Surya Grahan 2022: जानें कब और क्यों होता है सूर्य ग्रहण, यहां समझे सबकुछ विस्तार से
How and Why Solar Eclipses 2022: साल का आखिरी सूर्य ग्रहण दिवाली के अगले दिन यानी 25 अक्टूबर को लगने जा रहा है। इस साल सूर्य ग्रहण पर कई दुर्लभ संयोग भी बन रहे हैं।
Surya Grahan 2022 Time and Date: साल का आखिरी सूर्य ग्रहण दिवाली के अगले दिन यानी 25 अक्टूबर को लगने जा रहा है। इस साल सूर्य ग्रहण पर कई दुर्लभ संयोग भी बन रहे हैं। सूर्य ग्रहण पर ज्योतिष अनुसार कई तरह की सावधानियां बरतने की सलाह दी जाती है, खासकर गर्भवती महिलाओं को। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सूर्य ग्रहण क्यों होता है? अगर नहीं जानते तो यहां जानें विस्तार से:
ज्योतिष के अनुसार सूर्य ग्रहण
दरअसल सूर्यग्रहण से जुड़ी एक कथा काफी मशहूर है। बता दे सूर्य ग्रहण की कथा समुद्र मंथन से जुड़ी है। दरअसल प्राचीन काल में देवताओं और असुरों ने मिलकर समुद्र मंथन किया था। तब इस मंथन में 14 रत्न निकले थे। लेकिन समुद्र मंथन में जब अमृत निकला तो इसके लिए देवताओं और दानवों के बीच युद्ध होने लगा।
anupतब श्रीहरि यानी भगवान विष्णु ने मोहिनी अवतार लिया और देवताओं को अमृतपान करवाने लगे। ठीक उस समय राहु नाम के असुर ने भी देवताओं का वेश धारण करके अमृत पान कर लिया। लेकिन चंद्र और सूर्य ने राहु को पहचान लिया और भगवान विष्णु को बता दिया। तब भगवान विष्णुजी ने क्रोधित होकर राहु का सिर धड़ से अलग कर दिया क्योंकि राहु ने भी अमृत पी लिया था इसलिए वह अमर हो गया था। तभी से ऐसा कहा जाता है कि राहु चंद्र और सूर्य को अपना शत्रु मानता है। इसलिए समय-समय पर इन ग्रहों को ग्रसता है और शास्त्रों में इसी घटना को सूर्यग्रहण और चंद्रग्रहण कहा जाता है।
विज्ञान के अनुसार
दरअसल विज्ञान के अनुसार जब सूर्य और पृथ्वी के बीच में चन्द्रमा आ जाता है तो चन्द्रमा के पीछे सूर्य का बिम्ब कुछ समय के लिए ढक जाता है, तब इसी घटना को सूर्य ग्रहण कहा जाता है। बता दे पृथ्वी सूरज की परिक्रमा करती है और चाँद पृथ्वी की। लेकिन कभी-कभी चाँद, सूरज और धरती के बीच आ जाता है। फिर जब वह सूरज की कुछ या सारी रोशनी रोक लेता है जिससे धरती पर साया फैल जाता है। तब इसी घटना को सूर्य ग्रहण कहा जाता है। बता दे यह घटना हमेशा अमावस्या को ही होती है। बता दे इस साल सूर्य ग्रहण की 25 अक्टूबर को सायं 4.42 बजे से शुरु होकर सूर्यग्रहण संध्या समय 6 बजकर 25 मिनट तक रहेगा। जानकारी के लिए बता दे सूर्य ग्रहण के तीन प्रकार के होते हैं: पूर्ण सूर्य ग्रहण, आंशिक सूर्य ग्रहण और वलयाकार सूर्य ग्रहण।