Rahul Gandhi Ki Kundali: आइये जानें राहुल गांधी की कुंडली एक छोटा सा विश्लेषण

Rahul Gandhi Ki Kundali: आइए जानते हैं राहुल गांधी की कठिन दशा क्यों चल रही है।

Update:2023-04-04 20:30 IST

Rahul Gandhi Ki Kundali: राहुल गांधी की संसदीय सदस्यता को रद्द कर दिया गया है। राहुल गांधी को सूरत के कोर्ट ने 2 साल की सजा सुनाई हालांकि इनको उसी समय बेल भी मिल गई है। लेकिन अब इनकी संसदीय सदस्यता रद्द कर दिए जाने के बाद आगे क्या होगा? आइए जानते हैं राहुल गांधी के लिए कष्टकारी बना राहु।

क्यों कठिन चल रही दशा ?

राहुल गांधी की कठिन दशा क्यों चल रही है इस विषय को जानने के लिए उनकी कुंडली पर गौर करने पर मालूम होता है कि, इनकी जन्म कुंडली जो 19 जून 1970 को दोपहर 2 बजकर 28 मिनट की है।

इस कुंडली में तुला लग्न उदित है। जन्म लग्न में और नवांश कुंडली दोनों में ही गुरु वक्री होकर विराजमान हैं। इनकी कुंडली में राहु पंचम भाव में जबकि सूर्य और मंगल दोनों नवम यानी भाग्य भाव में बैठे हैं। ऐसे में गुरु की दृष्टि राहु और सूर्य एवं मंगल पर है।

राहुल गांधी की वर्तमान ग्रह दशा

उनकी वर्तमान में राहु की महादशा में गुरु की अंतर्दशा में 26 दिसंबर 2021 से चल रहे हैं जो 21 मई 2024 तक चलेगी। इन्हीं ग्रह दशाओं के बीच मई के महीने में कर्नाटक विधानसभा चुनाव तथा बाद में नवंबर-दिसंबर में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ तथा राजस्थान में चुनाव होंगे जो राहुल गांधी के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण होंगे।

इसकी एक वजह यह भी है कि इस समय राहुल गांधी मार्च से राहु की महादशा में गुरु की अंतर्दशा और शुक्र की प्रत्यंतर दशा में चल रहे हैं। शुक्र की यह प्रत्यंतर दशा 2 मार्च से 26 जुलाई 2023 तक है। प्रत्यंतर दशानाथ शुक्र इनकी कुंडली मेंलग्नेश होकर दशम भाव में विराजमान है, किंतु यह शुक्र दोनों ओर से पाप ग्रहों से घिरा हुआ है। शुक्र एक ओर केतु तो दूसरी ओर मंगल-सूर्य से घिरा है। जिससे 'पाप-कर्तरी' दोष निर्मित हुआ है। जिसके प्रभाव से राहुल गांधी को आगामी जुलाई तक बड़ी चुनौतियों का सामना करना होगा, विपक्ष इन्हें हर तरफ से घेरने की कोशिश करेगा। संसद सदस्यता पर ख़तरा, किन्तु कर्नाटक चुनाव में लाभ दिख रहा है।

बड़ी असुविधा होने का योग

राहुल गांधी की कुंडली का अध्ययन करने से मालूम होता है कि, राहु की कठिन दशा के कारण ही इनकी संसदीय सदस्यता रद्द हुई है। विंशोत्तरी दशा में राहु-गुरु-शुक्र की कठिन दशा के चलते इनको कई कानूनी प्रक्रियाओं के चलते बड़ी असुविधा होने का योग बन रहा है। किंतु इनकी कुंडली में अंतर्दशानाथ गुरु वर्गोतम में होकर नवांश लग्न में मजबूती से स्थित हैं अतः आगामी कर्नाटक विधानसभा चुनावों में वह अपनी पार्टी के पिछले प्रदर्शन में बेहद बड़ा सुधार ला सकते हैं, इस बात की पूरी संभावना दिखती है।

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