Janmashtami 2022: 18 या 19 अगस्त जानें कब है कृष्ण जन्माष्टमी, इस विशेष मुहूर्त पर पूजन करने से होगी अपार वृद्धि

Krishna Janmashtami 2022: श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के इस ख़ुशी के मौके मंदिरों और घरों में विशेष साज-सजावट के साथ छप्पन भोग बनाए जाते हैं और पूजा -अर्चना की जाती है।

Written By :  Preeti Mishra
Update:2022-08-11 20:38 IST

lord krishna (Image credit: social media )

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Krishna Janmashtami 2022: हिन्दू धार्मिक कैलेंडर के अनुसार भाद्रपद महीने की शुरुआत 13 अगस्त से हो रही है। इसी भादों के महीने में श्री कृष्ण जन्माष्टमी (Krishna Janmashtami 2022) का त्योहार बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। शास्त्रों के अनुसार इस दिन रोहिणी नक्षत्र में ही भगवान् श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के इस ख़ुशी के मौके मंदिरों और घरों में विशेष साज-सजावट के साथ छप्पन भोग बनाए जाते हैं और पूजा -अर्चना की जाती है।

ज्योतिषाचार्यों के अनुसार इस वर्ष जन्माष्टमी पर कई शुभ योग भी बन रहे हैं। लेकिन बता दें कि इस साल भाद्रपद के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि दो दिन पड़ने के कारण लोगों में कृष्ण जन्माष्टमी की डेट को लेकर कंफ्जून की स्थिति बनी हुई है।

जाने जन्माष्टमी सही डेट 18 अगस्त या 19 अगस्त (Krishna Janmashtami 2022 Date)

हिन्दू धार्मिक शास्त्रों के अनुसार भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 18 अगस्त 2022 बृहस्पतिवार की रात 09:21 से शुरू होगी। ऐसे में अष्टमी तिथि का समापन 19 अगस्त 2022 शुक्रवार की रात 10.50 पर होगा। पौराणिक धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान् श्री कृष्ण का जन्म मध्य रात्रि में हुआ था जिस कारण अधिकतर लोग जन्माष्टमी बृहस्पतिवार18 अगस्त को मनाएंगे, वहीं अगर सूर्योदय के अनुसार देखा जाए तो 19 अगस्त को जन्माष्टमी मनाना भी उत्तम संयोग होगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार गृहस्थ जीवन जीने वाले लोग बृहस्पतिवार 18 अगस्त को जन्मोत्सव मनाएंगे। गौरतलब है कि बांके बिहारी मंदिर और द्वारिकाधीश में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का उत्सव शुक्रवार 19 अगस्त को मनाया जाएगा।

कृष्ण जन्माष्टमी पूजन शुभ मुहूर्त (Krishna Janmashtami 2022 Muhurat)

बृहस्पतिवार 18 अगस्त की रात्रि 12:20 से 01:05 तक

पूजा अवधि- 45 मिनट

व्रत पारण समय- 19 अगस्त, रात्रि 10 बजकर 59 मिनट के बाद

जन्माष्टमी 2022 वृद्धि और ध्रुव योग का संयोग है ख़ास

इस वर्ष जन्माष्टमी पर वृद्धि और ध्रुव योग का विशेष संयोग बन रहा है, जिस कारण यह शुभ दिन और भी ज्यादा ख़ास बन जाता है। बता दें कि वृद्धि योग 17 अगस्त 2022 रात 08.56 से शुरु होकर बृहस्पतिवार 18 अगस्त रात 08.41 पर समाप्त हो जाएगा। मान्यताओं के अनुसार वृद्घि योग में भगवान श्री कृष्ण का पूजन करने से घर में सुख -समृद्धि की बढ़ोत्तरी होती है।

ध्रुव योग की शुरुआत बृहस्पतिवार 18 अगस्त 2022 रात 08.41 से होगी और इसका समापन शुक्रवार 19 अगस्त राज 08.59 पर होगा।

Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। यहां यह बताना जरूरी है कि Newstrack .com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।

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