Kharmas 2024 Date: जानिए खरमास में क्या करें जो होगा शुभ, भगवान् विष्णु का मिलेगा आशीर्वाद

Kharmas Me Kya Karna Chahiye: खरमास में कोई शुभ काम नहीं किया जाता ये तो हम सब जानते हैं लेकिन इस समय क्या करना शुभ होगा आइये जानते हैं।

Update:2024-03-14 10:16 IST

Kharmas 2024 (Image Credit-Social Media)

Kharmas Me Kya Karna Chahiye: 14 मार्च से खरमास (Kharmas 2024) की शुरुआत हो रही है। इस दिन सूर्य मीन राशि में प्रवेश करेगा। आपको बता दें कि मीन राशि बृहस्पति की जलीय राशि है साथ ही जब सूर्य इसमें प्रवेश करता है तो इसके परिणाम काफी अलग होते हैं। हिन्दू धर्म में कहा जाता है कि इस समय कोई भी शुभ काम जैसे शादी, मुंडन, गृह प्रवेश, कोई नई चीज़ की शुरुआत या कोई भी नया वहां या बड़ी चीज़ नहीं खरीदनी चाहिए। ऐसा करना अशुभ माना जाता है। लेकिन क्या आपको पता है इस समय क्या करना आपको फलीभूत करेगा क्या आपके लिए अच्छा रहेगा। आइये आज हम आपको बताते हैं कि खरमास के इस समय में आपको क्या करना चाहिए।

खरमास के दौरान क्या करें

जैसे-जैसे आकाशीय चक्र घूमता है, खरमास के समय की शुरुआत होती है, खरमास साल में दो बार आता है, जो आकाशीय पिंडों की गति से निर्धारित होता है। इस वर्ष, 2024 का अंतिम खरमास 14 मार्च,2024 को शुरू होगा, जो 13 अप्रैल , 2024 (Kharmas Date) को समाप्त होगा। आइये जानते हैं इस समय क्या करना काफी अच्छा माना जाता है।

आध्यात्मिकता की ओर बढ़ें : खरमास के दौरान अक्सर विस्तृत अनुष्ठानों को अलग रखा जाता है, यह आत्मनिरीक्षण आध्यात्मिक अभ्यास के लिए एक स्वर्णिम अवधि है। परमात्मा के साथ अपने संबंध को गहरा करने के लिए ध्यान, दैनिक प्रार्थना और चिंतन के क्षणों को अपनाएं।

जरूरतमंदों की करें सेवा: खरमास के दौरान दान और कम भाग्यशाली लोगों की सेवा का गहरा महत्व है। इसे गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करने का समय माना जाता है। माना जाता है कि इस समय आप ज़रूरतमंदों को दान दे सकते हैं जिसमे कपड़े, अनाज या अन्य ज़रूरी सामान शामिल हैं। इससे व्यक्ति को भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

सादगी भरा जीवन जियें : खरमास जीवन जीने के सरल तरीके को प्रोत्साहित करता है। अनावश्यक खरीदारी से बचें और जीवन की आवश्यक चीजों पर ध्यान केंद्रित करते हुए न्यूनतम दृष्टिकोण अपनाएं।

भगवान विष्णु की भक्ति: खरमास के दौरान भगवान विष्णु की पूजा करना शुभ माना जाता है। भगवान विष्णु की कथा, विशेषकर सत्यनारायण कथा पढ़ना या सुनना विशेष महत्व रखता है। ऐसा माना जाता ​​है कि श्रद्धा के ऐसे कार्य आशीर्वाद लाते हैं और उनके रास्ते से बाधाएं दूर करते हैं।

तुलसी की करें आराधना: खरमास के समय तुलसी माँ की पूजा करना विशेष महत्त्व रखता है। लेकिन इस दौरान याद रखें कि आपको तुलसी जी को छूना बिलकुल भी नहीं है। आप सुबह शाम उनके पास घी का दीप जला सकते हैं। लेकिन खरमास के समय उन्हें छूना पूरी तरह वर्जित होता है।  

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