Sarswati Puja Upay: सरस्वती पूजा को करें ये उपाय दूर होगी गरीबी, बिजनेस-करियर में करेंगे तरक्की

Sarswati Puja Upay: सरस्वती पूजा का दिन 14 फरवरी 2024 के दिन मनाया जायेगा। इस दिन मां सरस्वती की पूजा की जाती है। जानिए सफलता पाने के लिए सरस्वती पूजा के उपाय

Update:2024-01-26 11:15 IST

Sarswati Puja Upay: 14 फरवरी को सरस्वती पूजा का त्यौहार मनाया जाएगा। इस दिन विद्या की देवी मां सरस्वती की पूजा की जाती है। वसंतोत्सव की शुरुआत होती है। ये वसंतोत्सव होली तक चलता है। इस उत्सव को मदनोत्सव के रूप में भी मनाया जाता है। सरस्वती पूजा के दिन रतिकाम महोत्सव भी होता है, जिसमें भगवति रति और कामदेव की पूजा का विधान है। सरस्वती पूजा के दिन कुछ खास उपायों को करने से बुद्धि, विद्या और ज्ञान की प्राप्ति होती है। इसके अलावा मनचाहा जीवनसाथी भी मिलता है।

सरस्वती पूजा के दिन करें ये उपाय

सरस्वती पूजा के दिन आपको एक कलम लेकर उस पर हल्दी, चावल का टीका लगाकर कलम की पूजा करनी चाहिए और बाद में उसी कलम से पेपर लिखना चाहिए। आप चाहें तो एक से ज्यादा कलम की पूजा करके भी अपने पास रख सकते हैं। इस उपाय को करने से आपको प्रतियोगिता में अवश्य ही सफलता मिलेगी।

अगर आप बहुत समय से एक अच्छे पति या एक अच्छी पत्नी की तलाश में हैं, तो आज के दिन आपको कामदेव के एकाक्षर मंत्र ‘क्लीं’ के साथ दही से मिश्रित धान के लावे से हवन करना चाहिए।

अगर आपको लिवर संबंधी किसी प्रकार की परेशानी रहती है तो उससे राहत पाने के लिए आज के दिन पीले रंग के चावल बनाकर, सबसे पहले देवी मां को भोग लगाएं और उसके बाद स्वयं पीले चावल खाएं। ऐसा करने से आपका लिवर बेहतर रहेगा। 

बसंत पंचमी के दिन आपको हाथ में पीले फूल लेकर, उस व्यक्ति के चेहरे का आभास करना चाहिए और कामदेव के इस विशेष मंत्र का 108 बार जप करना चाहिए। मंत्र है - 'ऊं नमो भगवते कामदेवाय, यस्य यस्य दृश्यो भवामि, यश्च यश्च मम मुखम पछ्यति तत मोहयतु स्वाहा।' मंत्र जप के बाद उन फूलों को होली तक संभालकर अपने पास रखें। उसके बाद बहते जल में प्रवाहित कर दें। ये विशेष उपाय करने से आप जिस किसी को भी अपनी तरफ आकर्षित करना चाहते हैं, वो जल्द ही आपकी तरफ आकर्षित हो जाएगा।

अगर आप अपने दाम्पत्य संबंधों में प्यार बरकरार रखना चाहते हैं बसंत पंचमी के दिन दिन आपको भगवति रति और कामेदव की पूजा और उन्हें पुष्प अर्पित करने चाहिए।

 सरस्वती पूजा के दिन आपको अनार की कलम को या संभव हो तो सोने की सलाई को शहद में डुबोकर बच्चे की जीभ पर मां सरस्वती का ध्यान करते हुए 'ऐं’ लिखना चाहिए। इस उपाय को करने से आपका बच्चा बड़ा होकर एक अच्छा वक्ता बनेगा और लोग उसकी बातों से प्रभावित होंगे।

अगर आपका जीवनसाथी आपसे रूठा हुआ है तो उसे मनाने के लिए पंचमी के दिन आपको एक सफेद कोरे कागज पर सिन्दूर से ‘क्लीं’ लिखकर, उसे मोड़कर अपने जीवनसाथी के कपड़ों की अलमारी में रख दें। जब आपका जीवनसाथी मान जाए तो उस पर्ची को किसी बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें।

सरस्वती पूजा के दिन आपको अपने बच्चे का हाथ पकड़कर काले रंग की स्लेट पर कुछ न कुछ जरूर लिखवाना चाहिए। दरअसल, इस क्रिया को अक्षराम्भ कहते हैं। ऐसा करने से पढ़ाई के क्षेत्र में आपके बच्चे की एक बेहतर शुरुआत होगी और आगे भी उसके जीवन में सब अच्छा रहेगा।

सरस्वती पूजा के दिन आपको पीले रंग के कपड़े पहनकर कामदेव के इस मंत्र का एक माला, यानी 108 बार जप करना चाहिए। मंत्र इस प्रकार है - ‘ॐ कामदेवाय: विदमहे पुष्पबाणाय धीमहि तन्नो अनंग: प्रचोदयात।’ ऐसा करने से आपके वैवाहिक जीवन में नई उमंगों की बयार फिर से बहाल होगी।

 जो लोग अपने छोटे बच्चों का अन्नप्राशन संस्कार करवाना चाहते हैं वो सरस्वती पूजा के दिन कर सकते हैं। इस कार्य के लिये आज का दिन बड़ा ही शुभ है।  अगर आप हाईअर एजुकेशन लेना चाहते हैं लेकिन आपको किसी प्रकार की परेशानी आ रही है तो आज के दिन आपको मां सरस्वती के इस मंत्र का एक माला, यानी 108 बार जप करना चाहिए। मंत्र है - 'ॐ ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं सरस्वत्यै नमः।' मंत्र जप के साथ ही आपको विद्या यंत्र भी धारण करना चाहिए।

अगर आप किसी व्यक्ति को अपने प्यार के वश में करना चाहते हैं, तो बसंत पंचमी के दिन आपको उस व्यक्ति का ध्यान करते हुए कामदेव के इस वशीकरण मंत्र का 21 बार जप करना चाहिए। मंत्र इस प्रकार है - 'ॐ नमः काम-देवाय। सकल जन सर्वजनान् मम् दर्शने उत्कण्ठितं कुरु कुरु, दक्ष इक्षु धर कुसुम-वाणेन हन हन स्वाहा।'

सरस्वती पूजा 2024 का शुभ मुहूर्त

सरस्वती पूजा को माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को होती है। जो हर साल माघ मास में आता है। इस दिन को सरस्वती पूजा भी कहते हैं।

बसंत पंचमी –14 फरवरी 2024

पूजा मुहूर्त -सुबह 10:45 से 12:35 तक है

पंचमी तिथि प्रारम्भ- 13 फरवरी 2024 को दोपहर 02:41 से प्रारंभ।

पंचमी तिथि समाप्त- 14 फरवरी 2024 को दोपहर 12:09 तक।

वसन्त पंचमी सरस्वती पूजा मुहूर्त- 14 फरवरी 2024 बुधवार के दिन सुबह 07:01 से दोपहर 12:35 के बीच।

अमृत काल मुहूर्त : सुबह 08:30 से सुबह 09:59 तक।

गोधूलि मुहूर्त : शाम 06:08 से 06:33 तक।

रवि योग : सुबह 10:43 से अगले दिन सुबह 07:00 तक।


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