कंगाल हो जाएंगेः अगर इस दिन किया लेन-देन, जानें नक्षत्रों का खेल
यदि आप किसी भी प्रकार के कर्ज में बोझ तले दबते जा रहे हैं,और तमाम प्रयास किए जाने के बावजूद कर्ज कम नहीं हो रहा है तो ये उपाय आपके कर्ज के बोझ को कुछ ही दिनों में कम कर देंगे।
जयपुर: शास्त्र में नक्षत्र योग और मुहूर्त का अत्यधिक महत्व है। ज्योतिष शास्त्र में किस वार, तिथि में कौन सा नक्षत्र किस काम के लिए अनुकूल या प्रतिकूल माना गया है यह विस्तार से बताया गया है। कर्ज मुक्त जीवन ही सबसे खुशहाल जीवन होता है। कई बार कर्ज लेने के बाद उसे लौटाना व्यक्ति को भारी पड़ता है और उसकी पूरी जिंदगी कर्ज चुकाते खत्म हो जाती है।
नक्षत्र के अनुसार कर्ज के लेन-देन के निषिद्ध
यदि आप किसी भी प्रकार के कर्ज में बोझ तले दबते जा रहे हैं,और तमाम प्रयास किए जाने के बावजूद कर्ज कम नहीं हो रहा है तो ये उपाय आपके कर्ज के बोझ को कुछ ही दिनों में कम कर देंगे। कर्ज पर जानें जानते हैं किस मुहूर्त नक्षत्र के अनुसार कर्ज के लेन-देन के निषिद्ध हैं।
कर्ज दिया तो नहीं मिलेगा
हस्त नक्षत्र में लिया गया कर्ज जातक कभी भी नहीं चुका सकते। इसे चुकाने गए तो कुछ ना कुछ समस्या आती ही रहेगी और इस नक्षत्र में लिया गया ऋण बढ़ता ही जाता है। भूलकर भी हस्त नक्षत्र में कर्ज न लें, लेकिन इस नक्षत्र में ही यदि ऋण चुकाने का सोच रहे हैं तो अच्छा है क्योंकि ऋण चुकता भी हो जाएगा और समृद्धि और सौभाग्य भी बढ़ेगा।
इसी तरह हस्त के अलावा मूल,आद्रा, ज्येष्ठा, विशाखा, कृतिका, ध्रुव संज्ञक नक्षत्र अर्थात उत्तरा फाल्गुनी, उत्तराषाढ़ तथा उत्तराभाद्रपद और रोहिणी आदि नक्षत्रों में भी भूलकर कर्ज नहीं लेना चाहिए।
यह पढ़ें...10 फरवरी: मिलेगा रोजगार या रहेंगे बेरोजगार, जानिए कैसा रहेगा आपका राशिफल
ये दिन है निषिद्ध
कर्ज लेना ही है तो कम से कम बताए गए नक्षत्र का ध्यान रखें। वृद्धि योग, द्विपुष्कर योग, त्रिपुष्कर योग में भी कर्ज में लिया गया ऋण कभी चुकता नहीं होता। कभी भी मंगलवार, शनिवार और रविवार को कर्ज नहीं लेना चाहिए।
12 संक्रांतियो पर कर्ज ना लें ..
बुधवार के दिन किसी को भी कर्ज नहीं देना चाहिए। इस दिन दिया गया उधार डूब सकता है। साल में 12 संक्रांतियां होती है। सभी संक्रातियों में कर्ज लेन-देन नहीं करना चाहिए।
यह पढ़ें...शिव चतुर्दशी आज: जानिए इसका महत्व, करें इन मंत्रों का जाप, होगा कल्याण
इस लग्न में कर्ज से रहे दूर
इसी तरह चर लग्न में कर्जा नहीं देना चाहिए । वर्ना वापस नहीं मिलता है। चर लग्न में पांचवें व नौवें स्थान में शुभ ग्रह व आठवें स्थान में कोई भी ग्रह नहीं हो, वरना ऋण पर ऋण चढ़ता चला जाएगा। चर लग्न जैसे मेष, कर्क, तुला और मकर में कर्ज लेने पर शीघ्र ही उतर जाता है, लेकिन इन चर लग्न में कभी किसी को कर्ज नहीं देना चाहिए।