Somwar Ke Upay: शिवलिंग पर भूलकर भी ना चढ़ाएं ये 5 चीजें, माना जाता है अशुभ
Somwar Ke Upay: शास्त्रों के मुताबिक शिवलिंग पौरुष का प्रतीक है और हल्दी को सौंदर्य प्रसाधन का सामान माना जाता है।
Somwar Ke Upay: सोमवार के दिन भगवान शिवजी (Lord Shiva) की और भगवान श्रीराम (Lord Shree Ram) की पूजा की जाती है। इस दिन भक्तों को खास उपाय करने से सभी परेशानियों से छुटकारा मिल जाता है। दरअसल ऐसा माना जाता है कि सोमवार के दिन या किसी भी दिन शिवलिंग पर बेलपत्र, धतूरा, चंदन और अक्षत चढ़ाने से शंकर भगवान जल्दी प्रसन्न होते हैं, तो वहीं कुछ चीजें भोलेनाथ को अर्पित करने की मनाही भी होती है क्योंकि ऐसा करने से भगवान शंकर नाराज हो सकते हैं। तो आइए जानते हैं शिवलिंग पर कौन सी 5 चीज नहीं चढ़ानी चाहिए:
शिवलिंग पर इन 5 चीज़ों को भूलकर भी ना चढ़ाएं (Do not offer these 5 Things on Shivling)
हल्दी, कुमकुम या सिंदूर
दरअसल कई पूजा पाठ में हल्दी का इस्तेमाल किया जाता है लेकिन शिव पूजन में हल्दी नहीं चढ़ाई जाती है। शास्त्रों के मुताबिक शिवलिंग पौरुष का प्रतीक है और हल्दी को सौंदर्य प्रसाधन का सामान माना जाता है। इसलिए हल्दी का संबंध भगवान विष्णु और सौभाग्य से भी है, इसलिए यह भगवान शिव को नहीं चढ़ता है। शंकर भगवान को हल्दी अर्पित करने से चंद्रमा बहुत कमजोर होने लगता है। दरअसल महिलाएं पति की लंबी आयु की कामना के लिए मांग में सिंदूर लगाती है। लेकिन कुछ लोग इसे भगवान शिव को भी अर्पित करते हैं जबकि शिव पुराण में ऐसा करना मना है। शिव पुराण में भगवान महादेव को विनाशक बताया गया हैं, यही वजह है कि सिंदूर या कुमकुम से भगवान शिव की पूजा नहीं की जाती है।
तुलसी के पत्ते
पवित्र तुलसी का प्रयोग कई देवी-देवताओं की पूजा में विशेष रूप से जरूर किया जाता है, हालांकि वहीं सावन या भगवान शिव की पूजा में इनका इस्तेमाल वर्जित माना गया है। पौराणिक कथाओं के मुताबिक भगवान शिव ने तुलसी के पति असुर जालंधर का वध किया था, जिससे क्रोधित होकर तुलसी ने भगवान शिव को अपने दैवीय गुणों वाले पत्तों से वंचित कर दिया था। इसलिए तुलसी पौधा शिवलिंग पर चढ़ाने से जरूर बचें।
लाल और केतकी के फूल
भगवान महादेव की पूजा में लाल फूल बिल्कुल भी नहीं चढ़ाना चाहिए।
दरअसल एक कथा के मुताबिक झूठ बोलने पर भगवान भोलनाथ ने केतकी के फूल को श्राप देते हुए कहा था कि शिवलिंग पर या शिव जी की पूजा में कभी केतकी के फूल को अर्पित नहीं किया जाएगा।
नारियल पानी
नारियल को मां लक्ष्मी का खास स्वरूप माना जाता है। इससे शिव जी का अभिषेक बिल्कुल भी भूलकर भी नहीं करना चाहिए। शिवलिंग पर चढ़ाई जाने वाली चीजों को ग्रहण करना भी वर्जित माना जाता है। इसलिए भी शिवलिंग पर नारियल का जल चढ़ाने की मनाही है।
शंख
भगवान शिव ने शंखचूड़ नामक असुर का वध कर दिया था और बता दें शंख को उसी असुर का प्रतीक माना जाता है, जो भगवान विष्णु का भक्त था। बता दें इसलिए विष्णु भगवान की पूजा तो शंख से जरूर होती है लेकिन भगवान शिव की नहीं होती है। भगवान महादेव को कभी भी शंख से जल अर्पित नहीं करना चाहिए। इन चीज़ों को ध्यान जरूर रखना चाहिए।