Somwar Ke Upay: सोमवार के सबसे सटीक उपाय, भगवान भोलेनाथ की पूजा करते समय ना करें ये गलतियां

Somwar Ke Upay: हिंदू धर्म के अनुसार सोमवार के दिन भगवान शिव का पूजा श्रद्धा भाव से करने से भगवान भोलेनाथ अति प्रसन्न होते हैं।

Report :  Anupma Raj
Update:2022-11-28 06:46 IST

Somwar Ke Upay (Image: Social Media)

Somwar Ke Upay in Hindi: हिंदू धर्म के अनुसार सोमवार के दिन भगवान शिव का पूजा श्रद्धा भाव से करने से भगवान भोलेनाथ अति प्रसन्न होते हैं। वैसे तो सप्ताह का हर दिन किसी ना किसी देवी-देवता को समर्पित है और दिन के अनुसार अगर उस देवता का पूजन किया जाए तो अधिक फलदायी माना जाता है। इसलिए सोमवार का दिन भगवान शिव को समर्पित है। सोमवार के दिन भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए भक्त अलग-अलग प्रकार से पूजा-पाठ और व्रत-उपवास रखते हैं। 

ऐसी मान्यता है कि भोलेनाथ अपने जातकों की अराधना से प्रसन्न होकर उनकी हर मनोकामना पूर्ण करते हैं। लेकिन सोमवार के दिन कुछ चीज़ों को करना अच्छा नहीं माना जाता है। ऐसे में आइए जानते हैं सोमवार के दिन भूलकर भी कौन सी गलती नहीं करना चाहिए। 

भगवान भोलेनाथ की पूजा करते समय ना करें ये गलतियां

दरअसल सोमवार के दिन भूलकर भी उत्तर और पूर्व दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए क्योंकि ऐसा करना अशुभ माना गया है और ऐसा कहते हैं कि सोमवार के दिन इन दिशाओं में यात्रा की जाए तो कार्य में सफलता नहीं मिलती है।

सोमवार के दिन भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करना चाहते हैं तो इस दिन शक्कर का सेवन नहीं करना चाहिए। इसलिए सोमवार के दिन शक्कर से परहेज करें।

सोमवार के दिन या किसी भी दिन इस बात का ध्यान रखें कि शिवलिंग का अभिषेक करने के लिए दूध तांबे के पात्र में ना रखें क्योंकि इससे दूध संक्रमित हो जाता है, जो भगवान भोलेनाथ पर अर्पित करने योग्य नहीं होता। इसलिए हमेशा ध्यान रखें कि अभिषेक वाला दूध हमेशा पीतल, चांदी या स्टील के पात्र में रखें।

Somwar Ke Upay (Image: Social Media)

भगवान भोलेनाथ का पूजा करते समय इस बात का भी ध्यान रखें कि शिवलिंग के आसपास धूप या अगरबत्ती ना लगाएं क्योंकि पुराणों के अनुसार भगवान शिव को जितना शीतल रखा जाता है वे उतना ही प्रसन्न होते हैं। इसलिए धूप और अगरबत्ती हमेशा भगवान शिव से हमेशा थोड़ी दूरी पर ही रखें।

दरअसल शास्त्रों के अनुसार भगवान शिव को कभी भी रोली या सिंदूर का तिलक ना लगाएं। भोलेनाथ को हमेशा चंदन का ही तिलक लगाएं। या इसके अलावा जब भी उनका अभिषेक करें उस दूध में जल जरूर मिलाएं क्योंकि बिना जल मिले दूध से भगवान शिव का अभिषेक नहीं करें। इन बातों का ध्यान रखने से भक्तों पर भगवान भोलेनाथ की कृपा बनी रहती है। 


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