Kharmas 2024: इस साल कब लग रहा है खरमास? इस दौरान भूल से भी न करें ये कार्य

Kharmas 2024: हिंदू धर्म में किसी भी शुभ कार्य को करने से पहले ज्योतिषीय गणना महत्वपूर्ण मानी गयी है। ज्योतिष के अनुसार ही कोई भी मांगलिक कार्य किया जाता है।

Update:2024-03-11 11:45 IST

इस साल कब लग रहा है खरमास (सोशल मीडिया)

Kharmas in March 2024: हिंदू धर्म में किसी भी शुभ कार्य को करने से पहले ज्योतिषीय गणना महत्वपूर्ण मानी गयी है। ज्योतिष के अनुसार ही कोई भी मांगलिक कार्य किया जाता है। सनातन धर्म में खरमास भी एक ज्योतिषीय घटना मानी जाती है। खरमास (Kharmas) हर साल दो बार लगता है। एक बार जब सूर्य देव धनु राशि में प्रवेश करते है और दूसरा जब भगवान सूर्य मीन राशि में प्रवेश करते हैं। तब खरमास लगता है। खरमास के दौरान मांगलिक कार्यो की मनाही होती है। धनु और मीन राशि के स्वामी गुरू बृहस्पति हैं। इस साल खरमास (Kharmas March 2024) की शुरूआत गुरूवार (14 मार्च 2024) से हो रही है।

इस दिन से लगेगा खरमास

इस साल 14 मार्च 2024 को भगवान सूर्यदेव अपरान्ह 12.36 बजे कुंभ राशि से निकलकर मीन राशि में प्रवेश करेंगे। भगवान सूर्य के कुंभ से मीन राशि में प्रवेश करने के साथ ही खरमास (Kharmas Start Date 2024) की शुरूआत हो जाएगी। इस दौरान सूर्य की गति धीमी हो जाती है और इस दौरान गुरू बृहस्पति का तेज भी कमजोर रहता है। इसीलिए खरमास के दौरान मांगलिक कार्य शुभ नहीं माना जाता है। एक माह बाद 13 अप्रैल को भगवान सूर्य मीन राशि से निकलकर मेष राशि में प्रवेश करेंगे। मेष राशि में सूर्य देव के प्रवेश करते ही खरमास अवधि समाप्त हो जाएगी।

खरमास के दौरान इन कार्यो की होती है मनाही

खरमास अवधि को अशुभ माना जाता है। इसीलिए खरमास के समय मांगलिक नहीं किये जाते है।

खरमास में लोगों को नया वाहन भी नहीं खरीदना चाहिए।

खरमास में संपत्ति, घर खरीदना और नया कारोबार शुरू नहीं करना चाहिए।

खरमास के दौरान विवाह, सगाई, जनेऊ संस्कार, अन्नप्राशन संस्कार, मुंडन संस्कार न करने की सलाह दी जाती है।

खरमास में कभी भी गृह प्रवेश नहीं करना चाहिए।

खरमास में करें ये कार्य

खरमास के दौरान भगवान सूर्यदेव को रोजाना जल अर्पण करें। सूर्यदेव की आराधना और मंत्रों का जाप करें।

खरमास में दान, जप-तप और धर्म करना अति उत्तम माना गया है।

खरमास में तीर्थ यात्रा करना बेहद शुभ होता है।

खरमास में ब्राह्मण, गुरु, गाय और साधुओं करना शुभ फलदायी माना गया है।

खरमास माह में हर दिन श्री आदित्यहृदयस्तोत्र का पाठ करना चाहिए।

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