Narendra Modi kundli: नरेंद्र मोदी क्या 2024 में बनेंगे प्रधानमंत्री, जानिए कुंडली की गणना

Narendra Modi Birthday 17 September 2022: मोदी जी की कुण्डली में कई शुभ योग और राजयोग बने हुए हैं।

Update:2022-09-17 08:11 IST

सांकेतिक तस्वीर ( सौ. से सोशल मीडिया) 

Narendra Modi kundli Me Hai Tisri Baar PM Banane Ke Yog: नरेंद्र मोदी की कुंडली में है तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने का योग, वर्तमान प्रधानमंत्री पीएम नरेंद्र मोदी का जन्मदिन 17 सितंबर को है। प्रधानमंत्री लगातार दो बार देश के प्रधानमंत्री बने है और जन जन के लोकप्रिय नेता है। नरेंद्र मोदी की कुंडली में गुरु चंद्रमा के योग से 2024 में शनि की साढ़े साती चलेगी, इस समय वे फिर से पीएम बनकर आएंगे। ऐसा होने से उन्हें कोई नहीं रोक सकता है। पीएम मोदी की जन्म कुंडली में गजकेसरी योग, वरिष्ठ योग भेरी योग, चंद्र मंगल योग, अमर योग, कालह योग, शंख योग है। जो उन्हे नेतृत्व की क्षमता देता है। उनकी कुंडली में बृहस्पति का केंद्र में होना और मंगल का स्वराशि में होना बहुत अच्छा प्रबंधन करने के गुण हैं। ऐसे में व्यक्ति को बहुत बड़ी मात्रा में जनसमर्थन और जनता का सहयोग प्राप्त होता है।साल 2024 में शनि की साढ़े साती के समय उनकी कुंडली में मंगल होने से फिर उन्हें पीएम बनने का मौका मिलेगा। और संभावना सहित 2028 तक देश का नेतृत्व करेंगे और फिर राहु की महादशा में नेतृत्व परिवर्तन होगा पार्टी वही रहेगी ।

 नरेन्द्र मोदी की जन्म कुंडली का विश्लेषण

श्री नरेन्द्र मोदी जी की जन्म कुंडली वृश्चिक लग्न और वृश्चिक राशि की है । मोदी जी की पत्रिका में वृश्चिक लग्न का स्वामी मंगल लग्न में , उनकी राशि का स्वामी मंगल लग्न में और सूर्य लग्न जोकि कन्या है उसका स्वामी बुध भी सूर्य लग्न में है तीनों लग्नों के स्वामी लग्न में ये एक अदभुत राजयोग है जो मोदी जी को शानदार शक्सियत का मालिक साहसी ,महत्वाकांक्षी , और असाधारण बनाता है ऐसे व्यक्ति कुछ ठान ले तो पीछे नहीं हटते , नोट बन्दी हो या कृषि कानून या चीन के साथ बॉर्डर विवाद या सर्जिकल स्ट्राइक हो , मोदी जी ने बार बार दिखाया की कैसे कठिन और विपरीत परिस्थिति में भी अडिग राहा जाता है।

मोदी जी की कुण्डली में कई शुभ योग और राजयोग बने हुए हैं। जैसे गजकेसरी योग, मूसल योग, केदार योग, रूचक योग, वोशि योग, भेरी योग, चंद्र मंगल योग, नीच भंग योग, अमर योग, कालह योग, शंख योग तथा वरिष्ठ योग आदि , जिन्होंने मोदी जी को देश विदेश में मशहूर किया और इतना प्रभावशाली प्रधानमंत्री बनाया ।

राजनीति का ऐसा योग जिसके कारण मोदी जी आज तक कोई चुनाव नहीं हारे

मोदी जी की कुण्डली में कर्म और स्टेटस भाव का स्वामी सत्ता कारक सूर्य एकादश भाव में एकादश भाव के स्वामी बुध के साथ बुधादित्य योग में है जो मोदी जी को कर्म से सफलता दिलाने में निर्णायक भूमिका निभा रहा है

नवम भाव का स्वामी चंद्र लग्नेश के साथ बैठकर पूर्व जन्मों के प्रताप और माता के आशीर्वाद से विशेष सफलता दिलवा रहा है मोदी जी भाग्य के घोड़े पर सवार है और रहेंगे ।

धन और वाणी भाव का स्वामी वक्रीय गुरु चतुर्थ भाव में है पराक्रम भाव का स्वामी और चतुर्थ जनता का सपोर्ट , जनता का प्यार चतुर्थ भाव स्वामी शनि दशम भाव में है जो मोदी जी को अदभुत वाणी और भाषण देने की कला का स्वामी बनाता है मोदी जी की कम्युनिकेशन स्किल्स की दुनिया मुरीद है । 2 3 4 5 10 भाव का सम्बन्ध शनि और गुरु मिलकर बना रहे है शनि यहां अपने भाव चतुर्थ को देख रहा है और गुरु कर्म भाव को देखकर राजनीति में जनता के सपोर्ट से सफलता दे रहे है यहां शुक्र 7 भाव का भी साथ मिल रहा है राजनीति में सफलता के लिए 3 4 6 7 9 10 11 भाव अति महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है जो मोदी जी की कुण्डली से जगजाहिर होता है। मोदी जी की कुण्डली में मार्च 2011 से चन्द्र की भागेश की दशा चल रही है नवंबर 2019 से चन्द्र में शुक्र की अंतर्दशा आयी जिस काल में कोरोना वायरस देश में आया , उसके बाद नवंबर 2019 से मई 2021 तक मारक शुक्र की दशा अंतर्दशा में मोदी जी को परेशानियों और चुनौतियों का हर सामना करना पड़ा , बॉर्डर पर चीन पाकिस्तान की चाले हो या विपक्षी पार्टियों का कारोना काल में असहयोग , हर जगह मोदी जी की परीक्षा ली गई वर्तमान में चन्द्र में सूर्य का अंतरा चल रहा है 29 नवंबर 2021 से लग्नेश मंगल की दशा स्टार्ट होगी और गुरु का गोचर नवंबर में चतुर्थ भाव से होगा ये समय मोदी जी के लिए एक नई शुरुवात वाला रहा। लग्नेश और शत्रु भाव के मालिक मंगल की दशा में भी पग पग पर मोदी जी की परीक्षा होगी किन्तु साहस तेज़ शक्ति कारक मंगल मोदी जी को इस चुनौती भरे समय में शक्ति देगा । 2022 में मोदी जी विरोधियों को मुंहतोड़ जवाब देंगे । और सफलता की तरफ अग्रसर होंगे किन्तु  2022 से शनि देव का चतुर्थ भाव में गोचर कुछ अलग ही रंग दिखाएगा ।

सांकेतिक तस्वीर ( सौ. से सोशल मीडिया) 

क्या कहती हैं पीएम नरेंद्र मोदी की कुंडली?

बता दें कि पीएम मोदी की कुंडली असाधारण है,जो उन्हें असाधारण व्यक्तित्व का मालिक बनाता है।कुंडली के लग्न में लग्नेश मंगल, भाग्येश चंद्रमा के साथ, पराक्रमेश और सुखेश शनि कर्म भाव में सप्तमेश और व्ययेश शुक्र के साथ, राहु पंचम भाव में शत्रु सूर्य के घर में और बुध एकादश में स्वाग्रही होकर मित्र सूर्य और केतु के साथ विराजमान है। लग्न का स्वग्रही मंगल इन्हें अदम्य साहस, ऊर्जावान, हिम्मती और सक्र‍िय बना कर विरोधियों के हर दांव का करारा जवाब देने वाला बनाता है।

मोदी जी दो बार प्रधानमंत्री रह चुके है उनकी कुंडली में 3 बार प्रधानमंत्री बनने के योग है। प्रधानमंत्री मोदी का लग्नेश मंगल लग्न में चंद्रमा के साथ युति है। चंद्र-मंगल युति यानी नवमेश और लग्नेश का संबंध उनकी कुंडली में राजयोग है और इन दोनों ग्रहों की युति को किसी भी कुंडली में एक अच्छा धन योग मानते है। शुक्र-शनि का भी साथ अच्छा है।

कुंडली में सूर्य दशम भाव और एकादश भाव में विराजमान हैं, जिसके साथ ही उच्च का बुध बैठा है। देश-विदेश में प्रधानमंत्री मोदी के प्रति सम्मान और उनके प्रभाव में वृद्धि होगा।  पीएम मोदी अभी भी पूरी दुनिया में अपना प्रभाव बढ़ाने में कामयाब हो सकते हैं।

पीएम मोदी का जन्म गुजरात में हुआ था, उन्होंने बहुत संघर्ष और दृढ़ इच्छा शक्ति के बल पर यह मुकाम पाया है। आज देश और दुनिया में मोदी जी की चर्चा है। उनके जन्मदिवस पर जानते हैं कि पीएम मोदी की कुंडली में ऐसा क्या है जो राजनीतिक में उनकी तुती बोलती है। लगातार उनका वर्चस्व बढ़ता जा रहा है।

ऐसी है पीएम नरेंद्र मोदी की कुंडली

नाम – नरेंद्र दामोदरदास मोदी

जन्म स्थान – बड़नगर, गुजरात

जन्म तिथि – 17 सितंबर 1950

जन्म समय – गुप्त ( पूर्वाह्न 11 बजे )

राशि लग्न- वृश्चिक- स्वामी

मंगल राशि - वृश्चिक- स्वामी मंगल

पीएम मोदी की कुंडली:

एस्ट्रोलॉजर हेमंत थेरेजा के अनुसार भारतीय राजनीति की दिशा और दशा बदलने वाले जादुई शख्सियत के मालिक कद्दावर राजनेता श्री नरेन्द्र दामोदर भाई मोदी जी का नाम और पहचान किसी से छुपी नहीं है 17 सितम्बर 1950 को जन्मे नरेंद्र मोदी एक जाने माने राजनेता हैं, जो 2014 से भारत के 14वें और वर्तमान प्रधान मंत्री के रूप में कार्यरत हैं इससे पहले श्री मोदी जी गुजरात के मुख्यमंत्री के पद पर रहे , मोदी जी एक हिंदू राष्ट्रवादी स्वयंसेवी संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ( RSS ) के सदस्य भी रहे हैं श्री अटल बिहारी वाजपेयी के बाद लगातार दो बार जीतने वाले दूसरे गैर-कांग्रेसी , भारतीय जनता पार्टी के प्रधानमंत्री बने , नरेंद्र मोदी की प्रसिद्धि किसी से छिपी नहीं है परन्तु जैसे हर इंसान के जीवन में उतार चढ़ाव आते है उसी तरह 2020 में कोरोना महामारी के बाद से मोदी जी की चुनौतियां बड़ी हुई है उनके विरोधी लगातार दावा करे रहे है कि मोदी जी की प्रसिद्धि इस बीच कम हुई है आइए जानने का प्रयास करते है कि मोदी जी की कुण्डली में ऐसे कौन से ज्योतिष योग है जिनके कारण एक साधारण परिवार में जन्मे व्यक्ति ने इतनी बड़ी सफलता हासिल की और देश विदेश में मशहूर हुए।

सांकेतिक तस्वीर ( सौ. से सोशल मीडिया) 

पीएम मोदी करेंगे चुनौतियों का साहस से सामना

 ज्योतिषर्विद सविता अग्गे के अनुसार आने वाले समय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्तमान में चंद्र की महादशा से निकल रहे है नवम्बर अंत तक मंगल की महादशा शुरू हो जाएगी। जो इनका लग्नेश भी है और बारहवें घर से भी संबंध स्थापित करता है तो इनको अचानक से उतार चढ़ाव का सामना करना पड़ेगा। गुरु का गोचर वर्तमान समय में सहयोग देता है परंतु गुरु के मीन राशि का गोचर अगले वर्ष अप्रैल से भाग्य अवरोध का सामना करवाएगा। मंगल इनको कड़ी प्रतिस्पर्धा में डालेगा परन्तु ये अपने सेनापत्तिव गुण के कारण तमाम चुनौतियों का साहस से सामना करेंगे। शनि का कुंभ राशि में गोचर इनके प्रोफेशन को बल देगा। कुल मिला कर आ रही चुनौतियों से सामना करने की ताकत देगा।

पीएम मोदी की कुंडली में लग्न में बैठा मंगल और चंद्रमा अच्छा और राजयोग दे रहा है। आने वाले समय में आर्थिक निवेश और पड़ोसी देशों के साथ विश्व पटल पर चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। लग्न में बैठे मंगल की  सप्तम भाव और दशम में बैठे शनि की भी सप्तम भाव पर दृष्टि  युद्ध का सामना करने का योग बना रहा है। प्रधानमंत्री मोदी की कुंडली में सप्तम भाव के स्वामी शुक्र की अन्तर्दशा भी चल रही है तो ऐसे में आने  वाले समय में  सीमा विवाद को लेकर आमना-सामना करना पड़ सकता है। देश के अंदर पर सफलता और असफलता का सामना करवायेगा। साथ ही पीएम मोदी के नेतृत्व में कई विधानसभा चुनावों में सफलता अर्जित करेंगे।

Note: ज्योतिषीय गणना और विद्वानों के विश्लेषण पर आधारित है मोदी जी की कुंडली....

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