Kartik Purnima 2022: चंद्र ग्रहण में भूल कर भी ना करें ये काम

Kartik Purnima 2022: ग्रहण के 9 घंटे पहले सूतक काल शुरू हो जाता है। इससे किसी भी प्रकार के पूजन पाठ या धार्मिक कार्य पर रोक होती है। सूतक काल में किसी भी प्रकार के पूजा पाठ, देव दर्शन या स्पर्श पर रोक होती है, जिस कारण देव दीपावली इस बार 7 नवंबर को मनाई जाएगी।

Written By :  Preeti Mishra
Update: 2022-11-08 11:33 GMT

kartik purnima 2022(Image credit: social media)

Kartik Purnima 2022 : आठ नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा मनाई जाएगी। कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान का विशेष महत्व है। इसलिए बड़ी संख्या में लोग गंगा स्नान और दान के लिए नदी तटों पर पहुंचते हैं। इसी दिन देव दीपावली भी मनाई जाती है, लेकिन इस साल कार्तिक पूर्णिमा पर 8 नवंबर को साल का दूसरा चंद्र ग्रहण लग रहा है।

ग्रहण के 9 घंटे पहले सूतक काल शुरू हो जाता है। इससे किसी भी प्रकार के पूजन पाठ या धार्मिक कार्य पर रोक होती है। ऐसे में लोगों के बीच देव दीपावली मनाने पर संशय है। सूतक काल में किसी भी प्रकार के पूजा पाठ, देव दर्शन या स्पर्श पर रोक होती है, जिस कारण देव दीपावली इस बार 7 नवंबर को मनाई जाएगी।

बता दें कि चंद्र ग्रहण के दिन सूतक का समय मंगलवार सुबह 9:21 बजे से शुरू होकर शाम 6:18 बजे तक रहेगा। गौरतलब है कि , इस चंद्र ग्रहण के दौरान सूतक काल में कोई भी धार्मिक और शुभ कार्य नहीं किया जा सकता है क्योंकि इससे कई राशियों पर प्रभाव पड़ने की संभावना है। अगर पूरे विश्व की बात की जाए तो ग्रहण 1:32 PM से 7:27 PM तक है इसलिए जो भी पुण्य कार्य करे वो 7.30 के बाद ही करें जैसे दैनिक पूजन,तुलसी पूजन आदि।

चंद्र ग्रहण सूतक समय 2022

चंद्र ग्रहण के दिन सूतक का समय सुबह 9:21 बजे से शुरू होकर शाम 6:18 बजे तक रहेगा सूतक काल में कोई भी धार्मिक और शुभ कार्य नहीं किया जा सकता है क्योंकि इससे कई राशियों पर प्रभाव पड़ने की संभावना है, इस चंद्र ग्रहण के दौरान।

चंद्र ग्रहण का प्रभाव

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार चंद्र ग्रहण का प्रभाव सभी राशियों के जातकों पर होगा, चंद्र ग्रहण 2022 कुछ विशेष राशियों के लिए अशुभ हो सकता है। गौरतलब है कि इस वर्ष चंद्र ग्रहण कार्तिक पूर्णिमा के शुभ अवसर पर पड़ रहा है, इसलिए इस वर्ष के अंतिम चंद्र ग्रहण का महत्व और भी बढ़ जाता है।

हम सभी जानते हैं कि कार्तिक पूर्णिमा के पर्व को देव दीपावली के नाम से भी जाना जाता है और काशी में इस पर्व को धूमधाम से मनाया जाता है, क्योंकि चंद्र ग्रहण 8 नवंबर 2022 को लगने वाला है, इसलिए इस वर्ष यह पर्व 7 नवंबर 2022 तारीख को मनाया जाएगा।

8 नवंबर 2022 को लगने वाला चंद्र ग्रहण भारत के कुछ हिस्सों में पूर्ण और आंशिक रूप से दिखाई देगा। चंद्र ग्रहण देखने का समय भारत के अलग-अलग शहरों में एक दूसरे से दो या चार मिनट आगे या पीछे होगा।

चंद्र ग्रहण 2022 क्या करें और क्या न करें

हिंदू धर्म के अनुसार चंद्र ग्रहण के दौरान लोगों को कुछ खास बातों का ध्यान रखना अनिवार्य होता है, जिसकी जानकारी नीचे दी गई है।

चंद्र ग्रहण में क्या करें

- धार्मिक मान्यताओं के अनुसार चंद्र ग्रहण के दिन सूतक काल में हमें कुछ भी खाना-पीना नहीं चाहिए।

- चंद्र ग्रहण के दौरान घर में रखे खाने के सामान पर कुश या तुलसी के पत्ते डालने चाहिए, ताकि खाने की सामग्री अशुद्ध ना हो।

- इस दिन गरीबों को भोजन और वस्त्र दान करना चाहिए।

चंद्र ग्रहण में ये ना करें

- किसी भी धार्मिक या शुभ कार्य का अभ्यास या प्रदर्शन करना निषिद्ध है।

- चंद्र ग्रहण के दौरान देवता या पेड़-पौधों को छूना मना है।

- धार्मिक गुरुओं के अनुसार चंद्र ग्रहण की स्थिति में यात्रा करना अशुभ होता है।

- चंद्र ग्रहण के दौरान किसी भी नुकीली चीज जैसे कैंची, चाकू, सुई आदि का प्रयोग न करें।

- चंद्र ग्रहण की स्थिति में किसी भी नुकीली चीज जैसे कैंची, चाकू, सुई आदि का प्रयोग न करें।

भारत में चंद्र ग्रहण 2022 कब होगा?

चंद्र ग्रहण भारत में 08 नवंबर, 2022 को शाम 5:32 बजे से शाम 6:18 बजे तक होगा।

क्या है चंद्र ग्रहण सूतक समय 2022?

चंद्र ग्रहण 2022 सूतक सुबह 09:21 बजे से शाम 06:18 बजे तक रहेगा।

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