Navgrah Upay: इन वजहों से खराब होते हैं नव ग्रह, यहां जानें समाधान

Navgrah Upay: आज हम आपको अपने इस आर्टिकल में बताने वाले हैं कि आखिरकार ये नव ग्रह खराब कैसे होते हैं और इन्हें शांत कैसे किया जा सकता है।

Report :  Shivani Tiwari
Update:2024-04-29 10:00 IST

Navgrah Upay (Photo- Social Media)

Navgrah Kharab Hone Ka Karan: मनुष्य के जीवन में नव ग्रहों का विशेष महत्व होता है, हर एक ग्रह व्यक्ति के जीवन में अहम रोल अदा करता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रहों की चाल हमेशा बदलती रहती है और उसी के अनुसार मनुष्य के जीवन में भी बदलाव आता रहता है। आज हम आपको अपने इस आर्टिकल में बताने वाले हैं कि आखिरकार ये नव ग्रह खराब कैसे होते हैं और इन्हें शांत कैसे किया जा सकता है।

नवग्रह के खराब होने के कारण (Navgrah Kharab Hone Ka Karan Aur Upay)

पहले तो हम आपको नव ग्रहों के नाम बताते हैं, सूर्य, चंद्र, मंगल, बुद्ध, बृहस्पति, शुक्र, शनि, राहु और केतु। इन सभी नव ग्रहों में से यदि कोई भी एक ग्रह कमजोर पड़ता है तो व्यक्ति के जीवन में इसका बदलाव देखने को मिलता है, जी हां! ग्रहों की चाल से हमारे जीवन में बदलाव आता है। आइए आगे आपको बताते हैं कि आखिरकार नव ग्रह के कमजोर व खराब होने का कारण क्या है।


सूर्य ग्रह

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब भी कोई व्यक्ति अपने सिर पर गंदा हाथ रखता है तो इससे सूर्य ग्रह पर असर पड़ता है। सूर्य ग्रह के खराब होने से सिर दर्द या नेत्र संबंधी बीमारी हो सकती है। सूर्य ग्रह को मजबूत करने के लिए व्यक्ति को ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः जप करना चाहिए, ऐसा करने से मनुष्य को साहस, बल और सफलता हासिल होती है।

मंगल ग्रह

मंगल ग्रह खराब होने का मुख्य कारण व्यक्ति का बहुत अधिक गुस्सा करना है। जी हां! जब व्यक्ति बहुत अधिक गुस्सा करता है तो इससे मंगल ग्रह पर असर पड़ता है। मंगल ग्रह को मजबूत करने के लिए मनुष्य को ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः का जाप करना चाहिए, इससे स्वास्थ सही रहता है, जीवन सुखमय बना रहता है।

चंद्र ग्रह

जब कोई व्यक्ति पानी बहुत अधिक बर्बाद करता है तो इसका असर चंद्र ग्रह पर पड़ता है। चंद्र ग्रह को मजबूत करने के लिए व्यक्ति को ॐ श्रां श्रीं श्रौं सः चंद्राय नमः का जप करना है, इससे मानसिक शांति, सफलता और धन की प्राप्ति होती है।

बुद्ध ग्रह

जब कोई व्यक्ति बहुत अधिक झूठ व बेईमानी करता है तो इससे उसका बुद्ध ग्रह कमजोर पड़ जाता है। बुद्ध ग्रह को मजबूत करने के लिए ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः मंत्र का जाप करना चाहिए।


गुरु ग्रह

गुरु ग्रह अशांत तब होता है जब कोई व्यक्ति अपने से बड़े या गुरु का अपमान करता है, इसके लिए मनुष्य को ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरुवे नमः का जाप करना चाहिए, ऐसा करने से शिक्षा और संतान की प्राप्ति होती है, व्यक्ति दीर्घायु होता है।

शुक्र ग्रह

जो व्यक्ति महिलाओं का अपमान करता है, उसे शुक्र दोष होता है, इससे छुटकारा पाने के लिए ॐ द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः का जाप करना चाहिए। इस मंत्र का जाप करने से जीवन में खुशियां और रिश्तों में मधुरता आती है।

शनि ग्रह

आलस करने से शनि ग्रह कमजोर पड़ता है, इसके लिए व्यक्ति को ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः का जाप करना चाहिए, इस मंत्र का जाप करने से खुशी, स्वास्थ लाभ और मानसिक शांति मिलती है।

राहु ग्रह

चुगली करने से राहु ग्रह खराब होता है, इसके लिए व्यक्ति को ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः का जाप करना चाहिए, क्योंकि इस मंत्र का जाप करने से सामाजिक प्रतिष्ठा में बढ़ोत्तरी होती है।

केतु ग्रह

संत का अपमान करने से केतु ग्रह पर इसका असर पड़ता है, केतु को मजबूत करने के लिए व्यक्ति को ॐ स्रां स्रीं स्रौं सः केतवे नमः का जाप करना चाहिए, ऐसा करने से भाग्य में बढ़ोत्तरी होती है।

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