जयपुर:ऐसा कहा जाता है की यदि किसी जातक पर साढ़े साती का प्रभाव होता है तो इसके कारण उसे कई प्रकार की शारीरिक, मानसिक, आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। लेकिन यह पूरी तरह सच नहीं है क्योंकि शनि की साढ़े साती हमेशा बुरे प्रभाव वाली ही नहीं होती है। बल्कि शनि की साढ़े साती जातक की जन्म कुंडली में बन रहे योगो पर भी निर्भर करती है। और उसके अनुसार कुंडली और ग्रह का आपस में जो भाव होता है उसी अनुसार आपकी साढ़े साती की दशा होती है।शनि की साढ़े साती का मतलब होता है की साढ़े सात साल तक किसी राशि में शनि का प्रभाव। यदि आप चाहते हैं की साढ़े साती के बुरे प्रभाव से बच सकें, शनि की कृपा को पाने के लिए जरुरी होता है की शनि को प्रसन्न रखें, उनकी पूजा करें, बुरे कामो से दूर रहें, दान पुण्य के काम करें, जाप करें, आदि।
शनि को शांत करने के लिए सबसे बेहतरीन उपाय होता है की शनि देव महाराज जी की उपासना करें। और इसके लिए यदि आप नियम से और पूरी श्रद्धा के साथ शनिवार का व्रत रखते हैं तो इससे शनि की साढ़े साती के बुरे प्रभाव को कम करने में मदद मिलती है। और पूजा व् उपासना के साथ इस दिन शनि मन्त्र का उच्चारण भी जरूर करना चाहिए।शनिवार के दिन पीपल में जल चढाने की सबसे अधिक मान्यता होती है। और यदि आपकी साढ़े साती चल रही है तो शनिवार के दिन कच्चा दूध, जल को मिलाकर पीपल में चढ़ाना चाहिए। साथ ही शाम के समय तेल का दीपक भी जरूर जलाना चाहिए इससे शनि की कृपा तआप पर बने रहने में मदद मिलती है।
यदि आप भी शनि की साढ़े साती से प्रभावित है तो शनिवार के दिन काले उड़द, अनाज, काले वस्त्र आदि का दान, शनि के लिए छाया का दान, लोहे की कील, काली वस्तुओं का दान आदि करना चाहिए। क्योंकि दान पुण्य करने से शनि प्रसन्न होते हैं जिससे आपकी राशि की इसके बुरे प्रभाव से बचने में मदद मिलती है।
23 जनवरी: सिंह राशि के लिए खुशियों की सौगात, जानिए बाकी के लिए क्या?
नीलम रत्न धारण करने से भी शनि की कृपा दृष्टि पर बने रहने में मदद मिलती है।लेकिन नीलम को धारण करने से पहले किसी अच्छे से ज्योतिष से राय लेनी चाहिए, सही समय, सही में इसे धारण करना चाहिए। क्योंकि यदि यह आपकी राशि के प्रति अनुकूल न हो तो इसके दुष्परिणाम भी हो सकते हैं। ऐसे में आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए और बिना पंडित या ज्योतिष की राय के इसे नहीं पहनना चाहिए।
शनि की साढ़े साती के दौरान उसके बुरे प्रभाव से बचने के लिए व्यक्ति को हर शनिवार को हनुमान जी को आक के फूलों की माला चढ़ानी चाहिए, तेल व् सिन्दूर चढ़ाकर शनि देव की आराधना करें, बजरंगबाण, हनुमान चालीसा का पाठ करें, ॐ हं हनुमते नमः का जाप करें, इस उपाय को करने से भी आपको शनि की साढ़े साती के बुरे प्रभाव से बचने में मदद मिलती है।
शनि देव की कृपा को पाने के लिए आप शनिवार के दिन काले तिल के लड्डू बनाकर गाय व् बच्चों को खिलाएं इससे आपको फायदा मिलता है। साथ ही दरिद्र लोगो में भी इसे बाटें, और साथ ही उन्हें भोजन भी करवाए इससे भी शनि देव की कृपा आप पर बनी रहती है।
व्यवहार भी शनि की कृपा को पाने में मदद करता है, इसीलिए आपको कभी भी झूठ नहीं बोलना चाहिए, और न ही झूठे लोगो का पक्ष लेना चाहिए, सत्य का आचरण रखना चाहिए, किसी का दिल नहीं दुखाना चाहिए, अपने पापो के लिए क्षमा मांगनी चाहिए, आदि।