Mangalwar Ke Upay: जानिए मंगलवार का मंत्र, मंगल दोष के लक्षण, प्रभाव और कैसे मिलेगी मंगल दोष से राहत
Mangalvar Hanuman Ji Mantra: मंगलवार को अगर मंगल दोष से बचना है कुछ उपाय करें और मंगल दोष के लक्षण जानिए और उससे बचने के उपाय....
Mangalwar Ke Upay: मंगलवार को मंगल दोष से बचें, मंगलवार का दिन मंगल ग्रह को समर्पित होता है इस दिन हनुमान जी की पूजा दर्शन करने से मंगल ग्रह अनुकुल होता है मंगल से जुडी आपकी कुंडली में कोई भी समस्या हो तो आप हनुमानजी की शरण में जाकर ही सेवा करें। यदि आप किसी भी ज्ञात अज्ञात डर या भय से ग्रसित है। संपत्ति जमीन के केस चल रहे हो या भाई से बंधु बांधव से रिश्ते खराब चल रहे हो।
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मांगलिक दोष एक ऐसा दोष है, जिसे किसी भी व्यक्ति के वैवाहिक जीवन के लिए अशुभ माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इस दोष की वजह से दाम्पत्य जीवन में कलह, परेशानी, तनाव, तलाक आदि होने की संभावना रहती है। इसे जन्म पत्रिका में कुज दोष या मंगल दोष भी कहा गया है।
अक्सर आपको चोट चपेट या दुर्घटना आदि लगती रहती हो।यदि कुंडली में मंगल प्रथम, चतुर्थ, सप्तम, अष्टम या द्वादश भाव में हो तो जातक को मंगल दोष लगता है। जबकि सामान्य तौर पर इन सब में से केवल 8वां और 12वां भाव ही खराब माना जाता है।
आपको क्रोध गुस्सा बहुत आता हो और आप नियंत्रण नही कर पाते हो।इन सभी के लिए आप हनुमान जी के मंदिर जाए उन्हे नारियल मीठी बूंदे लड्डू का भोग लगाकर चढाकर वही हनुमान चालिसा का पाठ करें और भगवान श्री राम की स्तुति करना ना भूलें। और हनुमान जी के चरणों का सिंदूर अपने मस्तक पर लगाए।
तत्पश्चात वह प्रसाद सभी भक्तों घर के सदस्यों को आप बाटें आप यह निरंतर हर मंगलवार को करें आप देंखेंगे आपकी जो समस्या है उसका समाधान निश्चित होगा।
कैसे शांत करें ?
मंगल शांति हेतु श्री नवग्रह शांति चालीसा एवं श्री नवग्रह शांति विधान करके अपना सौभाग्य जगा सकते हैं। मंगल अशुभ अथवा कमजोर हो तो हनुमान जी की पूजा,हनुमान चालीसा,सुंदरकांड का पाठ ,बजरंग बाण लाभदायक होता है। मंगल के कारण विवाह बाधा हो तो मंगल चंडिका स्तोत्र का पाठ लाभ देता है।मंगल को अनुकूल बनाने के लिए मूंगा रत्न धारण किया जा सकता है.।मंगलवार के दिन लाल कपड़ा पहनिए और सिंदूर का तिलक लगाईए. हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ भी मंगल को शुभ बनाने में सहायक होता है।
मंगलवार का दान क्या करना है ?
मंगल देव को प्रसन्न करने के लिए उनकी प्रिय वस्तुओं जैसे लाल मसूर की दाल, लाल कपड़े का दान करना चाहिए। इसके अलावा योग्य ब्राह्मण अथवा क्षत्रिय को गेहूं, गुड़, माचिस, ताम्बा, स्वर्ण, दुधारू गौ, मसूर की दाल, रक्त चंदन, रक्त पुष्प, मिष्ठान्न एवं द्रव्य तथा भूमि दान करने से मंगल दोष दूर होता है।
मंगल दोष के लक्षण
अगर किसी जातक का मंगल खराब हो, तो उसे रक्त संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. उन्हें रक्तचाप फोड़े-फुन्सी जैसी समस्याएं होने लगती हैं। इसके अलावा व्यक्ति को गुर्दे में पथरी गठिया और आंखों से संबंधित परेशानियों का सामना भी करना पड़ सकता है।
जिसकी कुंडली में मंगल दोष होता है, उसके विवाह में कई तरह की परेशानियां आती है. विवाह में देरी होना, किसी कारण रिश्ता टूट जाना या विवाह के बाद जीवनसाथी के अच्छा तालमेल न बैठना. ये सभी मंगल दोष के प्रभाव से होते हैं।
यदि किसी की कुंडली के सातवें भाव में मंगल दोष हो तो ऐसे में पति-पत्नी के बीच हमेशा मनमुटाव होता रहता है। कभी-कभी लड़ाई-झगड़े इतने बढ़ जाते हैं कि यह तनाव, टकराव और तलाक का कारण भी बन जाती है।
विवाह के अलावा मंगल दोष होने से व्यक्ति कर्ज के बोझ में भी डूबा रहता है या फिर जमीन-जायदाद से जुड़ी समस्याएं लगी रहती है।
कुंडली के द्वादश भाव में मंगल दोष होने से वैवाहिक जीवन के साथ ही शारीरिक क्षमताओं में कमी, क्षीण आयु, रोग द्वेष और कलह-क्लेश को जन्म देता है।
मंगल दोष होने से व्यक्ति का स्वभाव गुस्सैल, क्रोधिक और अहंकारी हो जाता है।ससुराल पक्ष से रिश्ते खराब होने या बिगड़ने की वजह भी मंगल दोष होता है।
मंगल दोष के प्रभाव और उपाय
- मंगलवार के दिन अशुभ प्रभाव को कम करने के लिए मंगल ग्रह की शांति पूजा करें करें।
- मंगलवार के दिन व्रत रखें और हनुमान मंदिर जाकर बूंदी का प्रसाद बांटे।
- मंगलवार के दिन हनुमान चालीसा या सुंदरकांड का पाठ करें।
- मंगलवार के दिन लाल रंग के कपड़े पहनकर पूजा करें और हनुमान जी को सिंदूर चढ़ाएं।
- मंगल ग्रह की शांति के लिए तीन मुखी रुद्राक्ष या फिर मूंगा रत्न ज्योतिषी की सलाह से धारण करें तो शुभ रहेगा।
- घर आए मेहमानों को मिठाई खिलाने से कुंडली में मंगल दोष का प्रभाव कम होता है।
- कुंडली में मंगल दोष है तो विवाह से पहले नीम का पेड़ लगाएं और 43 दिनों तक कम से कम पेड़ की देखरेख करें. इससे भी मंगल दोष दूर हो जाता है।