यहां आज भी है वो बर्तन जिसमें माता सीता बनाती थी भोजन, जानिए रहस्य

Update:2018-11-27 08:37 IST

जयपुर:भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या हमेशा सुर्खियों में रही है, चाहे रामायण काल हो, महाभारत काल हो या कलयुग हो। राम जन्मभूमि की महिमा अपरंपार है। ऐसे में राम मंदिर की गूंज भी तेजी के साथ बनी हुई है। केंद्र की भाजपा अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का वादा जनता से कर चुकी है। बुधवार से अयोध्या में होने वाली महासभा को लेकर चर्चाएं काफी गरम हैं, गूगल पर भी अयोध्या ट्रेंड में है। लेकिन अयोध्या नगरी में बसे उन दार्शनिक स्थलों के बारे में जानते हैं जिसकी वजह से भगवान राम की नगरी अयोध्या इतनी सुर्ख़ियों में र हैं...

त्रेता युग के भगवान श्रीराम जब 14 वर्ष के वनवास को गए थे, तब वह चित्रकूट के जंगलों में ही रहते थे। चित्रकूट धाम उत्तर प्रदेश के मंदाकिनी नदी के किनारे बसा है। चित्रकूट के इन जंगलों को आज भी प्राकृतिक रूप से संजोकर रखा गया है। इसी धाम में आज भी सीता माता की रसोई भी साक्षात बनी हुई है। इस रसोई में माता सीता पंच ऋषियों को भोजन खिलाया करती थीं। इस रसोई को देखने के लिए सैलानी दूर-दूर से आते हैं।

 

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चित्रकूट में ही भगवान हनुमान का भव्य मंदिर भी है। इस मंदिर में हनुमान प्रतिमा के पीछे से एक जल धारा बहती है जिसे हनुमान धारा कहते है। वैज्ञानिकों को आज तक इसकी जानकारी नहीं कि ये जल धारा कहां से आती है? इसी मंदिर के पीछे माता सीता की रसोई स्थित है। माता सीता की रसोई देखकर श्रद्धालु भाव-विभोर हो जाते हैं। सीता की रसोई एक मंदिर की तरह है। इसमें भगवान राम, लक्ष्‍मण, भरत और शत्रुघ्‍न व उन सभी की पत्नियों सीता, उर्मिला, मांडवी और सुक्रिर्ति की मूर्तियां स्थापित हैं। रसोई में प्रतीकात्‍मक बर्तन रखे हुए हैं, जिनमें प्‍लेट, चकला और बेलन हांडी आदि भी हैं। ज्ञात हो कि त्रेता युग में यह पारंपरिक रिवाज हुआ करता था कि जब नव-वधू शादी के बाद पूरे परिवार के लिए भोजन बनाती थी। शगुन के तौर पर नव वधू अपने हाथों का भोजन परिवार को करवाती थी।

 

सीता माता ने भी इस रसोई में पंच ऋषियों को भोजन करवाया था। इसलिए माता सीता समस्त लोक की अन्‍नपूर्णा हैं। रसोई के अलावा अयोध्या में सीता माता का जानकी कुंड भी काफी लोकप्रिय है। अयोध्या के रामघाट पर स्थित जानकी कुंड एक भव्य स्थान है। कहा जाता है कि माता सीता इस नदी कुंड में स्नान किया करती थीं। अयोध्या नगरी में चित्रकूट एक शांत एंव हरियाली से भरपूर मनमोहक स्थान है।

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