partner) मिलेगा। हथेली में विवाह रेखा सबसे छोटी उंगली के नीचे होती है। यह बुध पर्वत पर हथेली के बाहर से अंदर की ओर आती है।
विवाह रेखा कहां से शुरू होती है
लिटिल फिंगर (सबसे छोटी अंगुली) के नीचे वाले भाग में होती है। कुछ लोगों के हाथ में एक विवाह रेखा होती है तो कुछ लोगों के हाथों में एक से अधिक। सबसे छोटी अंगुली के नीचे वाले क्षेत्र को बुध पर्वत कहते हैं। बुध पर्वत के अंत में कुछ आड़ी गहरी रेखाएं होती हैं। ये विवाह रेखाएं कहलाती है। हथेली में सबसे छोटी उंगली के नीचे बुध पर्वत होता है। बुध पर्वत के अंत में कुछ आड़ी रेखाएं होती हैं। इस रेखा को विवाह रेखा कहते है। किसी भी व्यक्ति के प्रेम प्रसंग एवं वैवाहिक जीवन का आंकलन इसी रेखा की बनावट के आधार पर लगाया जाता है। यह रेखा जितनी साफ और स्पष्ट होती है वैवाहिक जीवन उतना ही अच्छा होता है।
विवाह रेखा से जानें कब होगी शादी?
जिन लोगों के हाथ में विवाह रेखा हृदय रेखा के पास हो उनकी शादी 25 वर्ष की उम्र तक हो जाती है। हाथ में विवाह रेखा कनिष्ठ रेखा के जितने पास होगी, जातक की शादी में उतनी ही देरी होगी। विवाह रेखा मणिबंध रेखा के मध्य में हो तो जातक का विवाह उत्तर दिशा में होता है।
विवाह रेखा पर तिल
किसी जातक की विवाह रेखा पर तिल हो तो ऐसे जातकों की शादी विलंब से होती है। जातक को शादी के लिए संघर्ष करना पड़ता है।
विवाह रेखा रेखा टूटी हो
ऐसा माना जाता है कि जितनी विवाह रेखाओं की संख्या होती है उस व्यक्ति के उतने ही प्रेम प्रसंग हो सकते हैं। यदि यह रेखा टूटी हो या कटी हुई हो विवाह विच्छेद की संभावना होती है। वैवाहिक जीवन साथ ही यह रेखा आपका वैवाहिक जीवन कैसा रहेगा यह भी बताती है। यदि रेखाएं नीचे की ओर गई हुई हों तो दांम्पत्य जीवन में आपको काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
विवाह रेखा प्रेम प्रसंग व धोखा
यदि विवाह रेखा के शुरू में दो शाखाएं हो तो उस व्यक्ति की शादी टूटने का भय रहता है।हस्तरेखा ज्योतिष के अनुसार विवाह रेखा से किसी व्यक्ति के विवाह और प्रेम प्रसंग पर विचार किया जाता है। यदि किसी स्त्री के हाथ में विवाह रेखा के आरंभ में द्वीप चिन्ह हो तो उसका विवाह किसी धोखे से होगा, ऐसी संभावनाएं रहती हैं।
विवाह रेखा बुध पर्वत
यदि बुध पर्वत से आई हुई कोई रेखा विवाह रेखा को काट दे तो उस व्यक्ति का वैवाहिक जीवन परेशानियों भरा होता है।
विवाह रेखा रिंग फिंगर
यदि विवाह रेखा रिंग फिंगर (अनामिका) के नीचे सूर्य रेखा तक गई हो तो उस व्यक्ति का विवाह किसी विशिष्ट व्यक्ति से होता है। शुक्र पर्वत विवाह रेखा पर विचार करते समय शुक्र पर्वत (अंगूठे के नीचे वाला भाग शुक्र पर्व कहलाता है। इसका क्षेत्र जीवन रेखा तक होता है।) पर भी विचार करना चाहिए। भविष्य पर प्रभाव दोनों हाथों की सभी रेखाओं और हाथों की बनावट का भी व्यक्ति के स्वभाव और भविष्य पर प्रभाव पड़ता है। अत: इस हाथों का सही-सही अध्ययन किया जाना चाहिए।
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