Shukravar Ka Mantra: शुक्रवार का मंत्रा आपको देगा चमत्कारी लाभ, कर्ज और गरीबी नहीं आएगी आपके पास
Shukravar Ka Mantra: शुक्रवार का दिन धन की देवी का है इस दिन मां लक्ष्मी की आराधना करने और इन कामो को करने से समृद्धि बढ़ेंगी,,,,
Shukrawar Mantra: जिन लोगों के कुंडली में शुक्र ग्रह मजबूत हो उसे कभी भी धन संबंधी कोई परेशानी नहीं होती है। शुक्र देव को ज्योतिष शास्त्र में सुखों का कारक माना जाता है। वहीं जिन जातकों की कुंडली में गुरु शुक्र और बुध के कमजोर हो उसको आर्थिक विषमता से गुजरना पड़ता है। लेकिन अगर हम ज्योतिषियों की मानें तो धन की देवी, मां लक्ष्मी, भगवान गणेश, कुबेर और दैत्यों के गुरु शुक्र देव की पूजा और उपासना करने से धन संबंधी सारी परेशानियां दूर हो जाती है। और जीवन में आर्थिक संकट दूर हो जाते हैं।
शुक्रवार के दिन किन कामों को करने से आपकी आर्थिक समस्याएं दूर हो जाती हैं।हिंदू संस्कृति के अनुसार व्यक्ति को अच्छा और सुखमय जीवन जीने के लिए ज्योतिष शास्त्र में दिए गए नियमों का पालन करना चाहिए। इसमें कई ऐसी चीजों के बारे में बताया जाता है जिसका अपने जीवन में पालन कर व्यक्ति सुख और शांति के साथ रह सकता है। सुबह उठकर अपने दिन की शुरुआत हमेशा अच्छे कामों से करनी चाहिए लेकिन ज्योतिष शास्त्र में ऐसे भी कामों का वर्णन है जिसे करने से बचना चाहिए। इन्हें करने से घर में अशांति और दुख बढ़ता है।
आज का उपाय इन चीजों को हटा दें
सुबह उठकर जूठे बर्तन देखना आपके जीवन पर बुरा असर डालता है। सुबह सुबह गंदे बर्तनों पर नज़र पड़ने से नकारात्मकता फैलती है और साथ ही आपके दिनभर के सारे काम पर भी बुरा असर पड़ता है। इसलिए रात में ही गंदे बर्तन को साफ कर दें ताकि सुबह सुबह गंदे बर्तनों पर नज़र ना पड़े। गंदे बर्तनों से वास्तु दोष भी पड़ता है और यह अशुभ है।
सुबह सुबह उठते ही शीशा देखने से बचें। अपना चेहरा सुबह देखने से आप कई परेशानियों का सामना कर सकते हैं। यदि अपने सोने ही जगह पर शीशा रखते हो तो वहां से तुरंत हटा दें।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सुबह सुबह अपनी परछाई देखने से बचें। ऐसा करने से आपकी परेशानी बढ़ती और मानसिक तनाव बढ़ता है। घर में कलह और अशांति भी बढ़ती है।
सवेरे उठकर जंगली जानवरों को तस्वीर देखने से बचें। ऐसा करने से आपका किसी के भी साथ पूरे दिनभर में विवाद हो सकता है। यदि घर में कोई ऐसी फोटो हो तो तुरंत ही हटा दें।
इसके अलावा सुबह सुबह उठकर अपने हथेलियों के दर्शन करें। ऐसा कहा जाता है आपके हथेली में देवताओं का वास होता है और सुबह सुबह इन्हें देखने से आपको देवताओं का आशीर्वाद मिलता है।
शुक्रवार को पढ़े यें मंत्र
ऊँ तां मSआ वह जातवेदों लक्ष्मीमनगामिनीम् ।
यस्यां हिरण्यं विन्देयं गामवश्वं पुरुषानहम् ।।
अश्वपूर्वां रथमध्यां हस्तिनाद प्रमोदिनीम् ।
श्रियं देवीमुप ह्रये श्रीर्मा देवी जुषताम् ।
ऊँ उपैतु मां देवसख: कीर्तिश्च मणिना सह ।
प्रादुर्भूतोSस्मिराष्ट्रेस्मिन् कीर्त्तिमृद्धिं ददातु मे ।।
ऊँ क्षुत्पिपासमलां ज्येष्ठामलक्ष्मी नाशयाम्यहम् !
अभूतिम समृद्धिं च सर्वां निणुर्द में गृहात् ।।
ऊँ मनस: काममाकूतिं वाच: सत्यमशीमहि ।
पशूनां रूपमन्नस्य मयि: श्री: श्रयतां दश: ।।
ऊँ आप: सृजंतु स्निग्धानि चिक्लीत वस मे गृहे ।
निच देवीं मातरं श्रियं वासय में कुले ।।
ऊँ आर्दा य: करिणीं यष्टिं सुवर्णां हेममालिनीम् ।
सूर्यां हिरण्मयीं लक्ष्मी जातवेदो म आवह ।।
ॐ अत्रेरात्मप्रदानेन यो मुक्तो भगवान् ऋणात्
दत्तात्रेयं तमीशानं नमामि ऋणमुक्तये।
. ऊँ हिरण्यवर्णा हरिणीं सुवर्णरतस्त्रजाम् ।
चन्द्रां हिरण्मयीं लक्ष्मीं जातवेदो मम आ वह ।।
ॐ नमो ह्रीं श्रीं क्रीं श्रीं क्लीं क्लीं श्रीं लक्ष्मी मम गृहे धनं देही चिन्तां दूरं करोति स्वाहा ॥
ॐयक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धनधान्याधिपतये
धनधान्यसमृद्धिं मे देहि दापय स्वाहा॥
ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय नमः॥
ॐ ह्रीं श्रीं क्रीं श्रीं कुबेराय अष्ट-लक्ष्मी मम गृहे धनं पुरय पुरय नमः॥
. ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं त्रिभुवन महालक्ष्म्यै अस्मांक दारिद्र्य नाशय प्रचुर धन देहि देहि क्लीं ह्रीं श्रीं ॐ ।
ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं सौं ॐ ह्रीं क ए ई ल ह्रीं ह स क ह ल ह्रीं सकल ह्रीं सौं ऐं क्लीं ह्रीं श्री ॐ।
ॐ ह्री श्रीं क्रीं श्रीं क्रीं क्लीं श्रीं महालक्ष्मी मम गृहे धनं पूरय पूरय चिंतायै दूरय दूरय स्वाहा।
ॐ श्री महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णु पत्न्यै च धीमहि तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात् ॐ ।।
ॐ सर्वाबाधा विनिर्मुक्तो, धन धान्यः सुतान्वितः।
मनुष्यो मत्प्रसादेन भविष्यति न संशयः ॐ ।।
ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्मयै नम:॥
ॐ ऐं श्रीं महालक्ष्म्यै कमल धारिण्यै गरूड़ वाहिन्यै श्रीं ऐं नमः