Karwa Chauth Vrat 2023: करवा चौथ व्रत कब है?, जानिए इस दिन बन रहा शुभ योग और मुहूर्त और चांद दिखने का समय

Karwa Chauth Vrat 2023: करवा चौथ का दिन हर सुहागिन महिला के लिए खास होता है। इस दिन निर्जला व्रत रहकर महिलाएँ रात में चांद देखकर व्रत तोड़ती है, जानिए 2023 में करवा चौथ का चांद कब दिखेगा...

Update:2023-09-12 06:45 IST

Karwa Chauth Vrat 2023: इस साल 1 नवंबर को करवा चौथ है। सुहागिने पति की लंबी आयु के लिए  करवा चौथ का त्योहार करती हैं। इस दिन विवाहित महिलाएं पूरे दिन उपवास रखती हैं जो जल्दी सुबह सूर्योदय के साथ शुरू होता है और देर रात को चन्द्रोदय के बाद खत्म होता है।

इस दिन  माता करवा के साथ गणेश जी की पूजा की जाती है और चंद्र दर्शन किया जाता है। कहते हैं कि देवताओँ की रक्षा के लिए ब्रह्मा जी के कहन पर उनकी पत्नियों ने करवा चौथ का व्रत किया था। हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को करवा चौथ का त्योहार मनाते हैं।सदियों से इस पारंपरिक त्योहार पर राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश के कुछ हरियाणा और पंजाब की महिलाएँ सरगी के साथ व्रत की शुरुआत करती है और सोलह श्रृंगार करती है।

करवा चौथ व्रत का पूजा का मुहूर्त और चंद्रोदय का समय

हर साल करवा चौथ का व्रत कार्तिक महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है।  इस साल करवा चौथ का व्रत बुधवार 01 नवंबर 2023 को रखा जाएगा।  इस दिन महिलाएं अखंड सौभाग्य की कामना करते हुए करवा चौथ का व्रत रखती है।जानते हैं करवा चौथ व्रत का पूजा का मुहूर्त और चंद्रोदय का समय....

  • कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि प्रारंभ: मंगलवार 31 अक्टूबर 2023, रात 09:30
  • कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि समाप्त: बुधवार 01 नवंबर 2023, रात 09:19
  • करवा चौथ व्रत का समय: बुधवार 01 नवंबर, सुबह 06:36से  रात 08:26 तक
  • करवा चौथ पूजा का समय: 01 नवंबर शाम 05:44 से रात 07:02 तक
  • करवा चौथ पर चंद्रोदय का समय: 01 नवंबर, रात 08:26 पर.
  •  करवा चौथ पूजा का समय शाम 5:43 pm पर शुरू
  • नक्षत्र- म्रृगशीर्षा 04:36 AM तक उपरांत आद्रा
  • 04:12 PM तक चन्द्रमा वृषभ उपरांत मिथुन राशि पर संचार करेगा |
  • अमृत काल मुहूर्त -07:34 PM – 09:13 PM
  • ब्रह्म मुहूर्त -04:59 AMसे05:47 AM 1 नवंबर
  • सर्वार्थसिद्धि योग - Nov 01 06:35 AM से Nov 02 04:36 AM

करवा चौथ पर सुहागिन महिलाएं सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक कठिन निर्जला व्रत रखती हैं और इसके बाद सोलह श्रृंगार कर पूजा-अराधना करती हैं। रात को चंद्रोदय के बाद चंद्रमा को अर्घ्य देकर पति को छलनी से देखकर व्रत खोलती हैं। करवा चौथ के व्रत से वैवाहिक जीवन सुखमय होता है। करवा चौथ व्रत तभी पूरा माना जाता है जब महिला करवा चौथ का त्यौहार बहुत खुशी के साथ हर साल महिलाओं द्वारा कृष्ण पक्ष में पूरे दिन व्रत रखकर कार्तिक के महीने की चतुर्थी पर मनाया जाता है। इस दिन सुहागिने अपने पति के कल्याण और लंबे जीवन के लिए भगवान गणेश की पूजा करती हैं।

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