Hair Astrology: महिलाओं के बाल खुला रखने से क्या होता है, जानते हैं इसका शुभ-अशुभ प्रभाव
Khule Baal Ka Jyotish Vigyan: शास्त्रों में महिलाओं को बालों से जुड़ी कुछ बातों पर ध्यान देने को कहा गया है।फैशन में ज्यादातर महिलाएँ बाल खुला रखती है, जानते है ये सही है या गलत...;
Hair Astrology in Hindi: बाल हर महिला का गहना होता है। लंबे घने बालों वाली महिलाओं को हर कोई पसंद करता है।महिलाएं अपने बालों को रोज नए नए तरीके या स्टाइल से सजाती सवारती है। इन्ही में एक बालों को खुला रखना होता है, जो धार्मिक दृष्टि से सही नहीं है। महिलाएं ज्यादातर अपने बालों को खुला रखना पसंद करती है, लेकिन धार्मिक और पौराणिक दृष्टि से बालों को खुला रखना अशुभ है।
लड़कियों को बाल खुले क्यों नहीं रखना चाहिए?
धर्म ग्रंथों में बालों को बांधकर रखना न केवल एक नियम माना गया है, बल्कि इसे जीवन में सुख-शांति बनाए रखने के लिए भी जरूरी है। जानते हैं कि बाल खुले न रखने के पीछे क्या वजह और धार्मिक कारण है...
बालों से टोने-टोटके
शास्त्रों में कहा गया है कि बालों को खुला रखना नेगेटिविटी को बढ़ाता है।बालों से टोना टोटके किये जाते है। बालों का तंत्र क्रियाओं में विशेष महत्व है। खुले बाल इन कामों के प्रभाव को बढ़ा सकते हैं, जिससे व्यक्ति जल्दी नेगेटिव शक्तियों का शिकार होता है। खासतौर पर रात के समय खुले बाल रखना और भी अशुभ माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि रात के समय नकारात्मक शक्तियां अधिक सक्रिय होती हैं और खुले बाल उन्हें आकर्षित कर सकते हैं।
बाल खुले न रखने के पीछे की वजह
बाल खुले न रखने के पीछे कई पौराणिक कथाएं हैं। कहते है कि सीता माता को उनकी मां ने सीख दिया था । जब माता सीता का विवाह भगवान श्रीराम से हुआ, तब उनकी माता ने उन्हें बाल बांधने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि बंधे हुए बाल रिश्तों को मजबूत बनाते हैं, जबकि खुले बाल रिश्तों में खटास लाते हैं।
रामायण में एक और उदाहरण मिलता है। जब माता कैकेई कोपभवन में गईं, तो उन्होंने अपने बाल खोलकर बिखेरे हुए थे। इसका परिणाम राम के 14 वर्षों के वनवास के रूप में सामने आया। यह घटना दर्शाती है कि खुले बाल अशुभ और दुख का प्रतीक हैं।
ये पौराणिक कथा महाभारत काल से जुड़ी है। महाभारत में द्रौपदी पर दु:शासन द्वारा हमला किया गया और उसे शर्मिंदा किया गया था और उन्हें बालों से घसीटा गया था। इस प्रकार, खुले बाल क्रोध या आक्रोश से जुड़े माने जाते हैं और मंदिर में बाल खोलकर प्रवेश करना महिलाओं के क्रोध का प्रतीक माना जाता है।
खुले बाल अशुभता का संकेत देते हैं
खुले और उलझे बालों को अक्सर अशुभता और अमंगल का प्रतीक माना गया है। शास्त्रों के अनुसार, खुले बाल परिवार में कलह और विवाद का कारण बन सकते हैं। खुले बालों को जीवन में परेशानियों और अस्थिरता का प्रतीक माना जाता है।
रात के समय बाल खुले रखने की सख्त मनाही की गई है। इसके पीछे कई कारण बताए गए हैं मान्यता है कि रात में खुले बाल रखने से परिवार में दुख और तकलीफें बढ़ सकती हैं। यह भी माना जाता है कि इससे परिवार के सदस्यों के बीच आपसी विवाद और गलतफहमियां बढ़ सकती हैं।
रात के समय बाल बांधकर रखने से नकारात्मक ऊर्जा दूर रहती है और घर में सुख-शांति बनी रहती है।
आज के समय में भी बाल बांधकर रखने के कई फायदे हैं, जो न केवल धार्मिक बल्कि ऐसे भी फायदे है।खुले बाल जल्दी धूल और प्रदूषण के संपर्क में आते हैं, जिससे बालों को नुकसान हो सकता है।बालों को बांधकर रखने से उनकी देखभाल आसान होती है और बाल मजबूत और स्वस्थ बने रहते हैं। खुले बालों में फंसने या उलझने की संभावना अधिक होती है, जिससे दुर्घटना का खतरा हो सकता है।
बालों को बांधकर रखने से मन और शरीर स्थिर और संतुलित रहता है। माना जाता है कि बालों को बांधने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और नकारात्मकता दूर रहती है। बालों को साफ और स्वस्थ रखने के लिए नियमित रूप से तेल मालिश और शैंपू का उपयोग करें। बालों को ज्यादा समय तक खुला न रखें, खासकर बाहर जाते समय। सोने से पहले बालों को हल्के से बांध लें ताकि बाल उलझें नहीं और टूटने से बचें।
पूजा पाठ में खुले बाल वर्जित
शास्त्रों के अनुसार कोई भी पूजा-पाठ और शुभ काम यदि महिलाएं बाल खोलकर करती हैं, तो उनकी पूजा पूर्ण रूप से स्वीकार्य नहीं होती है। महिलाओं के बाल खोलकर की गई पूजा को देवता भी स्वीकार नहीं करते हैं और नाराज हो सकते हैं, जिससे घर में दुर्भाग्य आ सकता है। इसलिए महिलाओं को हमेशा मंदिर में बाल बांधने के साथ सिर ढककर जाना चाहिए, जिससे कोई बुरी शक्ति का प्रवेश मनमस्तिष्क में न हो सके।
नोट : ये जानकारी ज्योतिष और धर्म पर आधारित है जो सामान्य सूचना के लिए दी गई है। Newstrack.com इसकी पुष्टि नहीं करता है। सही जानकारी के लिए आस पास के विद्वानों से भी संपर्क कर लें।