Mata Lakshmi Ji ke Naam :मां लक्ष्मी के चमत्कारी है ये नाम और मंत्र,दिवाली की रात जरूर करें जाप, बरसेगा धन,बनेंगे सारे बिगड़े काम
Mata Lakshmi Ji ke Naam :मां लक्ष्मी के नामों का स्मरण करने से खासकर दिवाली की रात इन नामों को जपने से हर दुख पीड़ा का नाश होता है।
Mata Lakshmi ji ke Naam: मां लक्ष्मी को धन की देवी कहा जाता है। इनकी पूजा हर दिन करनी चाहिए। माना जाता है कि मां लक्ष्मी की कृपा से सारी परेशानियां खत्म हो जाता है। घर में पैसे की कमी नहीं होती और सुख शांति भी बनी रहती है। दिवाली के दिन धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा-उपासना की जाती है। साथ ही मां लक्ष्मी के निमित्त व्रत उपवास भी रखा जाता है। धार्मिक मान्यता है कि दिवाली के दिन लक्ष्मी जी का व्रत करने से घर में सुख, समृद्धि और खुशहाली आती है। धर्म शास्त्रों में धन की देवी मां लक्ष्मी किसी एक स्थान पर ज्यादा समय तक नहीं ठहरती या रुकती हैं। मां लक्ष्मी की नियमित रूप से पूजा-आराधना करनी चाहिए। इससे मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। उनकी कृपा से साधक को जीवन में कभी धन की कमी नहीं होती है।
माता लक्ष्मी पूजन विधि में प्रसाद, व्रत, दान-पुण्य के अलावा लक्ष्मी जी के 12 नामों का उच्चारण करने और मंत्र का जाप करने से देवी प्रसन्न होती हैं और जानते हैं कि माता लक्ष्मी के वो 12 नाम और चमत्कारी मंत्र ...
मां लक्ष्मी के 12 नाम (Lakshmi 12 Naam Hindi)
लक्ष्मी द्वादशनाम स्तोत्रम् में माता लक्ष्मी को 12 नामों का वर्णन है। इन 12 नामों का जाप करने से भक्त को स्थिर लक्ष्मी यानी धन, संतान सुख मिल सकता है और दरिद्रता दूर होती है ..
ईश्वरी
कमला
लक्ष्मी
चला
भूति
हरिप्रिया
पद्मा
पद्मालया
संपद्
रमा
श्री
पद्मधारिणी
इन नामों के साथ इस मंत्र जाप
ईश्वरीकमला लक्ष्मीश्चलाभूतिर्हरिप्रिया। पद्मा पद्मालया सम्पद् रमा श्री: पद्मधारिणी।।
द्वादशैतानि नामानि लक्ष्मी संपूज्य य: पठेत्। स्थिरा लक्ष्मीर्भवेत्तस्य पुत्रदारादिभिस्सह।।
2. ऊँ श्रींह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ऊँ महालक्ष्मी नम:।
यह मां लक्ष्मी का बीज मंत्र है. इस मंत्र के जाप से सुख-समृद्धि आती है.
3. ऊँ ह्रीं श्री क्रीं क्लीं श्री लक्ष्मी मम गृहे धन पूरये, धन पूरये, चिंताएं दूरये-दूरये स्वाहा:।
अगर आप जिन्दगी में आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं इस मंत्र का उच्चारण करें. इस मंत्र से आपकी आर्थिक स्थिति सुधरनी शुरू हो जाएगी.
4. ऊँ श्रीं ल्कीं महालक्ष्मी महालक्ष्मी एह्येहि सर्व सौभाग्यं देहि मे स्वाहा।।
यह श्री लक्ष्मी महामंत्र है. इसके जाप से सुख-समृद्धि के साथ ही धन लाभ भी होता है.
5. श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं कमलवासिन्यै स्वाहा।
मां देवी लक्ष्मी के इस मंत्र से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.
6. ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्री सिद्ध लक्ष्म्यै नम:
अगर किसी कार्य में सफलता हासिल नहीं हो रही है तो मां लक्ष्मी के इस मंत्र का जाप करना चाहिए.
7. लक्ष्मी नारायण नम:
सुखी दांपत्य के लिए मां देवी लक्ष्मी के इस मंत्र का जाप करना चाहिए.
8. या रक्ताम्बुजवासिनी विलासिनी चण्डांशु तेजस्विनी।
या रक्ता रुधिराम्बरा हरिसखी या श्री मनोल्हादिनी॥
या रत्नाकरमन्थनात्प्रगटिता विष्णोस्वया गेहिनी।
सा मां पातु मनोरमा भगवती लक्ष्मीश्च पद्मावती ॥
सभी संकटों से मुक्ति पाने के लिए इस मंत्र का जाप करना शुभ होता है। इस मंत्र के उच्चारण से सुख, समृद्धि और शांति की प्राप्ति होती है।
मां लक्ष्मी के 108 नाम
अगर आप भी धन की देवी मां लक्ष्मी की कृपा-दृष्टि पाना चाहते हैं, तो प्रतिदिन मां लक्ष्मी के 108 नामों का जाप करें। आइए, नाम जाप करते हैं-
ॐ विद्यायै नमः।
ॐ सर्वभूतहितप्रदायै नमः।
ॐ भुवनेश्वर्यै नमः।
ॐ त्रिकाल ज्ञान सम्पन्नायै नमः।
ॐ ब्रह्म विष्णु शिवात्मिकायै नमः।
. ॐ महाकाल्यै नमः।
. ॐ नवदुर्गायै नमः।
ॐ सर्वोपद्रव वारिण्यै नमः।
ॐ दारिद्र्य ध्वंसिन्यै नमः।
ॐ नारायण समाश्रितायै नमः।
ॐ प्रसन्नाक्ष्यै नमः।
ॐ विष्णुपत्न्यै नमः।
ॐ विष्णु वक्षःस्थल स्थितायै नमः।
ॐ देव्यै नमः।
ॐ मङ्गलायै नमः।
ॐ जयायै नमः।
ॐ समुद्र तनयायै नमः।
ॐ समुद्र तनयायै नमः।
ॐ शुभायै नमः।
ॐ वसुप्रदायै नमः।
ॐ वरलक्ष्म्यै नमः ।
ॐ नृपवेश्म गतानन्दायै नमः।
ॐ शुभप्रदायै नमः।
ॐ स्त्रैण सौम्यायै नमः।
ॐ सिद्धये नमः।
ॐ धनधान्य कर्यै नमः।
ॐ हेममालिन्यै नमः।
ॐ हरिण्यै नमः।
ॐ उदाराङ्गायै नमः।
. ॐ वसुन्धरायै नमः।
. ॐ यशस्विन्यै नमः ।
ॐ वरारोहायै नमः।
. ॐ बिल्वनिलयायै नमः।
ॐ भास्कर्यै नमः।
ॐ श्रियै नमः।
ॐ शुक्लमाल्याम्बरायै नमः।
ॐ शान्तायै नमः।
ॐ प्रीतिपुष्करिण्यै नमः।
ॐ दारिद्र्य नाशिन्यै नमः।
ॐ तुष्ट्यै नमः।
ॐ विश्वजनन्यै नमः ।
ॐ विमलायै नमः।
ॐ सत्यै नमः।
. ॐ शिवकर्यै नमः।
ॐ शिवायै नमः।
ॐ पुष्ट्यै नमः।
ॐ आह्लोदजनन्यै नमः।
. ॐ इन्दुशीतुलायै नमः।
ॐ इन्दिरायै नमः।
चन्द्ररूपायै नमः।
ॐ चतुर्भुजायै नमः ।
ॐ चन्द्रसहोदर्यै नमः।
. ॐ चन्द्रायै नमः।
ॐ चन्द्रवदनायै नमः।
ॐ प्रभायै नमः।
ॐ प्रसादाभिमुख्यै नमः।
ॐ सुप्रसन्नायै नमः।
ॐ पुण्यगन्धायै नमः।
ॐ पद्मगन्थिन्यै नमः।
ॐ पद्मिन्यै नमः।
ॐ देव्यै नमः ।
ॐ पद्ममालाधरायै नमः।
ॐ रमायै नमः।
. ॐ पद्मनाभप्रियायै नमः।
. ॐ पद्ममुख्यै नमः।
ॐ पद्मोद्भवायै नमः।
ॐ पद्मसुन्दर्यै नमः।
ॐ पद्माक्ष्यै नमः।
. ॐ पद्महस्तायै नमः।
ॐ पद्मप्रियायै नमः।
ॐ लोकमात्रे नमः ।
ॐ करुणायै नमः।
ॐ धर्मनिलयायै नमः।
ॐ लोकशोक विनाशिन्यै नमः।
. ॐ दीप्तायै नमः।
ॐ अमृतायै नमः।
ॐ अशोकायै नमः।
ॐ हरिवल्लभायै नमः।
ॐ अनघायै नमः।
ॐ ऋद्धये नमः।
ॐ अनुग्रहपरायै नमः।
क्रोधसम्भवायै नमः।
ॐ कामाक्ष्यै नमः।
ॐ कान्तायै नमः।
ॐ कमलायै नमः।
ॐ वसुधारिण्यै नमः।
वसुधायै नमः।
ॐ दीप्तायै नमः।
ॐ दीप्तायै नमः।
ॐ अदित्यै नमः।
ॐ विभावर्यै नमः।
. ॐ नित्यपुष्टायै नमः।
ॐ लक्ष्म्यै नमः।
ॐ हिरण्मय्यै नमः।
ॐ धन्यायै नमः।
ॐ सुधायै नमः।
ॐ स्वधायै नमः।
ॐ स्वाहायै नमः।
ॐ शुच्यै नमः।
ॐ पद्मायै नमः।
ॐ पद्मालयायै नमः।
ॐ वाचे नमः।
. ॐ तुष्टाय नमः।
ॐ सुरभ्यै नमः।
. ॐ विभूत्यै नमः।
. ॐ श्रद्धायै नमः।