Swan ka Tisra Somvar Aaj: तीसरे सोमवार पर इस समय करें जलाभिषेक, जानें क्या अधिकमास में सोमवार व्रत मान्य है या नहींं
Swan ka Tisra Somvar Aaj आज तीसरा सोमवार है इस दिनव्रत रखते हैं। इस दिन शिव जी पर बेलपत्र चढ़ाना, पंचामृत से शिव जी का अभिषेक करना बहुत फलदायी होता है। अधिकमास में सोमवार व्रत को लेकर लोगो में मतभेद है जानते हैं धार्मिक मान्यता
Swan ka Tisra Somvar Aaj: आज 24 जुलाई को सावन मास का तीसरा सोमवार व्रत है। यह व्रत अधिकमास सावन में पड़ रहा है। इसलिए इसकी महता बढ़ जाती है। हर सोमवार की तरह सावन का तीसरा भी खास है।
सावन के तीसरा सोमवार की पूजा विधि
सावन मास के सोमवार का व्रत रखने के लिए आज स्नान-ध्यान करने के बाद भगवान शिव का दूध, गंगा जल आदि से अभिषेक करें उसके बाद भगवान शिव को सफेद चंदन, भस्म का तिलक लगाएं। इसके बाद भगवान शिव की पूजा में पुष्प, बेलपत्र, शमीपत्र, भांग, धतूरा, बेल, अक्षत आदि चढ़ाएं। शिव की पूजा में उन्हें सबसे साथी लगने वाली चीज यानि रुद्राक्ष अवश्य चढ़ाएं और भगवान शिव के मंत्र ॐ नम: शिवाय मंत्र का कम से कम एक माला जप करने के बाद उसे महादेव का प्रसाद समझकर धारण करें। भोलेनाथ की पूजा-अर्चना करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है।
सावन के तीसरा सोमवार को शुभ योग में करें जलाभिषेक
- अभिजीत मुहूर्त--11:37 AM से 12:31 PM
- अमृत काल-11:44 AM से 01:31 PM
- ब्रह्म मुहूर्त- 02:19 PM से 03:14 PM
- विजय मुहूर्त-02:20 PM से 03:14 PM
- गोधूलि मुहूर्त-06:36 PM से 07:00 PM
- निशिता काल-11:43 PM से 12:24 AM,24 जुलाई
- रवि पुष्य योग-05:21 AM से 10:12 PM
- अमृत 05:57 AM 07:36 AM
- शुभ 09:15 AM 10:54 AM
- लाभ (वार वेला) 15:51 PM 17:29 PM-
रवि योग में पूजा-अर्चना करने से जीवन में आ रही बाधाएं खत्म होती हैं और आपको मंगल परिणाम मिलते हैं। इस दिन सुबह जल्दी उठ कर पूजा पाठ कर लें और शिवलिंग पर बेलपत्र, धतूरा, दूध और जल अर्पित करें। शिव योग में पूजा-अर्चना बेहद लाभकारी माना गया है। इस योग में अपने घर में पूजा करने से शुभ लाभ की प्राप्ति होती है और आपकी मनोकामना भी पूर्ण होती है। इस दिन रुद्राष्टकम का जाप जरुर करें।
जिन लोगों को मनचाहा जीवनसाथी पाना हो या फिर जिन लोगों का किसी लंबा समय बीत जाने के बाद भी विवाह न हो पाया हो उन्हें आज विवाह में आ रही बाधाओं को दूर करने और मनचाहा जीवनसाथी पाने के लिए विधि-विधान से श्रावण सोमवार का व्रत करना चाहिए। साथ ही साथ भगवान शिव की पूजा करते समय उन्हें केसर मिश्रित दूध या जल चढ़ाना चाहिए। सावन सोमवार के इस महाउपाय से शीघ्र ही शिव कृपा बरसती है और साधक का शीघ्र ही विवाह संपन्न होता है।
क्या अधिकमास के सावन सोमवार व्रत करना चाहिए
अधिकमास या मलमास में भले ही शुभ-मांगलिक कार्य वर्जित माने जाते हैं। लेकिन व्रत,पूजा,उपासना और जप-तप की दृष्टि से इसे बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है।मान्यता है कि, अधिकमास में किए व्रत और जप से कई गुना अधिक फल मिलता है। ऐसे में इस साल सावन और अधिकमास के सावन में पड़ने वाले कुल 8 सोमवार के व्रत पूरे तरीके से मान्य होंगे. आप अपनी श्रद्धा और शक्ति से सभी व्रत रख सकते हैं।सोमवार के दिन शिव भक्ति में लीन होकर अपने भोलेनाथ के लिए व्रत रखते हैं। सावन सोमवार के दिन शिवजी की पूजा उन्हें जल, बिल्व पत्र, आंकड़े के फूल, धतूरा, भांग, चंदन, शहद, भस्म और जनेऊ आदि अर्पित करने से वे प्रसन्न होते हैं। शिवपुराण में कुछ ऐसी चीजों के बारे में बताया गया है, जिसे शिवजी की पूजा में नहीं चढ़ाना चाहिए। शिवजी को कभी भी केतकी के फूल, तुलसी दल, हल्दी, शंख जल, सिंदूर, कुमकुम, नारियल और खंडित चावल नहीं चढ़ाना चाहिए।
सावन के तीसरा सोमवार को दान करें
सावन के तीसरे सोमवार आप लाल मिर्च, शहद और मसूर दाल का दान करें।
आप सावन के तीसरे सोमवार खीर बनाकर गरीबों में बांटें।
सावन के तीसरे सोमवार आप किसी गौशाला में गौसेवा के लिए धन का दान या गाय की सेवा करें।
सावन की तीसरी सोमवारी पर आप चावल, चीनी और दूध का दान करें।
आप सावन के तीसरे सोमवार पर गुड़ और मधु का दान करें।
आप विवाहित स्त्रियों को हरी चूड़ियों का दान करें।
आप सावन सोमवार पर दूध, दही, घी, मक्खन आदि का दान करें।
सावन के तीसरे सोमवार आप मसूर दाल, शहद, लाल मिर्च और गुड़ का दान करें।
सावन महीने के तीसरे सोमवार पर पीले वस्त्र या अन्न का दान करें।
- आप दूध, दही, काले तिल, छाता आदि चीजों का दान करें।
सावन सोमवार पर आप मंदिर में झाड़ु का दान कीजिए।
चने की दाल, दूध, चावल आदि चीजों का दान आप सावन सोमवार पर करें।
और मांस, मदिरा और तामसिक भोजन के सेवन से रहें दूर। इस दिन सुबह देर तक नहीं सोएं और ना ही देर से पूजा करें।पूजा के दौरान शिवलिंग पर हल्दी और कुमकुम न लगाएं। कटु वचनों का प्रयोग सोमवार व्रत के दौरान न करें और न ही किसी से वाद-विवाद में पड़े।