Navratri 2022: नवरात्रि में 9 दिन तक चढ़ाएं मां दुर्गा को नौ प्रिय फूल, होंगे 9 लाभ

2022 Navratri 9 Days 9 Flowers: नवरात्रि में मां दुर्गा की पूजा धूमधाम से होती है। 9 दिनों तक होने वाली इस पूजा में भक्त मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए कई तरह के उपाय करते हैं।

Written By :  Anupma Raj
Update: 2022-09-26 14:53 GMT

Navratri 9 Days 9 Flowers (Image: Social Media)

2022 Navratri 9 Days 9 Flowers: नवरात्रि में मां दुर्गा की पूजा पूरे धूमधाम से होती है। 9 दिनों तक होने वाली इस पूजा में भक्त मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए कई तरह के उपाय करते हैं। ऐसे में भोग, मंत्र, कथा, आरती के अलावा मां दुर्गा को 9 तरह का फूल भी अर्पित करना चाहिए जो मां दुर्गा को प्रसन्न हो। मां दुर्गा को उनके प्रिय फूल चढ़ाने से मां दुर्गा प्रसन्न हो जाती हैं और भक्तों की जिंदगी में कई तरह के चमत्कारी लाभ होते हैं। तो आइए जानते हैं मां दुर्गा के 9 प्रिय फूल के बारे में:

Navratri का पहला दिन 

दरअसल नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा होती है। मां शैलपुत्री को सफेद कनेर के पुष्प बहुत प्रिय है। इसलिए मां शैलपुत्री को कनेर का पुष्प अर्पित करने से भक्त के जीवन में स्थिरता आती है और तनाव भी दूर हो जाता है।

Navratri का दूसरा दिन 

नवरात्रि के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा होती है। मां ब्रह्मचारिणी की पूजा में वट यानी कि बरगद के पेड़ का फूल चढ़ाना शुभ होता है। दरअसल इससे बुद्धि और ज्ञान में वृद्धि होती है और व्यवसाय में तरक्की मिलती है।

Navratri का तीसरा दिन 

नवरात्रि के तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की पूजा होती है। बता दे देवी चंद्रघंटा की पूजा शंखपुष्पी के फूल से करना शुभ माना जाता है। इससे आर्थिक स्थिति भी मजबूत होती है और पैसों का अभाव नहीं होता है।

Navratri का चौथा दिन 

नवरात्रि के चौथे दिन मां कूष्मांडा की पूजा होती है। मां कूष्मांडा को पीले रंग का पुष्प जैसे पीला कमल, गेंदा अर्पित प्रिय होता है। इसलिए मां कूष्मांडा को प्रसन्न करने के लिए पीले रंग का फूल अर्पित करें। ऐसा करने से मां कूष्मांडा प्रसन्न होकर भक्तों को बेहतर स्वास्थ का वरदान देती हैं।

Navratri का पांचवा दिन 

नवरात्रि के पांचवे दिन होती है मां स्कंदमाता की पूजा। देवी स्कंदमाता को भी पीले रंग का फूल बहुत पसंद है। दरअसल ऐसी मान्यता है कि इससे संतान सुख प्राप्त होता है और घर में खुशहाली आती है।

Navratri का छठा दिन 

नवरात्रि के छठे दिन होती है मां कात्यनानी की पूजा। मां कात्यायनी की पूजा बेर के पेड़ के पुष्प से करना चाहिए। इससे मातारानी अधिक प्रसनन होती हैं और जातक को शीघ्र विवाह का वरदान देती हैं।

Navratri का सातवां दिन 

नवरात्रि के सांतवे दिन होती है मां कालरात्रि की पूजा। मां दुर्गा के रोद्ररूप देवी कालरात्रि को रात रानी का फूल या फिर गेंदा अर्पित करना चाहिए। ऐसी मान्यता है इससे शत्रुओं का सामना करने की शक्ति मिलती है।

Navratri का आठवां दिन 

नवरात्रि के आंठवे दिन होती है मां महागौरी की पूजा। महाअष्टमी वाले दिन मां महागौरी का पूजन मोगरे के फूल से करना शुभ होगा क्योंकि इससे वैवाहिक जीवन में मिठास आएगी और परिवार में एकता बढ़ेगी।

Navratri का नौवां दिन 

नवरात्रि के नवें दिन होती है महानवमी। इस दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा चंपा या गुड़हल के फूल से करना शुभ होता है। ऐसा करने से भक्तों को भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है। 

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