गुरु का राशि परिवर्तन: ये राशियां होंगी मालामाल, करें ये उपाय
शनि के साथ चल रहे बृहस्पति पांच अप्रैल 2021 दिन सोमवार को रात्रि 24:22 बजे अपनी राशि बदलकर कुंभ में आ जाएंगे।
लखनऊ: 9 ग्रहों में बृहस्पति को एक महत्वपूर्ण ग्रह माना जाता है जिसकी चाल से देश और दुनिया के आने वाले समय के बारे जाना जाता है। दिसंबर 2019 में जब गुरु ने राशि परिवर्तन किया था तो इसे कोरोना से जोड़ कर देखा गया। गुरु- शनि की युति ने इस महामारी को आगे बढ़ाया। ज्योतिष विशेषज्ञों का मानना था कि जब तक शनि अपनी दो राशियों मकर और कुंभ से बाहर नहीं निकलते, तब तक कोरोना और जनांदोलन चलते रहेंगे और यह सिलसिला 2022 तक चलने की संभावना है।
राजा और मंत्री दोनों ही मंगल
नए संवत 2078 और नवरात्र 13 अप्रैल से आरंभ हो रहे हैं। राक्षस नामक इस संवत में राजा और मंत्री दोनों ही मंगल हैं जो आने वाले समय में हिंसा, उपद्रव, दुर्घटनाओं, प्राकृतिक आपदाओं, अधिक गर्म मौसम का संकेत दे रहे हैं। अभी 6 अप्रैल से ग्रह चाल के अनुसार विभिन्न लोगों पर उनकी चंद्र राशियों के अनुसार क्या प्रभाव पड़ पड़ेगा जानते हैं।
बृहस्पति 6 अप्रैल को मकर राशि की यात्रा समाप्त करके कुंभ राशि में प्रवेश कर रहे हैं, इस राशि पर ये 13 सितंबर तक गोचर करेंगे। अपनी इस यात्रा के मध्य ये 20 जून की रात्रि 8 बजकर 28 मिनट पर वक्री होंगे और उसी अवस्था में चलते हुए पुनः 14 सितंबर की दोपहर 2 बजकर 28 मिनट पर मकर राशि में प्रवेश कर जाएंगे।
बीते 13 महीनों से मकर राशि में शनि के साथ चल रहे बृहस्पति पांच अप्रैल 2021 दिन सोमवार को रात्रि 24:22 बजे अपनी राशि बदलकर कुंभ में आ जाएंगे। यद्यपि कुंभ राशि भी शनि की राशि है जो बृहस्पति की शत्रु राशि है। इसलिए देश और दुनिया के लिए अभी माहौल नहीं बदलेगा। अभी 13 महीने और यथावत चलता रहेगा। बृहस्पति 20 जून को वक्री होकर 14 सितंबर को पुनः मकर राशि में वापस आएंगे और 20 नवंबर तक मकर में ही रहेंगे, किंतु 20 नवंबर से और 13 अप्रैल 2022 तक कुंभ में ही विचरण करेंगे। इस राशि परिवर्तन का विभिन्न राशियों पर असर होगा।
मेष से कर्क राशि पर पड़ने वाला प्रभाव
मेष व्यवसाय अथवा नौकरी करने वाले व्यक्तियों को उनके परिश्रम का पूरा परिणाम मिलेगा। संतान प्राप्ति के योग बनेंगे।घर में धार्मिक-मांगलिक कार्य का अवसर आ सकता है। विद्यार्थियों के लिए समय अच्छा है। एकादश भाव में मौजूद गुरु बृहस्पति आपको अपार धन लाभ कराएगा। परेशानी से मुक्ति के लिए केसर का तिलक लगाएं।
वृष जातक की लाभ प्रतिष्ठा और सम्मान की प्राप्ति होगी। धन लाभ के नए-नए स्रोत बनेंगे। 15 सितंबर को गुरु बृहस्पति वक्री होते हुए वापस मकर में विराजमान हो जाएंगे। यह अवधि शुभ रहेगी और आपको भाग्य का साथ मिलेगा। आपकी रुचि अध्यात्म की ओर बढ़ेगी। परेशानियों से निजात पाने के लिए बृहस्पतिवार के दिन गरीबों को भोजन कराएं।
मिथुन इस राशि के जातक को धन लाभ लगातार होता रहेगा, लेकिन खर्च भी बढ़ेगा। धर्म-कर्म के मामलों में रुचि बढ़ेगी। जीवनसाथी से संबंध बेहतर होंगे। छात्रों को पढ़ाई के सिलसिले में घर से दूर जाना पड़ सकता है। 15 सितंबर से 20 नवंबर तक मकर राशि में वापस विराजमान हो जाएंगे जिससे स्वास्थ्य संबंधित कई तरह की परेशानियां तकलीफ दे सकती है। बृहस्पतिवार के दिन केले के वृक्ष की परिक्रमा करें और उस पर चने की दाल अर्पित करें।
कर्क इस राशि के जातक को लाभ कम होगा। नौकरी में पदोन्नति के अवसर मिल सकते हैं तो वहीं स्वास्थ्य खराब हो सकता है इसलिए सतर्क रहने की जरूरत है। दांपत्य जीवन में संतान पक्ष को भाग्य का साथ थोड़ा कम है। 15 सितंबर से 20 नवंबर तक मकर राशि में वापस विराजमान होते हुए आपके सप्तम भाव को प्रभावित करेंगे जिससे व्यावसायिक जातकों को व्यवसाय में जबर्दस्त सफलता मिलेगी, उत्तम धनलाभ होगा। इस राशि के जातक गाय को चने की दाल अथवा हरी सब्जी खिलाएं।
सिंह से वृश्चिक राशि पर पड़ने वाला प्रभाव
सिंह इस राशि के जातक को अनावश्यक चिंता एवं मानसिक तनाव बना रहेगा। नौकरी में मान-सम्मान मिलेगा, उच्चाधिकारियों का सहयोग मिलेगा। वहीं दूसरी तरफ स्वास्थ्य खराब हो सकता है।15 सितंबर से 20 नवंबर तक मकर राशि में वापस विराजमान होते हुए षष्ठम भाव को प्रभावित करेंगे जिससे जातक अपना कोई बकाया कर्ज चुकाने में सफल होंगे। प्रेम विवाह करने का विचार कर रहे जातकों को शुभ समाचार प्राप्त होगा। इस राशि के जातक हर बृहस्पतिवार के दिन पीपल को जल अर्पित करें।
कन्या इस राशि के जातक को अपने विरोधियों से भी सावधान रहना है। परिवार में मंगल कार्य होने की संभावना है। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों को सफलता मिलेगी। कार्यक्षेत्र पर हर कार्य में कई रुकावटें आने से मन उदास रहेगा। आर्थिक जीवन भी प्रभावित होने से खर्चों में बढ़ोतरी होगी। इस राशि के जातक को गुरुवार के दिन गौ को गुड़ और गेहूं खिलाना चाहिए।
तुला इस राशि के जातक की कार्यकुशलता बढ़ेगी। संतान पक्ष से संतुष्टि रहेगी। राजनीतिक लोगों से संपर्क बढ़ेगा। प्रतिष्ठा एवं सम्मान के योग बन रहे हैं। बड़े-बुजुर्गों से सहयोग मिलेगा, संतान से जुड़ी कोई परेशानी दूर होगी, नौकरी में प्रमोशन मिल सकता है।जातक रोजाना गाय को आटे की लोई पर हल्दी का तिलक लगाकर खिलाएं।
वृश्चिक इस राशि के जातक स्वास्थ्य का ध्यान रखें और खर्चों पर कंट्रोल रखें। नौकरी में प्रमोशन हो सकता है, पैतृक संपत्ति का लाभ मिल सकता है। माताजी का स्वास्थ्य खराब हो सकता है, जहां आपको धन खर्च करना पड़ेगा। संतान पक्ष के लिए भी समय अनुकूल नहीं दिखाई दे रहा। आर्थिक जीवन में भाग्य का साथ मिलेगा और अपार धन की प्राप्ति होगी। जातक पुखराज धारण करें।
धनु से मीन राशि पर पड़ने वाला प्रभाव
धनु इस राशि के जातक क्रोध पर नियंत्रण रखें। इससे स्वास्थ्य हानि हो सकती है। नौकरी में नए और अच्छे अवसर मिलेंगे, धर्म और आध्यात्म में उनकी रुचि बढ़ेगी, संतान से जुड़ी समस्याएं दूर होंगी। विदेश यात्रा का अवसर मिल सकता है। विद्यार्थियों के लिए समय अच्छा है। छोटे भाई-बहनों का साथ मिलेगा और उनके साथ किसी यात्रा पर जाना भी पड़ सकता है। जातक गुरु बीज मंत्र 'ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरुवे नम:' की एक माला जप करें।
मकर इस राशि के जातक परिवार में मंगल कार्य होंगे। किसी तरह के विवादित मामले को आपस में ही हल कर लें। जमीन जायदाद के मामले भी हल हो जाएंगे। कार्यक्षेत्र पर आपकी आमदनी में भी बढ़ोतरी होगी, लेकिन आपको इस समय अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने की जरूरत होगी। जातक पीले चावल को गरीबों में बांटें।
कुंभ इस राशि के जातक अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें, क्योंकि प्रथम भाव में बृहस्पति शारीरिक कष्ट दे सकते हैं। संतान संबंधी चिंता दूर होगी, सामजिक पद-प्रतिष्ठा बढ़ेगी और विद्यार्थियों को सफलता मिलेगी। समाज में मान-सम्मान बढ़ेगा व आर्थिक पक्ष भी मजबूत होगा।जातक बृहस्पतिवार के दिन जरूरतमंद विद्यार्थियों को शिक्षा की सामग्री भेंट करें।
मीन इस राशि के जातक 12वें स्थान के बृहस्पति शुभ नहीं होते हैं। वाद-विवाद से बचें, लेन-देन के मामलों में भी सावधान रहना होगा। विदेश जाने की इच्छा रखने वाले जातकों के लिए शुभ रहेगा। जातक रोजाना देव गुरु बृहस्पति के बीज मंत्र 'ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरुवे नम:' का एक माला जप करें।