Shanivar ke Upay: शनिवार को ऐसे करें नियमों का पालन की शनिदेव की बरसे अपार कृपा, जानिए शनिवार के महाउपाय
Shanivar ke Upay: शनि देव को क्रूर ग्रह माना जाता है।वो दंड देने वाले देवता है, लेकिन ऐसा नहीं है कि शनिदेव हर किसी को दंड ही देते हैं। वो दंड उन्ही को देते हैं तो उसके लायक होते हैं। इसलिए जीवन में खुशहाली के लिए शनिवार के भोजन पर भी दे ध्यान जानिए
Shanivar Ka Upay सावन मास चल रहा है। इस मास में शिव की भक्ति के लिए हर दिन खास है। सावन में जितना महत्व सोमवार का है, उतना महत्व शनिवार भी है। धर्मानुसार सावन में शनिदेव (Shani Dev) बहुत जल्द प्रसन्न होते हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि माना जाता है कि शनि देव, भगवान शिव (Lord Shiv) के परम भक्त हैं। कहते हैं कि सावन के शनिवार पर शनि देव की पूजा (Shani Dev Puja) करना विशेष फलदायी है । जानते है केसे
शनिवार का चमत्कारी उपाय
शनिवार को इन राशियों के लिए बढ़िया
शनिवार को तुला धनु, मकर और कुंभ राशि के जातक किसी शनि मंदिर (Shani Mandir) में जाकर वहां उनके सामने सरसों के तेल का दीपक जलाए और शनि चालीसा का पाठ करे और इस दिन शिव चालीसा का पाठ करे तो अच्छा रहेगा। शनि देव को प्रसन्न करने का मौका है। यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि का अशुभ प्रभाव हैं या फिर शनि देव की कृपा बनाए रखना चाहते हैं तो शनिवार का व्रत करना चाहिए।
शनिवार का व्रत करें और बनाएं ऐसा भोजन
शनिवार का व्रत करने से तन और मन दोनों की शुद्धि होती है। वैसे तो शनि न्यायाधीश हैं, हर व्यक्ति को कर्मों के अनुसार ही फल देते हैं। अच्छे कर्म करें और शनिवार को घर में ये पकवान न बनाएं और न ही खाएं। ऐसा करने से भी शनि देव का आशीष प्राप्त किया जा सकता है और उनकी क्रूर नजर से बचा जा सकता है।दूध और दूध से बने सफेद पदार्थ नहीं खाने चाहिए, उनमें हल्दी, गुड़ या कोई अन्य पदार्थ मिलाकर सेवन कर सकते हैं।
खट्टी और कसैली वस्तुएं न खाएं खासतौर पर आम का अचार। लाल मिर्च का यूज न करें, काली मिर्च खा सकते हैं और दान भी कर सकते हैं। मसूर की दाल न खाएं क्योंकि इस पर मंगल का प्रभाव होता है। चना, उड़द और मूंग की दाल खा सकते हैं। जो लोग शनिवार के दिन मांस और मदिरा का सेवन करते हैं, वे शुभ शनि का भी लाभ नहीं ले पाते। ऐसे लोगों पर अनचाहा साया हमेशा मंडराता रहता है। शनिवार के दिन मदिरा पीने से कुंडली में शुभ शनि होने पर भी शनि का शुभ फल नहीं मिल पाता। दुर्घटना की आशंका भी बढ़ जाती है।
सरसों के तेल या उससे बने पकवान दान तो कर सकते हैं लेकिन खाने नहीं चाहिए। शनि महाराज को सरसों का तेल चढ़ाया जाता है लेकिन खाया नहीं जा सकता।
फाइनेंसियल प्रॉब्लम से बचने के लिए खिचड़ी, काले चने की सब्जी, चावल, चिवड़ा या चने का भुजियां और भुजे चने खुद भी खाएं और सारे परिवार को भी खिलाएं।
तिल के लड्डू, उड़द की दाल, मीठी पूड़ी बना कर शनि देव को भोग लगाएं फिर गाय, कुत्ते और कौओं को खिलाने के बाद प्रसाद के रूप में पारिवारिक सदस्यों को खिला कर स्वयं भी खाएं।
शनिवार को एक समय के भोजन में उड़द दाल की खिचड़ी खाने से शनि दोष, साढ़ेसाती एवं शनि की ढैय्या से निजात पाया जा सकता है।