Magh Purnima Ka Mahatava, माघ पूर्णिमा का महत्व: इस दिन नष्ट हो जाते हैं सारे पाप, भूलकर भी न करें ये सारे काम,

Magh Purnima Ka Mahatava, माघ पूर्णिमा का महत्व: माघ पूर्णिमा. को स्नान करें। यदि संभव हो तो पवित्र नदियों में स्नान करें, नहीं तो घर में गंगा जल से स्नान जरूर करें। ऐसी मान्यता है कि इस दिन गंगा जल में भगवान विष्णु का वास होता है।

Update: 2023-02-01 13:05 GMT

सांकेतिक तस्वीर, सौ. से सोशल मीडिया

Magh Purnima Ka Mahatava: 

माघ पूर्णिमा का  महत्व 

5 फरवरी को माघ पूर्णिमा का व्रत है। इस  दिन स्‍नान-दान करने का बड़ा महत्व है। इस दिन गंगा नदी में स्‍नान और त्रिवेणी में स्‍नान से सारे पाप नष्‍ट हो जाते हैं। मान्‍यता है कि माघ पूर्णिमा के दिन सारे देवता धरती पर आते हैं। साथ ही भगवान विष्‍णु गंगा नदी में वास करते हैं। इसलिए माघ पूर्णिमा के दिन गंगाजल को छू लेने मात्र से सारे पाप नष्‍ट होते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि मिलती है।

माघ पूर्णिमा का शुभ समय

धर्मानुसार इस साल माघ पूर्णिमा 4 फरवरी, शनिवार की रात 9.29 मिनट से शुरू होकर 5 फरवरी, रविवार की रात 11. 58 मिनट तक रहेगी।

  • ब्रह्म मुहूर्त - 5 फरवरी को 05:23 AM से 06:15 AM,
  • अभिजित मुहूर्त - 5 फरवरी को 12:13 PM से 12:57 PM
  • विजय मुहूर्त - 5 फरवरी को 02:25 PM से 03:08 PM
  • गोधूलि मुहूर्त - 5 फरवरी को 06:01 PM से 06:27 PM
  • रवि पुष्य योग - 5 फरवरी को 07:07 PM से 12:13 PM
  • सर्वार्थ सिद्धि योग- 5 फरवरी को 07:07 AM से 12:13 PM

 माघ पूर्णिमा 5 फरवरी को मनाई जाएगी। यही नहीं इस साल माघ पूर्णिमा के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है और अश्‍लेषा नक्षत्र भी रहेगा। इस कारण इस दिन का महत्‍व और बढ़ गया है। इस माघ पूर्णिमा पर गंगा स्‍नान और उसके बाद कुछ खास चीजों का दान जरूर करें। इस दिन आयुष्मान, सौभाग्य, रवि पुष्य और सर्वार्थ सिद्धि योग का संयोग बन रहा है। एक ही दिन में इन चारों योगों का संयोग बनना बहुत शुभ माना जाता है।मान्यता है इनमें मां लक्ष्मी की पूजा और उपाय करने से आर्थिक स्थिति मजबूत होती, गरीबी से छुटकारा मिलता है। इससे 4 शुभ योग बन रहे है।

माघ पूर्णिमा पर  पूजा करें

माघ पूर्णिमा के दिन सुबह जल्‍दी स्‍नान करें. संभव हो तो गंगा नदी में स्‍नान करें और यदि ऐसा ना हो पाए तो पानी में गंगाजल मिलाकर स्‍नान करें। स्‍नान के बाद सूर्य देव को अर्घ्‍य जरूर दें। इसके 'ऊं नमो नारायण:' मंत्र का जाप करें. फिर भगवान विष्‍णु और सूर्य देव की पूजन करें। भगवान को भोग लगाएं। पंचामृत, फल, मिठाइयों, तिल, सुपारी आदि अर्पित करें। साथ ही इस दिन मां लक्ष्‍मी की पूजन करें। ऐसा करने से जीवन में अपार सुख-समृद्धि आती है।इस दिन तिल, गुड़, कंबल, अनाज का दान करें। गरीबों को दान किए बिना माघ पूर्णिमा की पूजा अधूरी है।


माघ पूर्णिमा पर भूलकर न करें ये सारे काम 

  • माघी  पूर्णिमा के दिन कुछ बातों का ध्यान रखकर आपने जीवन में खुशहाली रख सकते है।  इस दिन गरीब जरूरतमंदों को दान करना ना भूलें। ऐसा करने से पुण्य की प्राप्ति होती है, पापों का नाश होता है।
  • माघ पूर्णिमा पर काले वस्त्र धारण ना करें।माघ पूर्णिमा पर मांस-मदिरा लेने से परहेज करें। इस दिन देर तक सोना नहीं चाहिए।
  • ऐसा करना इस दिन वर्जित माना गया है।इस दिन घर और आसपास की सफाई करना न भूलें। गंदगी से घर में नकारात्मक ऊर्जा का वास होता है।
  • इस दिन संभोग क्रिया से बचें। ऐसा करने से जीवन में कष्‍ट बढ़ सकते हैं।इस दिन बाल, नाखून या शेविंग आदि भूल कर भी न करें।
  • ऐसा करना वर्जित माना गया है। किसी प्रकार का कलह न करें। नहीं तो घर की सुख-शांति हमेशा के लिए चली जाएगी।किसी की निंदा करने से बचें। ऐसा करने से मां लक्ष्मी नाराज हो जाएंगी।

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