Jyotish Ki Madad Se Paye Chori Hui Vastu: चोर, चोरी या गुम हुई वस्तु को पाने का सरल और आसान ज्योतिष उपाय, यहां जानिए

Jyotish Ki Madad Se Paye Chori Hui Vastu: चोरी हुई या खोई हुई वस्तु मिलेगी या नहीं, यह सभी वस्तु की चोरी अथवा खोने के समय जो नक्षत्र और योग रहा होगा, उस पर निर्भर करता है। ज्योतिष में नक्षत्रों को चार हिस्सों में विभाजित किया गया है। भाग के नक्षत्र का अलग महत्व है। जानते हैं कैसे मिलेगा चोरी का सामान

Update: 2022-06-10 03:38 GMT

सांकेतिक तस्वीर, सौ. से सोशल मीडिया

Jyotish Ki Madad Se Paye Chori Hui Vastu

ज्योतिष की मदद से पाएं चोरी हुई वस्तु

लोग अपनी कीमती चीजें संभालकर रखते हैं फिर भी कभी कभी वो खो जाती है या चोरी  हो जाती है। यदि आपके घर में चोरी हो गई है या कोई वस्तु गुम अथवा खो गई है तो आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है। क्योंकि ज्योतिष में हर समस्या का समाधान है। ज्योतिष का वह गूढ़ रहस्य बताने जा रहे हैं, अक्सर देखने को आता है कि बहुत से लोगों के घरों में चोरी हो जाती है अथवा कोई कीमती वस्तु खो गई अथवा गुम हो गई है तो उस वस्तु का पता लगाने के लिए ज्योतिष ( Jyotish) अथवा तांत्रिकों के पास जाते हैं और अपनी वस्तु के मिलने की जानकारी हासिल करते हैं।

आज हम बताएंगे कि आपकी चोरी, खोई अथवा गुम हुई वस्तु मिलेगी या नहीं। यदि मिलेगी तो कब और किस दिशा में।  चोरी हुई या खोई हुई वस्तु मिलेगी या नहीं, यह सभी वस्तु की चोरी अथवा खोने के समय जो नक्षत्र और योग रहा होगा, उस पर निर्भर करता है।  ज्योतिष में नक्षत्रों को चार हिस्सों में विभाजित किया गया है। भाग के नक्षत्र का अलग महत्व है। जानते हैं कैसे मिलेगा चोरी का सामान....

सांकेतिक तस्वीर, सौ. से सोशल मीडिया

इसके लिए पहले नक्षत्र के प्रकार उनका विभाजन करें

अंधलोचन- रेवती, रोहिणी, पुष्य, उत्तराफाल्गुनी, विशाखा, पूर्वाषाढा, धनिष्ठा नक्षत्र।

मंदलोचन- अश्वनी, मृगशिरा, आश्लेषा, हस्त, अनुराधा, उत्तराषाढ़ा, शतमिषा नक्षत्र।

मध्यलोचन- भरणी, आर्द्रा, मघा, चित्रा, ज्येष्ठा, अभिजित, पूर्व भाद्रपद नक्षत्र।

सुलोचन।- कृतिका, पुनर्वसु, पूर्वा फाल्गुनी, स्वाती, मूल, श्रवण, उत्तरा भाद्रपद।


जाने कब और किस दिशा में मिलेगी वस्तु

अंधलोचन नक्षत्र में खोई अथवा चोरी हुई वस्तु प्रयास करने पर पूर्व दिशा में मिलती है।

मंदलोचन नक्षत्र में गुम, चोरी अथवा खोई वस्तु दक्षिण दिशा में तीन से चार दिन में मिलती है।

मध्यलोचन नक्षत्र में खोई, चोरी हुई वस्तु एक ढाई माह के दौरान पश्चिम दिशा में मिलती है।

सुलोचन नक्षत्र में खोई वस्तु, चोरी हुआ सामान उत्तर दिशा में जाता है, लेकिन मिलने की संभावना नहीं होती।

सांकेतिक तस्वीर, सौ. से सोशल मीडिया

 लग्न के अनुसार पता लगाएं चोरी का समान

मेष लग्न में कोई वस्तु चोरी हुई हो  तो चोरी गई वस्तु पूर्व दिशा में होती है। उसका नाम स अक्षर से प्रारंभ होता है। नाम में दो या तीन अक्षर होते हैं।

वृषभ लग्न में वस्तु चोरी हुई हो तो वस्तु पूर्व दिशा में होती है और चोर के नाम म अक्षर से शुरू होता है। नाम चार अक्षरों वाला हो सकता है।

मिथुन लग्न में चोरी गई वस्तु आग्नेय कोण में होती है। चोरी करने वाला व्यक्ति वैश्य वर्ण का हो सकता है और उसका नाम क से प्रारंभ होता है। नाम में तीन अक्षर होते हैं।

कर्क लग्न में वस्तु चोरी होने पर दक्षिण दिशा में मिलती है और उसका नाम त अक्षर से प्रारंभ होता है और नाम में तीन वर्ण होते हैं।

सिंह लग्न में चोरी हो तो वस्तु नैऋत्य कोण में होती है। चोरी करने वाला नौकर, सेवक होता है। चोर का नाम न से प्रारंभ होता है और नाम तीन या चार अक्षरों का होता है।

कन्या लग्न हो तो चोरी गई वस्तु पश्चिम दिशा में होती है। चोरी करने वाली कोई स्त्री होती है और उसका नाम म से प्रारंभ होता है। नाम में कई वर्ण हो सकते हैं।

तुला लग्न  में चोरी हो तो वस्तु पश्चिम दिशा में जानना चाहिए। चोरी करने वाला पुत्र, मित्र, भाई या अन्य कोई संबंधी होता है। इसका नाम म से प्रारंभ होता है और नाम में तीन वर्ण होते हैं। तुला लग्न में गई वस्तु बड़ी कठिनाई से प्राप्त होती है।

वृश्चिक लग्न में चोरी गई वस्तु पश्चिम दिशा में होती है। चोर घर का नौकर ही होता है और उसका नाम स अक्षर से प्रारंभ होता है। नाम चार अक्षरों वाला होता है।

धनु लग्न हो तो चोरी गई वस्तु वायव्य कोण में होती है। चोरी करने वाली कोई स्त्री होती है और उसका नाम स अक्षर से प्रारंभ होता है। नाम में चार वर्ण पाए जाते हैं।

मकर लग्न हो तो चोरी गई वस्तु उत्तर दिशा में समझनी चाहिए। चोरी करने वाला वैश्य जाति का होता है। नाम चार अक्षरों का होता है और वह स से प्रारंभ होता है।

कुंभ लग्न हो तो चोरी गई वस्तु उत्तर या उत्तर-पश्चिम दिशा में होती है। इस प्रश्न लग्न के अनुसार चोरी करने वाला व्यक्ति कोई मनुष्य नहीं होता बल्कि चूहों या अन्य जानवरों के द्वारा इधर-उधर कर दी जाती है।

 मीन लग्न में वस्तु चोरी हुई हो तो वस्तु ईशान कोण में होती है। चोरी करने वाला वस्तु को जमीन में छुपा देता है। ऐसे चोर का नाम व अक्षर से प्रारंभ होता है और उसके नाम में तीन अक्षर रहते हैं। चोर कोई परिचित महिला या नौकरानी भी हो सकती है।

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