जयपुर: शुभ मुहूर्त में किया गया कार्य शुभ होता है। प्रतिदिन प्रातःकाल पंचांग पढ़ना शुभ माना जाता है। राहुकाल में कोई भी शुभ कार्य नहीं करते हैं। तिथि - सप्तमी,वार - शुक्रवार,नक्षत्र - शतभिषा,करण - गर,माह - मार्गशीर्ष,पक्ष - शुक्ल,सूर्योदय - 07:05:17,सूर्यास्त -17:25:51,सूर्य राशि - वृश्चिक, स्वामीग्रह - मंगल,चंद्र राशि - वृश्चिक, स्वामीग्रह - मंगल,अशुभ मुहूर्त - राहु काल - प्रातः 10:30 से 12:00 तक।
मेष- बातचीत में सन्तुलन बनाए रखें। वाणी में कठोरता का प्रभाव हो सकता है। स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें। आय की स्थिति सन्तोषजनक रहेगी।
वृष - पठन-पाठन में रुचि बढ़ेगी। सन्तान की ओर से सुखद समाचार मिल सकते हैं। रहन-सहन में असहज रहेंगे।
मिथुन - कार्यक्षेत्र की स्थिति में कुछ सुधार हो सकता है। परिवार की समस्याएं अभी यथावत रहेंगी। खर्च अधिक रहेंगे।
कर्क - मानसिक असन्तोष रहेगा। जीवनसाथी को स्वास्थ्य विकार हो सकते हैं। नौकरी में यात्रा पर जाना हो सकता है।
सिंह - धैर्यशीलता में कमी रहेगी। नौकरी में अफसरों से मतभेद हो सकते हैं। फिर भी तरक्की के अवसर मिल सकते हैं।
कन्या - धार्मिक संगीत के प्रति रुझान बढ़ेगा। किसी पुराने मित्र का आगमन हो सकता है। पिता को स्वास्थ्य विकार हो सकते हैं।
तुला - क्षणे रुष्टा-क्षणे तुष्टा के भाव रहेंगे। किसी राजनेता से भेंट हो सकती है। धन की स्थिति में सुधार होगा। रहन-सहन कष्टमय रहेगा।
वृश्चिक - परिवार के साथ यात्रा देशाटन पर जाने का कार्यक्रम बन सकता है। कारोबार में लाभ के अवसर मिलेगें।
धनु - घर-परिवार में मांगलिक कार्य होंगे। भवन के सौन्दर्यीकरण के कार्यों पर खर्च बढ़ सकते हैं। परिश्रम की अधिकता रहेगी।
मकर - नौकरी में स्थान परिवर्तन के योग बन रहे हैं। किसी दूसरे स्थान पर जाना पड़ सकता है।परिवार से अलग हो सकते हैं।
कुंभ - आत्मविश्वास से परिपूर्ण रहेंगे। कार्यों के प्रति जोश व उत्साह रहेगा। कारोबार की स्थिति में सुधार होगा।
मीन - शैक्षिक कार्यों में कुछ कठिनाइयां आ सकती हैं। उच्चशिक्षा के लिए यात्रा पर जाना हो सकता है। माता को कष्ट रहेगा।