Rama Ekadashi 2023: सबसे महत्वपूर्ण एकादशी है रमा एकादशी
Rama Ekadashi 2023: रमा एकदशी को रंभा एकदशी या कार्तिक कृष्ण एकदशी के रूप में भी जाना जाता है। भक्त इस दौरान उपवास रखते हैं और भगवान विष्णु की पूजा करते हैं।
Rama Ekadashi 2023: एकादशी का हमारी संस्कृति में बहुत महत्व है। और सबसे महत्वपूर्ण एकादशियों में से एक है रमा एकादशी। कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष में रमा एकादशी पड़ रही है, जो कि आज है। कार्तिक माह को पवित्र और भगवान कृष्ण के पसंदीदा महीनों में से एक माना जाता है।
- रमा एकदशी को रंभा एकदशी या कार्तिक कृष्ण एकदशी के रूप में भी जाना जाता है। भक्त इस दौरान उपवास रखते हैं और भगवान विष्णु की पूजा करते हैं।
- हिंदू धर्म के अनुसार रमा एकादशी व्रत सबसे महत्वपूर्ण एकादशियों में से एक माना जाता है। जो लोग इसे लगन से करते हैं वे अपने सभी पापों का प्रायश्चित कर सकते हैं। ऐसा माना जाता है कि जो लोग रमा एकादशी का व्रत रखते हैं वे सीधे भगवान श्री हरि के धाम वैकुंठ धाम जाते हैं।
- एक रमा एकादशी व्रत सौ राजसूय यज्ञ या एक हजार अश्वमेध यज्ञ के बराबर है। जो लोग भगवान विष्णु की पूजा करते हैं उन्हें धन, स्वास्थ्य और समृद्धि प्राप्त होती है।
- इस एकादशी का व्रत करने वालों को मां लक्ष्मी का आशीर्वाद भी मिलता है।
- रमा एकादशी के दिन किसी भी वृक्ष से पत्ते न तोड़ें।
- इस एकादशी के दिन बाल न कटवाएं, न ही नाखून काटें।
- किसी का दिया हुआ अन्न आदि न खाएं।
- घर में झाड़ू न लगाएं। कहते हैं घर में झाड़ू लगाने से चीटियों या छोटे-छोटे जीवों के मरने का डर होता है और इस दिन जीव हत्या करना पाप होता है। इससे व्रत बाधित होता है।
- रमा एकादशी के दिन चावल, मासांहार भोजन, लहसुन प्याज युक्ति भोजन न बनाएं।
- एकादशी के दिन तुलसी की मंजरी एक लाल कपड़े में बांधकर मां लक्ष्मी को चढ़ाएं और इसे फिर अपने धन स्थान पर रख दें। मान्यता है कि इससे नौकरी और व्यापार में आ रही आर्थिक परेशानी दूर होती है।
- काम बनते-बनते बिगड़ रहे हैं तो रमा एकादशी के दिन तुलसी पर शाम ढलते ही घी का दीपक जलाएं और 11 बार तुलसी के पेड़ की परिक्रमा करें। इससे लक्ष्मी जी की विशेष कृपा बरसती है। कार्य में बाधा नहीं आती।