Karwa ChauthVrat Tut Jaye To Kya Kare:करवा चौथ भूलवश टूट जाये तो जानिए क्या करें, सौभाग्य के लिए भूल कर भी नहीं करें ये सारे काम

करवा चौथ व्रत टूट जाये तो क्या करें Karwa ChauthVrat Tut Jaye To Kya Kare: करवा चौथ निर्जला रखा जाता है अगर इस दिन गलती से टू जाए तो कुछ नियमों का पालन करने से व्रत पूर्ण हो जाता है,,,,,

Update: 2023-11-01 06:02 GMT

करवा चौथ व्रत टूट जाये तो क्या करें Karwa ChauthVrat Tut Jaye To Kya Kare: सुहाग की लंबी आयु और सुखी दांपत्य जीवन के लिए करवा चौथ व्रत करें।महिलाओं को कार्तिक मास के कृष्णपक्ष की चतुर्थी वाले दिन मनाए जाने वाले करवा चौथ व्रत का पूरे साल इंतजार रहता है। करवा चौथ का व्रत सुहागिन महिलाओं द्वारा अपने पति की लंबी आयु और सुख-समृद्धि की कामना के साथ रखा जाता है। धर्म परंपरा में किए जाने वाले तमाम व्रतों में करवा चौथ व्रत को बेहद कठिन और नियम-संयम के साथ करने वाला माना गया है। ऐसे में यदि करवा चौथ का निर्जला व्रत को करते समय आपसे जाने-अनजाने कोई गलती हो जाती है या फिर कहें भूलवश यह व्रत टूट जाता है तो आखिर क्या करना चाहिए, जानते हैं

करवा चौथ का व्रत जब गलती से टूट जाए

 सुखी दांपत्य जीवन का वरदान और पति की लंबी आयु बढ़ाने वाला करवा चौथ व्रत कुछ सुहागिन महिलाओं की गलती से टूट जाता है, जिससे उनको काफी निराशा और मन में तमाम तरह के बुरे ख्याल आने लगते हैं। यदि जाने-अनजाने आज आपसे भी इस व्रत से जुड़ी कोई गलती हो जाए या फिर कहें भूलवश करवा चौथ का व्रत टूट जाए तो आप बिल्कुल भी निराश न हों और न ही घबराएं, बल्कि इस दोष को दूर करने के लिए पूजा से जुड़े नीचे बताए गये उपाय करें।

यदि गलती से आपका करवा चौथ का व्रत टूट जाए तो आप उसके बाद भी अपना व्रत जारी रखें और पूरी आस्था के साथ इस व्रत से जुड़े सारे नियमों का बिल्कुल वैसे ही पालन करें, जैसे व्रत के दौरान करते हैं।

यदि आपका गलती से व्रत टूट जाए तो आप सबसे पहले सिर धोकर स्नान करें।इसे बाद शिव परिवार का ध्यान करते हुए स्वयं के द्वारा हुई भूल के लिए क्षमा मांगे।

मान्यता है कि यदि कोई सुहागिन महिला सच्चे मन से मां पार्वती से क्षमा प्रार्थना करती है तो उसे जाने-अनजाने व्रत के खंडित होने कारण लगने वाले दोष से मुक्ति मिल जाती है।

 धर्म ग्रंथों में जीवन से जुड़े तमाम तरह के दोष को दूर करने और सुख-सौभाग्य को पाने के लिए दान को सबसे उत्तम उकहा गया है। ऐसे में यदि आपसे भूलवश करवा चौथ का व्रत खंडित हो जाए तो इससे जुड़े दोष को दूर करने के लिए किसी सुहागिन महिला को सामर्थ्य के अनुसार श्रृंगार की वस्तुएं, वस्त्र, फल एवं दक्षिणा आदि दान करें।

यदि करवा चौथ व्रत में आपसे जाने-अनजाने कोई गलती हो जाती है तो आप आज चंद्र देवता के उदय होने पर उनके पूजन से पहले सबसे पहले अपनी भूल के लिए क्षमा मांगें और उसके बाद उनकी विधि-विधान से पूजा करें।

अगर किसी कारण के चलते आपका व्रत टूट जाए तो आपको अपने सामर्थ्य अनुसार श्रृंगार की वस्तुएं, वस्त्र एवं फल आदि दान करना चाहिए। इससे मां पार्वती प्रसन्न होंगी और आपकी भूल को माफ कर देंगी। शाम के समय पूजा करते समय सबसे पहले अपनी भूल के लिए मां पार्वती से माफी मांगें, उसके बाद विधि-विधान से करवा माता की पूजा करें।

व्रत के दौरान शाम को चंद्र को अर्घ्य देते समय प्रार्थना करें कि 'हे मंत्रों एवं औषधियों के स्वामी चंद्रमदेव मेरे द्वारा पूर्व और इस जन्म में जाने-अनजाने में किए गए पापों को क्षमा करें और मेरे परिवार को स्वस्थ, सुखी और समृद्धि बनाए रखें।'

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सच्ची श्रद्धा से माता पार्वती की पूजा अर्चना करने से सभी पाप मिट जाते हैं. ऐसे में अगर आपका व्रत खंडित हो जाता है तो उसके पाप के निवारण के लिए सच्चे मन से माता पार्वती की पूजा अर्चना करें निश्चित ही मां पार्वती आपकी किस भी भूल को माफ करके आपको अखंड सौभाग्य का वरदान प्रदान करेंगी।

करवा चौथ पर भूल कर भी न करें ये काम

करवा चौथ के व्रत के दिन किसी भी धारदार वाली चीजों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इस दिन कैंची, सुई, चाकू जैसी चीजों का इस्तेमाल करने से बचें।

करवा व्रत के दिन काले रंग और सफेद रंग के कपड़े पहनने से बचें। हिंदू धर्म में काले रंग और सफेद रंग को शुभ नहीं माना जाता है। इस दिन लाल कलर के कपड़े पहनना शुभ माना जाता है, क्योंकि ये रंग सुहाग का रंग होता है।

इस दिन व्रत रखने वाली महिलाएं दोपहर के समय बिल्कुल भी नींद न लें। अगर घर का कोई सदस्य सो रहा है तो उसे उठाने की कोशिश न करें। हिंदू शास्त्रों के अनुसार करवा चौथ के दिन किसी सोते हुए व्यक्ति को नींद से उठाना शुभ नहीं माना जाता है।

महिलाएं घर में किसी बड़े का अपमान न करें। अगर ऐसा करती हैं तो उनका व्रत रखना व्यर्थ हो जाता है।

व्रत के दिन महिलाएं पति से झगड़ा न करें, ऐसा करने पर आपको फल नहीं मिलेगा।

महिलाएं शाम को समय कथा सुनने के बाद चांद को अध्र्य देने तक भजन कीर्तन जरूर करें।

करवा चौथ के दिन महिलाएं अपने श्रंगार का सामान न किसी को दान में दें और न ही किसी से दान में लें।

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