Surya grahan 2022: दुष्प्रभावों से बचने के लिए करें ये उपायें, इन चीजों के दान से मिटेंगे सारे कष्ट

Surya Grahan 2022: सूर्यग्रहण का प्रभाव हर एक व्यक्ति पर जरूर पड़ता है। यह प्रभाव अच्छा एवं बुरा दोनों तरह का ही हो सकता है। बता दें कि ग्रहण के दौरान सूर्य से निकलने वाले हानिकारक किरणें व्यक्ति के जीवन पर गहरा असर डालती हैं।

Written By :  Preeti Mishra
Published By :  Deepak Kumar
Update:2022-04-28 18:55 IST

सूर्यग्रहण (प्रतीकात्मक फोटो साभार- सोशल मीडिया)

Surya Grahan 2022 Daan: साल 2022 का पहला सूर्यग्रहण 30 अप्रैल, शनिवार को लगने वाला है। इसी दिन शनिचरी अमावस्या पड़ने से भी इस ग्रहण का विशेष महत्व माना जा रहा है। शनिचरी अमावस्या के दिन पवित्र नदियों में स्नान, दान व तप करने की परंपरा है। कहते हैं कि ऐसा करने से पुण्य फल की प्राप्ति होती है। हालाँकि ये सूर्यग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा और ना ही उसका सूतक का भी असर यहाँ होगा। लेकिन फिर भी ग्रहों की हेरा -फेरी तो जरूर होगी।

रात 12 बजकर 15 मिनट पर शुरू होकर 1 मई को सुबह 04 बजकर 07 मिनट पर समाप्त होने वाला ये सूर्यग्रहण पूरी पृथ्वी पर लगेगा। इसलिए चाहे इसका सूतक का असर भारत में ना हो। या यहाँ ये ना दिखें फिर भी ग्रहों की अदला -बदली व्यक्ति के जीवन पर असर जरूर डाल सकती है। इसलिए सूर्यग्रहण के दौरान विशेष सावधानी बरतने के साथ इसके पश्चात् दान -पुण्य अवश्य कर देना चाहिए।

सूर्यग्रहण का प्रभाव

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सूर्यग्रहण का प्रभाव हर एक व्यक्ति पर जरूर पड़ता है। यह प्रभाव अच्छा एवं बुरा दोनों तरह का ही हो सकता है। बता दें कि ग्रहण के दौरान सूर्य से निकलने वाले हानिकारक किरणें व्यक्ति के जीवन पर गहरा असर डालती हैं। इन किरणों का प्रभाव गर्भवती महिलाओं व बच्चों पर भी पड़ता है। इसलिए सूर्यग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को खास ख्याल रखने की सलाह दी जाती है। मान्यतााओं के मुताबिक ग्रहण के समय उन्हें बाहर नहीं निकलना चाहिए। अन्यथा इस समय की हानिकारण किरणें माँ और गर्भ में पल रहे शिशु दोनों की सेहत पर बुरा प्रभाव डाल सकती हैं।

गर्भवती महिलाओं को इन चीजों इस्तेमाल नहीं करना चाहिए

सूर्यग्रहण के समय गर्भवती महिलाओं को किसी नुकीली चीज का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए । अन्यथा मान्यतााओं के अनुसार ऐसा करने से उनके शिशु के अंदर विकृति आ सकती है। इसके अलावा इस दौरान सिलाई-कढ़ाई जैसा कोई कार्य भी नहीं करने चाहिए।

सूर्यग्रहण के समय ये उपाये करेंगे हर कष्ट दूर

  • ग्रहण के दौरान मानसिक रूप से ईश्वर का स्मरण और मंत्र जाप करना चाहिए।
  • ग्रहण लगने से पहले ही खाने-पीने की सभी चीजों में तुलसी के पत्ते डालकर रखना चाहिए।
  • ग्रहण के बाद दान करना बहुत पुण्यदायी माना जाता है।
  • ग्रहण समाप्त होने के बाद स्नान कर दान देना चाहिए।
  • पूजा स्थान के साथ पूरे घर की सफाई करके गंगा जल का छिडकाव घर में हर जगह पर करना चाहिए।
  • सूर्य ग्रहण और शनि अमावस्या के दिन पंचामृत स्नान, तिल-तेल से शनि देव का अभिषेक करने के साथ शनि चालीसा का पाठ करने से भी संकट दूर हो जाते हैं।
  • शनि अमावस्या और सूर्य ग्रहण एक दिन ही पड़ने के कारण ऐसे में दान करना काफी शुभ माना जाता है।
  • शनि अमावस्या के दिन पड़ने वाले सूर्य ग्रहण के दौरान आप तेल, जूते-चप्पल, लकड़ी का पलंग, छाता, काले कपड़े और उड़द की दाल आदि का भी दान कर सकते हैं। ऐसा करने से शनि दोष भी दूर होता है।
  • सूर्य ग्रहण की समाप्ति के बाद घर में गंगाजल से छिड़काव कर पुनः स्नान करना चाहिए।
  • ग्रहण के दौरान खाने- पीने कि चीजों में तुलसी डालकर रखने से खाने -पीने की चीजों में ग्रहण का प्रभाव नहीं पड़ता।

सूर्यग्रहण के समय गर्भवती महिलाओं को इन उपायों से मिलता है लाभ

  • सूर्यग्रहण के कुप्रभाव से बचने के लिए गर्भवती महिलााओं को तुलसी का पत्ता जीभ पर रखकर हनुमान जी की अराधना करनी चाहिए।
  • सूर्यग्रहण की समाप्ति के बाद गर्भवती महिला को स्नान जरूर करना चाहिए, अन्यथा उसके शिशु को त्वचा संबंधी रोग लग सकते हैं।
  • ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं अपने अराध्य देव की उपासना करनी चाहिए।
  • ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को सोना नहीं चाहिए।

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